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आसाणा हादसे पर रूपराज पुरोहित का बड़ा बयान – प्रशासन और पीडब्ल्यूडी की लापरवाही से गई 6 युवाओं की जान, शिवसेना (यूबीटी) करेगी आंदोलन

By Shravan Kumar Oad

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रमेश परमार


उम्मेदाबाद ( 29 अगस्त 2025 ) जालोर जिले के सायला थाना क्षेत्र के आसाणा गांव में नदी में बहने से 6 युवाओं की मौत पर अब राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। शिवसेना (यूबीटी) जालोर जिला प्रमुख रूपराज पुरोहित ने शुक्रवार को पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर संवेदना प्रकट की और इस दर्दनाक हादसे को पूरी तरह प्रशासन व पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही का नतीजा बताया।

पुरोहित ने मृतक युवाओं – मनोहरसिंह, श्रवण देवासी, उमाराम जगतराम, जितेंद्रसिंह और श्रवण मेघवाल – के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया और कहा कि यदि समय रहते सुरक्षा इंतज़ाम किए गए होते तो यह 6 निर्दोष युवक आज जीवित होते। उन्होंने हादसा स्थल का निरीक्षण भी किया और कहा कि नदी पर बनी सीसी रपट पर दोनों ओर सुरक्षा दीवार या पिलर नहीं लगाए गए, जिसके कारण युवाओं को रपट का अंदाजा नहीं लग पाया और वे बगल में बने गहरे गड्ढों में डूब गए।

उन्होंने तीखे शब्दों में कहा कि
👉 “यह हादसा प्रशासन और पीडब्ल्यूडी विभाग की नाकामी का परिणाम है। यदि रपट के दोनों छोर पर पाँच-पाँच फुट ऊँचे सुरक्षा पिलर होते तो यह हादसा नहीं होता।”

जिला प्रमुख पुरोहित ने पीड़ित परिवारों को भरोसा दिलाया कि मृतकों के क्रियाकर्म के बाद शिवसेना (यूबीटी) जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर लोकतांत्रिक आंदोलन करेगी और जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग उठाएगी।

उन्होंने यह भी कहा कि जिले की अधिकांश नदियों में बजरी माफिया ने बड़े-बड़े गहरे गड्ढे कर दिए हैं, जिनमें हर साल मासूमों की जान जा रही है। यह भी प्रशासन और नेताओं की मिलीभगत का परिणाम है।

पुरोहित ने जालोर विधायक पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब यह सीसी रपट बनी थी, उस समय विधायक को पीडब्ल्यूडी विभाग को सुरक्षा पिलर लगाने के निर्देश देने चाहिए थे, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसकी कीमत आज 6 परिवारों को अपने चिराग खोकर चुकानी पड़ी है।

गांव में इस हादसे को लेकर गहरा आक्रोश है और लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर कब तक प्रशासन और विभागीय लापरवाही की वजह से निर्दोष लोगों की जान जाती रहेगी।


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