
(भीनमाल से रिपोर्ट)
भीनमाल।
सरकारी सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत जिले के लाखों गरीब परिवारों का राशन अटक गया है। वजह है – परिवार के सभी सदस्यों की ई-केवाईसी (e-KYC) पूरी होना जरूरी कर दिया गया है।
जिले में 2,66,270 राशन कार्ड धारक जुड़े हुए हैं, जिनमें सिर्फ भीनमाल उपखंड के 21,598 परिवार शामिल हैं। योजना के तहत हर महीने अंत्योदय परिवारों को 35 किलो और बीपीएल, एपीएल, स्टेट बीपीएल परिवारों को प्रति यूनिट 5 किलो राशन दिया जाता है।
लेकिन अब नए नियमों ने गरीबों की परेशानी बढ़ा दी है।
बच्चों के आधार कार्ड बने मुसीबत
पिछले साल विभाग ने सभी सदस्यों की ई-केवाईसी को अनिवार्य किया था। हालांकि, 0 से 10 साल तक के बच्चों को अगस्त तक छूट दी गई थी। लेकिन सितम्बर से नियम बदल गया। अब 5 से 10 साल के बच्चों की ई-केवाईसी भी जरूरी कर दी गई है।
यानी अगर परिवार के किसी एक सदस्य की भी ई-केवाईसी पेंडिंग है तो पूरे परिवार का राशन कार्ड ब्लॉक हो जाता है। यही वजह है कि हजारों परिवार इस महीने का राशन लेने से वंचित हो रहे हैं।
आधार अपडेट में सबसे बड़ी दिक्कत
उपभोक्ता अब आधार केंद्रों के चक्कर काट रहे हैं, खासकर बच्चों के आधार अपडेट के लिए। कई बच्चों का बायोमेट्रिक सत्यापन नहीं हो पा रहा है, जिससे आधार अपडेट अधर में लटका हुआ है। नतीजा – परिवार का राशन भी अटक गया है।
विभाग का बयान
प्रदेश प्रवक्ता वरदाराम देवासी ने बताया –
“विभाग ने सितम्बर माह के राशन वितरण के लिए 5 से 10 साल के बच्चों की ई-केवाईसी अनिवार्य कर दी है। अगर परिवार के सभी सदस्यों की ई-केवाईसी पूरी नहीं है तो POS मशीन राशन कार्ड ओपन ही नहीं करती। ऐसे में कार्डधारक को राशन नहीं दिया जा सकता।”
उन्होंने स्पष्ट कहा कि सभी उपभोक्ता अपने परिवार के आधार कार्ड अपडेट करवाएं और फिर ई-केवाईसी पूरी करें। तभी जाकर उन्हें अगली बार से राशन सामग्री मिल पाएगी।
गरीब परिवारों पर बढ़ी मार
नियम सख्त होने से हजारों गरीब परिवार अनाज के लिए भटक रहे हैं। बच्चों के आधार अपडेट की लंबी प्रक्रिया और बायोमेट्रिक की दिक्कत ने स्थिति और गंभीर कर दी है।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।