
गांव आकोली में इस बार श्रीकृष्ण जन्मोत्सव बेहद धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया गया। चारों ओर भक्ति का रंग, भजनों की गूंज और आधी रात भगवान के जन्म का उल्लास—पूरा माहौल देखने लायक था।
मीडिया प्रभारी पूरणसिंह काबावत ने बताया कि जब-जब धरती पर पाप और अधर्म बढ़ता है, भगवान अवतार लेकर धर्म की रक्षा करते हैं। उसी तरह जब कंस ने अत्याचार मचाया था, तब भगवान श्रीकृष्ण ने भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी को जन्म लेकर उसका अंत किया था। इसी पावन अवसर पर सांचेश्वर महादेव ट्रस्ट के संरक्षण में ठाकुरजी (श्रीकृष्ण) के मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया।
भजनों से गूंज उठा गांव
दिनभर गायिका पुनम वैष्णव और उनकी पार्टी (पाली) ने एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत किए, जिसने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। खास बात ये रही कि पुनम अभी कक्षा 12वीं पास ही हैं। इतनी कम उम्र में उनकी यह प्रतिभा वाकई काबिल-ए-तारीफ है। पुनम ने बताया कि वह 10 साल की उम्र से ही गायन और नृत्य का अभ्यास कर रही हैं। उनकी मां गाने में साथ देती हैं, पिता ढोलक बजाते हैं और छोटी बहन नृत्य का अभ्यास कर रही है।
नृत्य, खीर और भक्तिमय उल्लास
शाम को महिलाओं और युवतियों ने नाच-गाकर श्रीकृष्ण की महिमा गाई। सरपंच चोपाराम देवासी की ओर से सभी के लिए स्वादिष्ट खीर का आयोजन किया गया, जिसका सभी ने भरपूर आनंद लिया।
जैसे ही रात के 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्म समय आया, मंदिर में ढोल-नगाड़ों, घंटियों, शंख और पटाखों की आवाज गूंज उठी। भक्तों ने भगवान का जन्मोत्सव बेहद उल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया। इसके बाद महिलाओं ने ठाकुरजी को भोग लगाकर पूजा की और व्रत-उपवास तोड़ा।
ठंडे शरबत और भव्य विसर्जन
अगली सुबह नैनमल सोनी की ओर से महिलाओं और युवतियों के लिए ठंडे शरबत की व्यवस्था की गई, जिससे भीषण गर्मी में सभी ने राहत पाई।
इसके बाद सज-धज कर महिलाओं ने मंगल गीत गाए और भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमाओं को सिर पर रखकर गांव के तालाब में भव्य विसर्जन किया। पूरे गांव का माहौल भक्ति और उत्साह से सराबोर हो गया।
कार्यक्रम में शामिल रहे ये लोग
इस अवसर पर सरपंच चोपाराम देवासी, ट्रस्ट अध्यक्ष पूर्व बीडीओ डुगरसिंह काबावत, सचिव मंगलसिंह चौहान, सदस्य जितेंद्र कुमार जैन, फुंसाराम लुहार, रमेश कुमार टेलर, मदनसिंह काबावत, मोडसिंह गहलोत, ओबसिंह परिहार, शैतानसिंह काबावत, हडमतसिंह सोलंकी, थानाराम लुहार, जोगाराम संत, ईश्वरसिंह काबावत, सुजानसिंह काबावत, इन्द्र कुमार सुथार समेत सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।