जिला कलक्टर ने नरसाणा ग्राम में की रात्रि चौपाल , रात्रि चौपाल में प्रस्तुत परिवादों को सुनकर उनका मौके पर किया गया निस्तारण - JALORE NEWS
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जिला कलक्टर ने नरसाणा ग्राम में की रात्रि चौपाल , रात्रि चौपाल में प्रस्तुत परिवादों को सुनकर उनका मौके पर किया गया निस्तारण - JALORE NEWS
जालोर ( 11 सितम्बर 2024 ) JALORE NEWS जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के गावंडे ने मंगलवार को नरसाणा ग्राम में रात्रि चौपाल कर उपस्थित ग्रामवासियों की समस्याओं को सुनते हुए उनका मौके पर ही निस्तारण किया।
रात्रि चौपाल के दौरान जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे के समक्ष ग्रामीणों ने पेयजल पाइप लाईन दुरस्त करवाने, ग्रेवल सड़क निर्माण, अतिक्रमण हटवाने, पशु चित्सालय में स्टाफ लगवाने, पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ दिलवाने सहित विभिन्न परिवाद प्रस्तुत किए जिनको जिला कलक्टर ने गंभीरतापूर्वक सुनते हुए उनका मौके पर ही निस्तारण किया।
जिला कलक्टर ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत आवेदन की प्रक्रिया, कौशल उन्नयन व आवेदन की विभिन्न 18 श्रेणियों के बारे में ग्रामीणों को जानकारी देकर योजना का लाभ लेने की बात कही।
रात्रि चौपाल के दौरान विभागीय अधिकारियों ने प्रधानमंत्री मातृत्व योजना, जननी सुरक्षा योजना, सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत ईकेवाईसी करवाने, ताराबंदी योजना एवं षि यंत्रों पर देय अनुदान सहित विभिन्न योजनाओं के बारे में ग्रामीणों को विस्तार से जानकारी दी। पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को पशुओं की बीमारी से सुरक्षा व टीकाकरण के संबंध में जानकारी दी।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर शिवचरण मीना, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी, जालोर तहसीलदार लक्ष्मी चौधरी, नरसाणा सरपंच जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिक्षण अभियंता आर.सी.मीना, सीएमएचओ डॉ. रमाशंकर भारती, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक राजीव सुथार, महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक दुर्गासिंह उदावत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व बड़ी संख्या ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
सांफाड़ा ग्राम में किसान चौपाल का आयोजन - Organizing Kisan Chaupal in Sanfrada Village
कृषि विज्ञान केंद्र केशवना द्वारा बुधवार को सांफाडा ग्राम में किसान चौपाल का आयोजन किया गया जिसमें किसानों ने भाग लेकर अपनी खेती से सम्बंधित समस्याओं पर वैज्ञानिको से चर्चा की।
चौपाल के दौरान शस्य विज्ञान विशेषज्ञ बिरम सिंह ने समन्वित कृषि प्रणाली अपनाने के बारे में बताते हुए कहा कि समन्वित कृषि प्रणाली खेती का एक ऐसा तरीका है जिसमें खेती के अलग-अलग प्रकारों जैसे फसल उत्पादन, पशुपालन, फल और सब्जी उत्पादन, बकरी पालन, मुर्गीपालन, दूध और खाद्य प्रसंस्करण व वानिकी का इस तरह समायोजन किया जाता है कि इनसे किसानों को लगातार आमदनी होती रहे।
मौसम वैज्ञानिक आनंद कुमार शर्मा ने किसानों को मौसम आधारित कृषि सलाह देते हुए मूंग, बाजरा, तिल, ग्वार फसलों में कीटों के आक्रमण के लिए अनुकूलतम मौसम की स्थिति के बारे में जानकारी दी। चौपाल में किसानों की खेती से सम्बंधित समस्याओं को सुनकर उचित समाधान बताए गए।
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