अब सरकार खुद चलाएगी शराब दुकानें, RSBCL और RSGSM करेंगे दुकानों का संचालन - JALORE NEWS
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अब सरकार खुद चलाएगी शराब दुकानें, RSBCL और RSGSM करेंगे दुकानों का संचालन - JALORE NEWS
जयपुर ( 3 मार्च 2021 ) राज्य में अब शराब दुकानों का संचालन सरकार खुद करेगी. आबकारी बंदोबस्त की नीलामी प्रक्रिया समाप्त होने के बाद जो दुकानें बच जाएंगी, उनका संचालन राज्य सरकार के दो निगमों के जरिए किया जाएगा. इसके लिए राजस्थान स्टेट ब्रेवरेज कॉरपोरेशन और राजस्थान स्टेट गंगानगर शुगर मिल को संचालन की जिम्मेदारी दी जाएगी.
ऑनलाइन नीलामी के चार चरण पूरे:
आबकारी विभाग इन दिनों जोर-शोर से शराब दुकानों की नीलामी में लगा है. 1 अप्रैल तक शराब दुकानों की ऑनलाइन नीलामी के चार चरण पूरे हो चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद 1 हजार से ज्यादा दुकानें अभी बची हुई हैं. अभी आबकारी विभाग दुकानों की नीलामी के लिए 1 या 2 चरण और कर सकता है. इसके बाद बची हुई दुकानों राज्य सरकार के निगमों के जरिए संचालित की जाएंगी. शुरुआती चरण में राजस्थान स्टेट ब्रेवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड यानी आरएसबीसीएल 9 दुकानों का संचालन ही करेगा. हालांकि आरएसबीसीएल भी दुकान संचालन के लिए ठेकेदार तलाश करेगा. इसमें आरएसबीसीएल और शराब ठेकेदार दोनों की हिस्सेदारी होगी.
शुरुआती चरण में फीस भरेगा आरएसबीसीएल:
शुरुआती चरण में फीस आरएसबीसीएल भरेगा. इसके बाद 30 जून तक बिजनेस पार्टनर को शुल्क भरना होगा. वार्षिक गारंटी सिस्टम के तहत सभी तरह की फीस बिजनेस पार्टनर को चुकाने होंगे. हालांकि प्रॉफिट मार्जिन में से बड़ा हिस्सा यानी करीब 90 प्रतिशत राशि बिजनेस पार्टनर को ही भरनी होगी. आरएसबीसीएल द्वारा निर्धारित नियम शर्तों के मुताबिक बिजनेस पार्टनर का चयन रिवेन्यू शेयरिंग बेसिस पर किया जाएगा. आबकारी विभाग के लिए शराब दुकानों का लाइसेंसी RSBCL होगा. जबकि को-लाइसेंसी के रूप में बिजनेस पार्टनर का नाम दर्ज होगा.
अब सरकार खुद चलाएगी शराब दुकानें - Now the government will run liquor shops itself
- आबकारी विभाग की दुकानें संचालित करेगा RSBCL
- RSBCL ने इसके लिए शुरू की बिजनेस पार्टनर की खोज
- बिजनेस पार्टनर का चयन होगा क्षमता और साक्षात्कार के जरिए
- वित्तीय क्षमता के लिए निर्धारित किए जाएंगे 50 अंक
- वहीं तकनीकी अनुभव क्षमता के लिए निर्धारित किए 40 अंक
- साक्षात्कार के लिए भी 10 अंक किए गए निर्धारित
- इस तरह चुने हुए बिजनेस पार्टनर के जरिए संचालित होंगी दुकानें
- पार्टनर को धरोहर व अग्रिम वार्षिक गारंटी की 50 प्रतिशत राशि दुकान शुरू करने से पहले
- और 50 प्रतिशत राशि अगले 30 दिन में जमा करानी होगी
- कम्पोजिट फीस की बची 50 प्रतिशत राशि 30 जून तक जमा कर सकेंगे
- RSBCL के शॉप मैनेजर 3 से 5 दुकानों की मॉनीटरिंग करेंगे
RSBCL 9 दुकानों को बिजनेस पार्टनर के जरिए चलाएगा:
आरएसबीसीएल को पहले फेज में 9 शराब दुकानों का संचालन करना है.इनमें सर्वाधिक 4 दुकानें अकेले उदयपुर जिले में हैं. उदयपुर के खेरवाड़ा, उदयपुर पूर्व, उदयपुर पश्चिम और मावली में शराब दुकानों का संचालन बिजनेस पार्टनर के सहयोग से किया जाएगा. इसके अलावा बीकानेर शहर में 2, बूंदी शहर, चित्तौड़गढ़ और नागौर के लाडनूं में दुकानों का संचालन आरएसबीसीएल के जरिए किया जाएगा. इन दुकानों की वार्षिक गारंटी राशि 90 लाख से लेकर 2 करोड़ 33 लाख रुपए तक रखी गई है. कुल मिलाकर इस नई प्रक्रिया में एक तरफ जहां शराब दुकानें खाली नहीं रहेंगी, वहीं आरएसबीसीएल के जरिए युवाओं को बिजनेस और रोजगार का अवसर भी मिल सकेगा.
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