
(माणकमल भंडारी, भीनमाल)
भीनमाल।
राजस्थान आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी संघ जालोर और राजस्थान आयुष संयुक्त संघर्ष समिति जालोर के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को बड़ा विरोध दर्ज कराया गया।
चिकित्सा अधिकारियों ने डिजिटल उपस्थिति (Raj SSO AMS App के जरिए जीओ-ट्रैकिंग) के खिलाफ निदेशक आयुर्वेद विभाग अजमेर के नाम उपनिदेशक आयुर्वेद विभाग जालोर को ज्ञापन सौंपा।
“ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क ही नहीं, तो डिजिटल हाजिरी कैसे दें?”
संघ के पदाधिकारी डॉ. लालप्रताप सिंह और नर्सिंग समिति के जिला संयोजक रायमल चौधरी ने कहा कि सरकार बिना बुनियादी संसाधन उपलब्ध कराए सीधे डिजिटल उपस्थिति लागू करने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में न तो नेटवर्क सही है और न ही तकनीकी सुविधाएं। ऐसे में डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के लिए यह नियम व्यवहारिक रूप से असंभव है।
एक ही डॉक्टर के पास तीन-तीन औषधालयों का चार्ज
चिकित्सकों ने साफ कहा कि कई बार एक ही अधिकारी के पास दो से तीन औषधालयों का चार्ज होता है। ऐसे में जीओ-ट्रैकिंग उपस्थिति देना नामुमकिन है।
संघ ने मांग रखी कि पहले विभाग सभी आवश्यक संसाधन और तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध करवाए, उसके बाद ही इस व्यवस्था को लागू किया जाए।
बड़ी संख्या में डॉक्टर रहे मौजूद
ज्ञापन देने के दौरान बड़ी संख्या में चिकित्सक मौजूद रहे। इनमें शामिल थे:
डॉ. हरजीराम विश्नोई, डॉ. राधेश्याम गुप्ता, डॉ. नरेंद्र आचार्य, डॉ. कैलाश गर्ग, डॉ. हरिओम प्रतापसिंह, सामतिराम, भीमाराम, रामनिवास, कृष्णकुमार, अशोककुमार, राजकुमार, विकास मीणा, शेरसिंह, प्रकाश मीणा सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।