देशभर में लाखों ATM कार्ड धारकों के लिए आज से बड़ा बदलाव लागू हो गया है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने ATM ट्रांजैक्शन को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है, जिसका असर हर बैंक ग्राहक पर पड़ेगा। अब ATM से पैसे निकालने, बैलेंस चेक करने या मिनी स्टेटमेंट लेने पर नए नियम लागू होंगे। RBI का कहना है कि ये बदलाव ग्राहकों की सुरक्षा बढ़ाने और धोखाधड़ी की घटनाओं को रोकने के लिए किए गए हैं। अब हर ATM मशीन पर ट्रांजैक्शन का लिमिट और अलर्ट सिस्टम अपडेट किया गया है। बैंक अब रियल टाइम नोटिफिकेशन भेजेंगे और फ्री ट्रांजैक्शन की सीमा पार होने पर अतिरिक्त चार्ज भी लगेगा। ग्राहकों को सलाह दी गई है कि वे अपने बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर जाकर नए नियमों की पूरी जानकारी लें।

RBI की नई गाइडलाइन से क्या बदल जाएगा
RBI की नई गाइडलाइन के तहत अब सभी बैंक अपने ग्राहकों को हर ATM ट्रांजैक्शन का तुरंत SMS या ईमेल अलर्ट भेजेंगे। इससे कार्ड फ्रॉड या अनधिकृत लेनदेन की स्थिति में ग्राहक तुरंत एक्शन ले सकेंगे। इसके अलावा, एक महीने में फ्री ATM ट्रांजैक्शन की सीमा सीमित कर दी गई है — मेट्रो शहरों में अधिकतम 3 और नॉन-मेट्रो में 5 फ्री ट्रांजैक्शन की अनुमति दी गई है। उसके बाद हर ट्रांजैक्शन पर ₹21 तक का शुल्क देना होगा। बैंक अब ग्राहकों के लिए ‘डायनामिक PIN सिस्टम’ भी लागू कर रहे हैं, ताकि हर ट्रांजैक्शन से पहले वन-टाइम पासकोड की जरूरत पड़े। इस बदलाव से सुरक्षा में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिलेगा।
ATM से नकद निकालने के नए नियम
नई गाइडलाइन के मुताबिक, अब ATM से नकद निकालने पर दैनिक लिमिट बैंक के अनुसार तय की गई है। उदाहरण के लिए, कुछ बैंकों में ₹20,000 से ₹25,000 प्रतिदिन की लिमिट रखी गई है। ग्राहकों को सलाह दी गई है कि वे अपने बैंक द्वारा तय की गई सीमा की जानकारी जरूर लें। साथ ही, अगर कोई ग्राहक अपने कार्ड से लगातार 3 बार गलत PIN डालता है, तो कार्ड 24 घंटे के लिए ब्लॉक हो जाएगा। RBI ने बैंकों को यह भी कहा है कि ATM मशीनों में पर्याप्त CCTV और सुरक्षा उपाय हों। अब रात 10 बजे के बाद कैश निकालने पर मशीन में ‘फेस डिटेक्शन सिस्टम’ की सुविधा भी जोड़ी जा रही है।
ग्राहकों के लिए चेतावनी और सुरक्षा सुझाव
RBI ने सभी ग्राहकों से अपील की है कि वे अपने ATM PIN या कार्ड डिटेल्स किसी के साथ साझा न करें। यदि कोई संदिग्ध ट्रांजैक्शन होता है, तो तुरंत अपने बैंक की हेल्पलाइन या शाखा से संपर्क करें। बैंक अब 24×7 ग्राहक सहायता केंद्रों पर शिकायत दर्ज करने की सुविधा दे रहे हैं। इसके अलावा, अब ग्राहकों को मोबाइल पर ‘ट्रांजैक्शन टाइम’ और ‘लोकेशन डिटेल्स’ भी दिखाई देंगी। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि कोई अन्य व्यक्ति उनके नाम पर लेनदेन न कर सके। सुरक्षा के लिए RBI ने बैंकों को नियमित रूप से ATM मशीनों की ऑडिटिंग करने का निर्देश दिया है।
RBI का उद्देश्य और भविष्य की योजना
RBI का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग अनुभव प्रदान करना है। नई ATM गाइडलाइन उसी दिशा में एक बड़ा कदम है। आने वाले महीनों में RBI कार्डलेस कैश विदड्रॉल सिस्टम को भी और आसान बनाने की तैयारी कर रहा है, जिससे ग्राहकों को केवल UPI या मोबाइल OTP से नकद मिल सकेगा। साथ ही, बैंकों को अब मशीनों में रियल-टाइम मॉनिटरिंग सॉफ्टवेयर लगाने का निर्देश दिया गया है। यह सॉफ्टवेयर किसी भी अनधिकृत एक्सेस को तुरंत ब्लॉक कर देगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इन नियमों से ATM धोखाधड़ी की घटनाएं काफी कम होंगी और ग्राहकों का भरोसा बैंकिंग सिस्टम पर और मजबूत होगा।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।