
भीनमाल (माणकमल भंडारी) – बैंगलुरु में शुक्रवार देर रात एक भीषण आग ने चार लोगों की जान ले ली। मरने वालों में राजस्थान के जालोर जिले के भीनमाल (मोदरान) निवासी प्रवासी बिजनेसमैन मदनसिंह राजपुरोहित (40), उनकी पत्नी और दो मासूम बच्चे शामिल हैं।
गोदाम में लगी आग से चार मंजिला बिल्डिंग खाक
हादसा बैंगलुरु के नगरपेठ इलाके के स्टील मार्केट में हुआ। बताया जा रहा है कि मदनसिंह का लकड़ी के बर्तनों का गोदाम बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर था, जबकि चौथी मंजिल पर उनका परिवार रहता था।
शुक्रवार देर रात गोदाम में लगी आग तेजी से फैल गई और पूरे चार मंजिला बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया।





पति गोदाम में फंसे, पत्नी–बच्चे फ्लैट में जले
जानकारी के मुताबिक, आग लगते ही मदनसिंह गोदाम में ही फंस गए, वहीं उनकी पत्नी और बच्चे ऊपर फ्लैट में थे। तीनों बाहर नहीं निकल पाए और जिंदा जलकर मौत का शिकार हो गए।
इस बिल्डिंग में और भी कई परिवार रहते थे। घबराए लोग जान बचाने के लिए जलती बिल्डिंग से नीचे कूद पड़े।
15 साल से परिवार के साथ रह रहे थे बेंगलुरु
जानकारी के अनुसार मदन सिंह राजपुरोहित परिवार के साथ 15 साल से बेंगलुरु रह रहे थे। उनका चकला-बेलन बनाने का व्यवसाय था। आग उनके गोदाम में लगी और इसके बाद देखते ही देखते आग ने पूरी बिल्डिंग में फैल गई। इसमें मदनसिंह, उनकी पत्नी और दो बच्चे आग की चपेट में आने से मौत हो गई। वहीं हादसे में सांचौर के रहने वाले सुरेश कुमार की भी मौत हुई है। सुरेश कुमार की मार्केट में क्रॉकरी की दुकान थी। सुरेश भी उसी बिल्डिंग में दूसरी मंजिल पर बने एक गोदाम में सो रहा था।पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान राजस्थान जालोर मोदरा गांव निवासी मदनसिंह राजपुरोहित, उनकी पत्नी संगीता, बेटा नीतेश व वीयान और सुरेश कुमार पुत्र मफतलाल खत्री गांव भडराना सांचौर के रूप में हुई। इमारत के नीचे गोदाम में शोर्ट सर्किट चलते आग लगी और देखते ही देखते आग ने पूरी बिल्डिंग को अपनी जद में ले लिया। सूचना पर पुलिस और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और राहत और बचाव का कार्य किया।
शॉर्ट सर्किट से लगी आग
पुलिस ने कहा कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगने की आशंका है। अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें सुबह करीब तीन बजकर 14 मिनट पर आग लगने की सूचना मिली। एक अधिकारी ने बताया कि आग बुझाने के लिए आठ वाहन लगाए गए हैं और 55 दमकलकर्मी तथा 21 अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक तरह का गोदाम है जहां काफी सामान रखा हुआ है। इस वजह से आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है।’’ अधिकारियों ने बताया कि यह इमारत शहर के घनी आबादी वाले कारोबारी इलाके में स्थित है।
एम्स भी लगी थी आग
बता दें कि इसी तरह बीते दिनों दिल्ली में स्थित अखिल भारतीय अयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स में भीषण आग लगी थी। यह आग एम्स के मदर एवं चाइल्ड ब्लॉक में लगी थी। दरअसल शाम 5.15 बजे आग लगने की सूचना दमकल विभाग को मिली, जिसके बाद दमकल की 9 गाड़ियां मौके पर पहुंची। हालांकि फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के पहुंचने से पहले ही कैंपस में लगे फायर सिस्टम से आग को बुझाने का काम शुरू कर दिया गया। इसी बीच फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंच गई और आग को तेजी से नियंत्रित करने की कोशिश शुरू की गई। शीशे की बिल्डिंग होने की वजह से बिल्डिंग के अंदर धुएं का गुब्बार भर गया था। बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर आईवीएफ वार्ड है, जबकि तीसरी मंजिल पर शिशु वार्ड है। बता दें कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।
बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला
रात के करीब 3 बजे का समय था, जब सभी गहरी नींद में थे। इसी दौरान इमारत के नीचे गोदाम में अचानक आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि कुछ मिनटों में पूरी इमारत फैल गई। किसी को भी बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह तक बिल्डिंग जलती रही। फायर ब्रिगेड की टीमों ने कई घंटों की कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन आग की लपटें शांत होने के बाद जो मंजर सामने आया, वह दिल दहला देने वाला था। अग्निशमनकर्मियों की कड़ी मेहनत के बाद शवों को बाहर निकाला।
पूरी रात जलती रही इमारत
आग इतनी भीषण थी कि शनिवार सुबह तक दमकल और SDRF की टीमें आग बुझाने की कोशिश करती रहीं। हादसे का कारण अभी तक साफ नहीं हुआ है।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय नेता और पूर्व विधायक आर.वी. देवराजू मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि आग लगने की वजह की जांच की जा रही है।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।