
माणकमल भंडारी, भीनमाल
भीनमाल।
भारती हॉस्पिटल एवं सोनोग्राफी सेंटर, रेवदर ने ऐसा काम कर दिखाया है, जो किसी मिसाल से कम नहीं। अस्पताल की अनुभवी डॉक्टर्स टीम ने एक ही रात में 11 महिलाओं की नॉर्मल डिलीवरी सफलतापूर्वक करवाकर इतिहास रच दिया।
जहां कहा गया ‘सिजेरियन जरूरी है’, वहां हुई नॉर्मल डिलीवरी
प्राप्त जानकारी के अनुसार, माउंट आबू की कमलाकुँवर भूपेंद्रसिंह, संतोषकुंवर कुंदनसिंह, मनीषाकुंवर भंवरसिंह और जीजाकुंवर जबरसिंह को आबूरोड के अस्पतालों में सिजेरियन की सलाह दी गई थी। लेकिन जब ये महिलाएं भारती हॉस्पिटल पहुंचीं तो डॉक्टरों की टीम ने सभी की सफल नॉर्मल डिलीवरी करवाकर सबको चौंका दिया।
2000 किलोमीटर दूर से आई उम्मीद
तमिलनाडु में बिजनेस करने वाली ज्योतिदेवी लक्ष्मणकुमार माली (निवासी बालदा वेलांगिरी, सिरोही) ने नॉर्मल डिलीवरी की इच्छा से पूरे 2000 किलोमीटर का सफर तय कर रेवदर का रुख किया। और भारती हॉस्पिटल में उनकी नॉर्मल डिलीवरी करवा कर डॉक्टरों ने उनकी उम्मीदों को सच कर दिखाया।
जटिल केस भी बने आसान
- ज्योतिदेवी भावाराम वागरी (मोहब्बतनगर, सिरोही) – जिनके गर्भ में पानी की गंभीर कमी और उल्टा बच्चा था, उन्हें सिरोही के बड़े अस्पताल में सिजेरियन की सलाह दी गई। लेकिन भारती हॉस्पिटल में कुछ ही मिनटों में नॉर्मल डिलीवरी करवाई गई।
- सुगनादेवी वीराराम देवासी (माकरोड़ा, सिरोही) – 9 महीने से सिरोही के बड़े हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। लेकिन जब प्रसव पीड़ा शुरू हुई, वहां के डॉक्टरों ने सिजेरियन अनिवार्य बताया। परिवार उन्हें लेकर रेवदर पहुंचे, जहां अनुभवी टीम ने नॉर्मल डिलीवरी करवाकर राहत दी।
अन्य महिलाओं की भी सफल डिलीवरी
इसके अलावा,
- चंदूदेवी मुकेशकुमार ग्रासिया (बाहरीखेड़ा, पिंडवाड़ा)
- लसीदेवी आशाराम ग्रासिया (निचली फली, आबूरोड)
- सुरतीदेवी प्रकाशकुमार ग्रासिया (मूलिया खेड़ा, रेवदर)
- लक्ष्मीदेवी वगतराम कलबी (मेर मांडवाड़ा)
की भी नॉर्मल डिलीवरी करवाकर अस्पताल ने परिजनों को बड़ी राहत दी।
मानवता की मिसाल
इस उपलब्धि के बाद स्थानीय लोगों और मरीजों के परिजनों ने कहा कि भारती हॉस्पिटल की टीम ने न सिर्फ चिकित्सा क्षेत्र में नया कीर्तिमान बनाया है, बल्कि मानवता का सच्चा परिचय भी दिया है। एक ऐसे समय में, जब अक्सर बिना जरूरत भी सिजेरियन करवा दिए जाते हैं, रेवदर के इस अस्पताल ने यह साबित किया कि अनुभव और सही नीयत से चमत्कार किए जा सकते हैं।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।