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विधानसभा में विधायकों की जासूसी का मामला तूल पकड़ता हुआ, कांग्रेस विधायकों का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलेगा – जूली

By Shravan Kumar Oad

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जयपुर ( 10 सितम्बर 2025 ) राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने सदन में लगे हिडन कैमरों के मुद्दे को गंभीर बताते हुए सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। जूली ने कहा कि विपक्षी विधायकों की गतिविधियों व बातचीत की रिकॉर्डिंग कर उनकी निजता और विशेषाधिकारों का हनन किया जा रहा है, जो सीधे-सीधे संविधान के अनुच्छेद 21 का उल्लंघन है।


सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्ष ने इस मामले पर जोरदार हंगामा करते हुए सरकार की कड़ी निंदा की। जूली ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि जब पहले से ही विधानसभा में 9 कैमरे मौजूद हैं और कार्यवाही यूट्यूब पर लाइव होती है, तो फिर दो नए कैमरे लगाने की आवश्यकता क्यों पड़ी? उन्होंने सवाल उठाया कि इन कैमरों की रिकॉर्डिंग का एक्सेस किसके पास है और इसे सार्वजनिक क्यों नहीं किया जा रहा।


जूली ने यह भी आरोप लगाया कि सदन स्थगित होने के बाद भी नए कैमरों की रिकॉर्डिंग जारी रहती है और इसमें विधायकों की निजी बातचीत को भी रिकॉर्ड किया जा रहा है। उन्होंने इसे विपक्षी विधायकों की जासूसी करार दिया और सरकार से स्पष्ट जवाब मांगा कि ये कैमरे कब और किस अनुमति से लगाए गए।


उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की यह पुरानी फितरत रही है। प्रधानमंत्री मोदी पर भी पूर्व में जासूसी कराने के आरोप लगे थे और अब मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी अपने विधायकों और मंत्रियों की गतिविधियों पर नजर रखने की बात खुलकर कह चुके हैं।


विपक्ष के नेता ने कहा कि यह लोकतंत्र और विधानसभा की गरिमा पर सीधा आघात है। उन्होंने घोषणा की कि कल कांग्रेस विधायक राज्यपाल से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपेंगे और इस मामले में संवैधानिक कार्यवाही की मांग करेंगे।

किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर गए मुख्यमंत्री – जूली

साथ ही जूली ने मुख्यमंत्री एवं सदन के नेता भजनलाल शर्मा पर भी तीखा कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने विधानसभा जैसे पवित्र मंच का राजनीतिक भाषणों के लिए उपयोग किया, जबकि प्रदेश में अतिवृष्टि से जूझ रहे किसानों को राहत पैकेज की दरकार थी।


उन्होंने कहा – “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री किसानों के दर्द को समझने और उन्हें राहत देने की बजाय लंबी-चौड़ी राजनीति करते रहे और किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर गए।”

👉 यह पूरा घटनाक्रम राजस्थान की सियासत में विधानसभा की गरिमा, निजता के अधिकार और किसानों की समस्याओं को लेकर नया विवाद खड़ा कर गया है।

आंदोलन कांग्रेस

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