3 घरों में 6 लोगों की मौत, एक साथ अर्थियां उठीं तो मचा कोहराम, गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार , एक घायल - JALORE NEWS
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जालौर शहर में 3 घरों में 6 लोगों की मौत, एक साथ अर्थियां उठीं तो मचा कोहराम, गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार , एक घायल - JALORE NEWS
पत्रकार श्रवण कुमार ओड़ जालोर
जालौर ( 6 मार्च 2025 ) Road Accident : राजस्थान के सिरोही जिले के आबूरोड के निकट कार-ट्रोले की टक्कर में एक ही परिवार के 6 जनों की मौत के बाद जालोर में प्रजापत समाज के शोक की लहर छा गई। मृतकों का गुरुवार शाम को गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।
आबूरोड के निकट गुरुवार अलसवेरे कार-ट्रोले की टक्कर में 6 जनों की मौत का समाचार सुनते ही परिवार में मातम छा गया। जानकारी मिलते ही परिवार और समाज के लोग अल सवेेरे ही आबूरोड के लिए रवाना हुए। मृतकों में चार जालोर के व दो चांदराई के निवासी थे। गुरुवार को दोपहर बाद मृतकों के शव जालोर व चांदराई लाए गए। जैसे ही शव जालोर पहुंचे तो हर परिजन के चीत्कार संग आंखों से आंसू बह निकले। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। वहां मौजूद हर शख्स की आंख नम नजर आई। यहां शाम को एक घर से तीन अर्थी व एक घर से एक अर्थी रवाना हुई तो करुण क्रन्दन से हर व्यक्ति अपने आंसू नहीं रोक पाया। मृतकों की अर्थी जब शहर की गलियों से होकर गुजरी तो लोगों ने हाथ जोडकऱ अर्थी को नमन कर आत्माओं के मोक्ष की कामना की। मृतकों का गुरुवार शाम को प्रजापत समाज के मोक्षधाम में गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।
अस्पताल में वार्ड ब्वाय पद पर कार्यरत था नारायणलाल
जालोर. नारायणलाल जिला अस्पताल में वार्ड ब्वाय के पद पर कार्यरत था। उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था। लकवे जैसी शिकायत थी और उसी कारण से जांच करवाने के लिए वे परिवार सहित अहमदाबाद गए थे।
भयावह मंजर देख कांप उठे लोग
दुर्घटना इतनी भयंकर थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और इसमें सवार सभी लोग फंस गए। कार में सवार लोगों के जिंदा की होने की आस लगाए पुलिस, प्रशासन ने काफी मशक्कत कर दुर्घटनाग्रस्त कार को ट्रोले से अलग किया, लेकिन 7 में से 6 लोगों की मौतें हुई और एक महिला गंभीर स्थिति में रेफर की गई।
चांदराई में मौत की खबर सुनते छाया मातम
चांदराई. आबूरोड के निकट कार-ट्रोले की टक्कर में छह जनों की मौत में चांदराई के पिता पुत्र भी शामिल है। जैसे की उनकी मौत की खबर मिली तो कस्बे में मातम छा गया। कस्बे के कालुराम पुत्र परखाराम अपने पुत्र यशपाल के साथ 3 मार्च शाम को अपने बहनोई नारायणलाल को अहमदाबाद में चिकित्सा परामर्श के लिए लेकर गए थे। उनके साथ बहन पोसी देवी, भांजा दुष्यंत और दरीया देवी एवं जयदीप भी साथ थे। ये लोग अहमदाबाद से पुन: 5 मार्च रात्रि 10 बजे रवाना होकर जालोर आ रहे थे। जहां आबूरोड के पास हादसे में पिता-पुत्र समेत बहन, बहनोई, भांजा व एक अन्य की मौत हो गई और एक महिला गंभीर घायल हो गई। कस्बे में पिता पुत्र के शव पंहुचने पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। घर.परिवार वाले बिलखते हुए रो रो कर बुरा हाल हो गया। गुरुवार शाम को पिता-पुत्र का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान हर व्यक्ति की आंख नम हो गई।
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कालूराम के इलेक्ट्रोनिक्स की दुकान थी
कालुराम पुत्र परकाराम कुमावत के चांदराई मेंइलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान थी। कालुराम अपने परिवार में इकलौता बेटा था। इनके पिता की चार साल पहले व माता की दो साल पहले मौत हो चुकी है। अब कालूराम के परिवार में उसकी पत्नी, तीन बेटियां व एक बेटा पीछे बचा है।
तेज रफ्तार बनी मौत की वजह, कार के परखच्चे उड़े
