बारां के छबड़ा में कर्फ्यू का दूसरा दिन:18 घंटे से घरों में कैद है 50 हजार की आबादी, न दूध-पानी पहुंचा, न इंटरनेट शुरू हुआ - JALORE NEWS
What-is-the-treatment-for-this-pain-of-Chhabra-The-victim-shopkeeper-said-kept-burning-in-front-of-the-eyes |
छबड़ा के इस दर्द का इलाज क्या:पीड़ित दुकानदार बोले- आंखों के सामने जलती रही दुकानें, बुझाने के लिए पानी भी नहीं डाल पाए,
JALORE NEWS ( 12 अप्रैल 2021 ) बारां जिले के छबड़ा में सांप्रदायिक बवाल के बाद कस्बे की सूरत बदल गई है। चारों ओर बर्बादी का मंजर पसरा हुआ है। कोई अपनी दुकान के बचे हुए सामान समेट रहा है, तो कोई अब भी दुकान से सुलग रही आग को बुझाने के लिए पानी तलाश कर रहा है। जिस इलाके में उपद्रवियों ने तांडव किया, वहां हर ओर खौफ की तस्वीरें नजर आ हैं। उपद्रवियों को जो रास्ते में दिखा, उसे ही आग के हवाले करते गए। बाइक, बस, कार जो दिखा उसमें आग लगा दी। एक तीन मंजिला मिनी मार्ट में तो रात 8 बजे तक लोग आग बुझाने में लगे रहे।
- बाइक, बस, कार जो दिखा उसी में आग लगा दी।
- दर्द इतना कि आंसू भी दे गए जवाब...पीड़ित दुकानदार
एक मामूली बात का झगड़ा इतना बड़ा रूप ले लेगा ये किसी ने सोचा नहीं था। संदीप लुहाड़िया ने बताया कि उनका तीन मंजिला रिद्धि-सिद्दी मिनी मार्ट है। इसमें किराना, कपड़े, फर्नीचर, कॉस्मेटिक, खिलौने, इलेक्ट्रिक आइटम्स, स्टेशनरी, प्लास्टिक आइटम्स , डेयरी प्रोडक्ट सहित ढेर सारे आइटम्स बेचते हैं। रोज की तरह सुबह मार्ट खोला था। दोपहर डेढ़ बजे माहौल खराब होने की सूचना पर मार्ट बंद किया। घर पहुंचते ही फोन आना शुरू हो गया। उपद्रवियों ने मार्ट में आग लगा दी। वापस लौटकर देखा तो आंखों के सामने तीन मंजिला मार्ट में आग की लपटें उठ रही थी। सैंकड़ों उपद्रवी हाथों में हथियार लिए खड़े थे। अग्निशमन विभाग में फोन किया लेकिन दमकल नहीं पहुंची। आग में सब कुछ जल गया। संदीप रात 8 बजे तक मार्ट में आग बुझा रहे थे। आग लगने से करीब 30 से 40 लाख के नुकसान की बात कह रहे हैं।
बारां के छबड़ा में कर्फ्यू का दूसरा दिन:18 घंटे से घरों में कैद है 50 हजार की आबादी, न दूध-पानी पहुंचा, न इंटरनेट शुरू हुआ; 1000 से ज्यादा जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात
बारां जिले के छबड़ा कस्बे में दूसरे दिन सोमवार को भी कर्फ्यू लगा हुआ है। इंटरनेट भी बंद है। कस्बे की करीब 50 हजार की आबादी घरों में कैद है। सुबह से लोगों के घर न दूध पहुंचा और न ही पानी की सप्लाय हुई। रविवार को हुए सांप्रदायिक बवाल के बाद बड़ी संख्या में बिजली की लाइन भी जल गई थी। इससे सप्लाय बाधित है। दरअसल, शनिवार शाम मामूली कहासुनी को लेकर हुई चाकूबाजी की घटना ने रविवार को बड़े उपद्रव का रूप ले लिया था। आगजनी, बवाल और लाठीचार्ज के बाद प्रशासन ने कस्बे में रविवार शाम 4 बजे से कर्फ्यू लगा दिया गया।
कस्बे में करीब 1000 जवान तैनात किए गए हैं। मेडिकल जरूरतों के लिए घर से निकलने वाले लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस किसी भी तरह का रिस्क नहीं ले रही है। पुलिस को शंका है कि हालत फिर से खराब हो सकते हैं।
रविवार को सांप्रदायिक बवाल के दौरान शहर में जगह-जगह आगजनी हुई।
वहीं, कर्फ्यू के कारण सोमवार सुबह लोगों को दूध तक नहीं मिला। घरों में पानी भी नहीं पहुंचा। शहर में जगह-जगह बिजली की समस्या भी आ रही है। इसका कोई समाधान नहीं हो सका है। वहीं, एक दिन पहले हुए उपद्रव से लोग सहमे हैं। मामले में पुलिस ने रविवार को सिर्फ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। अब सोमवार को कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है। कलेक्टर राजेंद्र विजय ने बताया कि कस्बे में राशन, फल, सब्जी, दवाइयां आदि की आपूर्ति के लिए अलग से आदेश जारी किया जाएगा।
सड़क पर खड़े टैंक को भी आग के हवाले किया गया।
बारां के छबड़ा कस्बे में शनिवार देर शाम हुई चाकूबाजी को लेकर रविवार को दो पक्ष भिड़ गए। रविवार को विवाद बढ़ गया। बेकाबू भीड़ ने कस्बे में 12 दुकानें, 2 बसें, 2 बाइक और एक बल्गर (राख ढोने वाला ट्रॉला) फूंक दिया। लूटपाट भी की गई। मेडिकल स्टोर तक को नहीं छोड़ा। पथराव में कई लोगों के साथ पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं। उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करने के साथ आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े। 11-12 हवाई फायर भी किए।।
- घरों के आसपास खड़े वाहनों में भी उप्रदवियों ने आग लगा दी।
- बेबस नजर आई पुलिस
घटनाक्रम में पुलिस बेबस दिखाई दी। हालात बिगड़ते देख शाम 4 बजे कलेक्टर ने छबड़ा नगरपालिका क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया। साथ ही संभागीय आयुक्त ने आदेश जारी कर इंटरनेट बंद करा दिया है। पुलिस के अनुसार धरनावदा चौराहे पर शनिवार शाम नज्जीपुरा निवासी कमल गुर्जर अंगूर खरीद रहा था। तभी कुछ लोगों ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी। यहीं से विवाद शुरू हुआ और फिर यह चाकूबाजी से होते हुए इसने सांप्रदायिक तनाव का रूप ले लिया!
एक टिप्पणी भेजें