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बड़ी खबर – हाईफा हीरो मेजर दलपत सिंह देवली के 107वें बलिदान दिवस पर जालौर में भव्य सम्मेलन और शोभायात्रा

By Shravan Kumar Oad

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पत्रकार श्रवण कुमार ओड़ जालोर

जालोर ( 22 सितंबर 2025 ) हाईफा हीरो मेजर दलपत सिंह देवली के 107 वे बलिदान दिवस पर जिला  रावणा राजपूत महासभा एवं युवा महासभा द्वारा एक विशाल सम्मेलन का आयोजन दिनांक 23 सितंबर को जालौर क्लब के पास स्थित मलकेश्वर मठ मैदान में होगा सम्मेलन के पश्चात भव्य शोभायात्रा का आयोजन होगा । भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी 23 सितंबर को जालोर शहर में रावत राजपूत समाज के लोगों द्वारा कार्यक्रम आयोजित होगा ।

जिसकी तैयारी आप पूर्ण कर ली गई है।सम्मेलन में 10 हजार लोगों के भाग लेने की संभावना है।

महासभा जिला अध्यक्ष राजू सिंह राजपुरा ने बताया कि प्रथम विश्व युद्ध के दौरान 23 सितंबर 1918 को मेजर दलपत सिंह ने इजराइल के हाईफा शहर को 400 वर्षों की गुलामी से मुक्त कराने के लिए सेना का नेतृत्व करते हुए अद्वितीय शौर्य दिखाया और वीरगति प्राप्त की थी। उसी महान बलिदान की स्मृति में यह आयोजन किया गया।

जनप्रतिनिधियों और संत-महात्माओं की मौजूदगी

कार्यक्रम में लोकसभा सांसद लुंबाराम चौधरी, राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, जिले के विधायकगण, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे ।
राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम सिंह भाटी और समाज के विभिन्न जिलों से आएंगे और एवं समाज के वरिष्ठजन संबोधित करेंगे ।

युवा महासभा के जिला अध्यक्ष एडवोकेट श्रवण सिंह सिसोदिया ने बताया कि कार्यक्रम में संत महात्माओं का भी आशीर्वाद सभी को मिलेगा एवं आयोजन को लेकर विभिन्न समितियां का गठन किया जा चुका है जिसकी बैठक कर अलग-अलग कार्य व्यवस्था बांटी गई है ।।

शोभायात्रा का भव्य आयोजन

समारोह के संयोजक एवं भाजपा जिला महामंत्री गजेंद्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि कार्यक्रम के पश्चात एक भव्य शोभायात्रा का आयोजन होगा जो मलकेश्वर मठ से प्रारंभ होकर राजेंद्र नगर भीनमाल बायपास रोड सूरजपोल अस्पताल चौराहा हरिदेव जोशी चौराहा गौरव पथ रोड पंचायत समिति से होते हुए पुनः हरीदेव जोशी चौराहा वन वे रोड नगर परिषद के सामने से निकलकर मलकेश्वर मठ पर आकर समाप्त होगी ।

साइकिल से पहुंचे 72 वर्षीय सुमेर सिंह चावड़ा

इस मौके पर सबसे खास आकर्षण रहे पाली निवासी 72 वर्षीय सुमेर सिंह चावड़ा पुत्र रतन सिंह चावड़ा, जो सुबह 4 बजे साइकिल से रवाना होकर शाम 5:30 बजे सम्मेलन स्थल पहुंचे। उनके हौसले और समर्पण को देखकर आयोजन समिति एवं उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने उनका भव्य स्वागत किया और सभी ने उनकी सराहना की।

यह आयोजन न केवल बलिदान दिवस की याद दिलाता है, बल्कि समाज में एकजुटता और प्रेरणा का संदेश भी देता है।


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