हादसे की सूचना मिलते ही 108 एंबुलेंस और आबूरोड सदर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शवों को आबूरोड के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और परिजनों को सूचना दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हादसा इतना भयानक था कि कार पूरी तरह ट्रॉले में घुस गई थी। टक्कर के बाद कार के दरवाजे जाम हो गए और शवों को बाहर निकालने के लिए वाहन काटना पड़ा।
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40 मिनट की मशक्कत के बाद निकाले गए शव
हाईवे पर गश्त कर रहे हेड कांस्टेबल विनोद लाम्बा ने बताया कि तेज धमाके की आवाज सुनकर वे तुरंत मौके पर पहुंचे। हादसे के बाद कार बुरी तरह से ट्रॉले में फंस गई थी, जिसे क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया।
पुलिस और स्थानीय लोगों को शव निकालने में करीब 40 मिनट की कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
सिरोही एक्सीडेंट में मृतकों की सूची
नारायण लाल प्रजापत (58)
पोशी देवी (55)
दुष्यंत (24)
कालूराम प्रजापत (40)
यशराज (4)
जयदीप (4)
इन सभी की मौत हो गई। जबकि दरिया देवी घायल हैं और उनका इलाज उदयपुर जिला अस्पताल में चल रहा है।
बता दें कि नारायण लाल प्रजापत की पत्नी पोशी देवी और बेटा दुष्यंत हाल ही में अहमदाबाद गए थे, जहां से दवा लेने के साथ बड़े बेटे पिंटू की सगाई के संबंध में रिश्तेदारों से मिलने का भी कार्यक्रम था। लौटते समय अहमदाबाद बस स्टैंड पर उनकी मुलाकात परिचित दरिया देवी और उनके बेटे जयदीप से हुई, जो जालोर की बस का इंतजार कर रहे थे। इन्हें साथ लेकर वे कार से लौट रहे थे, लेकिन रास्ते में यह दुर्घटना घटित हो गई।
एक साथ छह लोगों की मौत से तीनों परिवारों में कोहराम मच गया है। जालोर के कुम्हारों का बास इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है। गांव से तीन घरों से अर्थियां एक साथ निकलीं। करीब 5 बजे अंतिम संस्कार किया गया। आबूरोड एसडीएम शंकरलाल मीणा ने बताया कि हादसे के बाद ट्रॉला चालक फरार हो गया है, जिसकी तलाश की जा रही है।
नींद की झपकी बनी वजह! जांच शुरू
हादसे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शुरुआती जांच से ऐसा लग रहा है कि कार चालक को नींद आ गई होगी या फिर उसने गाड़ी पर से नियंत्रण खो दिया होगा, जिसके कारण यह हादसा हुआ। हाइवे पर तेज रफ्तार वाहनों की आवाजाही और कम रोशनी भी हादसे का एक कारण हो सकती है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या ट्रॉले चालक की भी कोई लापरवाही थी।
हादसे में इन 6 की गई जान, एक महिला का चल रहा इलाज
इस हादसे में जान गंवाने वालों में नारायण प्रजापत (58), उनकी पत्नी पोशी देवी (55) और उनका बेटा दुष्यंत (24) शामिल हैं। ये तीनों कुम्हारों का वास, जालोर के रहने वाले थे। इसके अलावा कार चालक कालूराम (40), उनका बेटा यशराम (4) और जयदीप (पुत्र पुखराज प्रजापत) की भी इस हादसे में मौत हो गई। ये सभी चांदराई, जालोर के रहने वाले थे। घायल महिला दरिया देवी (35), पुखराज प्रजापत की पत्नी हैं, जिनका सिरोही के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
नारायणराम जालोर के एक अस्पताल में काम करते थे। वे अपने परिवार के साथ अहमदाबाद किसी काम से गए थे। वापसी के दौरान यह दर्दनाक हादसा हो गया। इस हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। लोगों ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। माउंट आबू के सीओ गोमाराम, सदर थानाधिकारी दर्शन सिंह, एसआई गोकुलराम, हेड कांस्टेबल विनोद सहित कई पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच-पड़ताल की।
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करता है। तेज रफ्तार, लापरवाही और नींद की कमी जैसे कारण अक्सर ऐसे हादसों का कारण बनते हैं। जरूरी है कि हम सभी सड़क पर सावधानीपूर्वक गाड़ी चलाएं और ट्रैफिक नियमों का पालन करें ताकि ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके। ड्राइविंग के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें, सीट बेल्ट जरूर लगाएं और लंबी यात्रा से पहले पर्याप्त आराम करें।
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