बालवाड़ा ग्राम सेवा सहकारी समिति और सायला को-ऑपरेटिव बैंक में 5 करोड़ का घोटाला, 2 आरोपी गिरफ्तार - JALORE NEWS
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बालवाड़ा ग्राम सेवा सहकारी समिति और सायला को-ऑपरेटिव बैंक में 5 करोड़ का घोटाला, 2 आरोपी गिरफ्तार - JALORE NEWS
जालोर ( 11 अक्टूबर 2024 ) जिले के बालवाड़ा ग्राम सेवा सहकारी समिति और दी जालोर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक, शाखा सायला में करोड़ों रुपये के गबन के मामले में दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई जिला पुलिस अधीक्षक श्री ज्ञानचन्द्र यादव के निर्देशन में अपराधों की रोकथाम और वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी के अभियान के तहत की गई।
मामले का खुलासा:
इस बड़े घोटाले का खुलासा तब हुआ जब दी जालोर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक, श्री भूराराम पुंछल ने 2 अक्टूबर 2022 को बिशनगढ़ पुलिस थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट के अनुसार, बालवाड़ा ग्राम सेवा सहकारी समिति के तत्कालीन व्यवस्थापक श्री आशाराम मेघवाल और सहायक व्यवस्थापक श्री चम्पालाल जीनगर ने मिलकर किसानों को ऋण देने की प्रक्रिया में कई अनियमितताएँ कीं। उन्होंने बिना साख सीमा निर्धारित किए और भूमि के दस्तावेजों में छेड़छाड़ करके किसानों के नाम पर करोड़ों रुपये का ऋण स्वीकृत करवा लिया। इन फर्जी ऋणों का दुरुपयोग करते हुए आरोपियों ने करीब 5 करोड़ रुपये का गबन किया।
इसके अलावा, आरोपियों ने राज्य सरकार की ऋण माफी योजना, जैसे राजस्थान सहकारी फसली ऋण माफी योजना 2018 और राजस्थान कृषक ऋण माफी योजना 2019 के तहत अपात्र व्यक्तियों को लाभ दिलवाया, जिससे सरकार को भारी वित्तीय नुकसान हुआ।
अपराध की तह तक पहुँची पुलिस:
प्रकरण की जाँच-पड़ताल के बाद, पुलिस ने 10 अक्टूबर 2024 को बालवाड़ा ग्राम सेवा सहकारी समिति के तत्कालीन व्यवस्थापक श्री आशाराम मेघवाल और सहायक व्यवस्थापक श्री चम्पालाल जीनगर को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों पर धारा 406, 409 और 420 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यह भी सामने आया है कि आशाराम मेघवाल के खिलाफ थाना सायला और थाना कोतवाली जालोर में भी गबन के दो अन्य मामले पहले से दर्ज हैं। पुलिस अब अन्य आरोपियों की भूमिका की भी जाँच कर रही है।
पुलिस टीम की सराहनीय कार्रवाई:
इस पूरे प्रकरण की जाँच और आरोपियों की गिरफ्तारी में पुलिस टीम ने अहम भूमिका निभाई। इस टीम का नेतृत्व उप-निरीक्षक श्री पन्नालाल ने किया, जबकि श्री मोटाराम गोदारा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, और श्री गौतमकुमार जैन, वृताधिकारी, ने सुपरविजन किया। टीम में श्री रणवीर सिंह, श्री नैनाराम, श्री वीरम सिंह, श्री हड़मानाराम और श्री दिनेश कुमार शामिल थे, जिन्होंने गहन जाँच-पड़ताल और गिरफ्तारी में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।
अन्य आरोपियों की तलाश जारी:
पुलिस अन्य सहयोगियों की भूमिका पर भी जांच कर रही है, जो इस गबन में शामिल हो सकते हैं। यह मामला जिले में चर्चित हो चुका है और पुलिस का यह कदम अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संदेश देता है।
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