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राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट: निवेशकों को राहत! कलेक्टर ने एमओयू क्रियान्वयन को दी प्राथमिकता

By Shravan Kumar Oad

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जालोर में निवेशकों के लिए एक बड़ी राहत वाली खबर आई है। राईजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट-2024 के दौरान हुए एमओयू को लेकर ज़िला कलेक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे ने विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने साफ कहा कि निवेशकों के मामलों का प्राथमिकता से निस्तारण किया जाए और प्रोजेक्ट्स के क्रियान्वयन में कोई भी रुकावट नहीं आनी चाहिए।

निवेशकों से लगातार संपर्क में रहें अधिकारी

कलेक्टर डॉ. गावंडे ने बुधवार शाम कलेक्ट्रेट सभागार में हुई समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप सभी विभाग निवेशकों से लगातार संपर्क बनाए रखें।
भूमि आवंटन, भूमि रूपांतरण और एनओसी जैसी प्रक्रियाओं को फास्ट ट्रैक मोड पर निपटाया जाए ताकि निवेशकों को अपने प्रोजेक्ट समय पर शुरू करने में आसानी हो।

कलेक्टर का बड़ा निर्देश

कलेक्टर ने स्पष्ट कहा – “निवेशकों को किसी भी स्तर पर दिक्कत नहीं आनी चाहिए। यदि प्रोजेक्ट क्रियान्वयन के दौरान कोई कठिनाई आती है तो उसका समाधान तुरंत किया जाए।”
उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

अब तक कितना निवेश हुआ?

जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र के महाप्रबंधक संग्रामराम देवासी ने बैठक में जानकारी दी कि:

  • अब तक 39 निवेशकों ने 2812.86 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
  • वहीं 31 निवेशकों ने 8275.13 करोड़ की परियोजनाओं पर काम शुरू कर दिया है।

यह आंकड़े बताते हैं कि जालोर जिला अब बड़े निवेश का केंद्र बनता जा रहा है।

बैठक में कौन-कौन रहे मौजूद?

बैठक में कई अहम विभागों के अधिकारी मौजूद रहे, जिनमें शामिल हैं:

  • विद्युत विभाग से आर.के. मिश्रा
  • जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) भंवरलाल परमार
  • सीएमएचओ डॉ. भेराराम जाणी
  • नगर परिषद आयुक्त दिलीप माथुर
  • आरसेटी से राधेश्याम
  • पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य नरपत कुमार जीनगर
  • कृषि उपज मंडी सचिव कल्याणसिंह भाटी
    इसके अलावा, राशी डंगायव, बलदेव सिंह, वेलाराम चौधरी और अशोक कुमार माली भी बैठक में मौजूद रहे।

आगे का रोडमैप

कलेक्टर का संदेश साफ है— जिले में निवेश और रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि अगर निवेशक बिना रुकावट काम करेंगे तो इसका सीधा फायदा स्थानीय युवाओं और जिले की अर्थव्यवस्था को होगा।

कुल मिलाकर, जालोर अब राजस्थान का उभरता हुआ इन्वेस्टमेंट हब बनता जा रहा है। आने वाले समय में यहाँ बड़े पैमाने पर रोजगार और विकास के नए अवसर खुलने वाले हैं।

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