
भीनमाल (माणकमल भंडारी)। शहर के गायत्री गौशाला परिसर में शुक्रवार को जालोर स्वर्णकार महिला मंडल की महिलाओं ने एक अनोखा धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किया। वैदिक परंपरा के अनुसार आयोजित इस कार्यक्रम में महिलाओं ने श्रद्धा और उत्साह के साथ दश विधि स्नान किया, जिसने पूरे माहौल को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।
पवित्र सामग्रियों से हुआ धार्मिक स्नान
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं ने भस्म, मिट्टी, गोबर, सर्वौषधि, कुशा फल, गोमूत्र और शहद जैसी पवित्र सामग्रियों का उपयोग किया। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हुए इस अनुष्ठान को लेकर आयोजकों ने बताया कि इसका उद्देश्य केवल शारीरिक शुद्धि नहीं, बल्कि मानसिक और आत्मिक शुद्धि प्राप्त करना भी है।
रोग और नकारात्मक प्रभाव दूर करने का विश्वास
आयोजकों का मानना है कि दश विधि स्नान से न केवल रोग और कीटाणु नष्ट होते हैं, बल्कि व्यक्ति के जीवन से नकारात्मक प्रभाव भी दूर हो जाते हैं। यह साधना स्वास्थ्य और मानसिक शांति की राह दिखाती है। महिला मंडल की सदस्याओं ने इसे एक प्रभावी धार्मिक क्रिया बताते हुए कहा कि इससे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य का संचार होगा।
कार्यक्रम को मिला मंगलमय स्वरूप
कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं और अन्य सदस्यों ने इस आयोजन को बेहद मंगलमय बताया। उन्होंने इच्छा जताई कि ऐसे धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम नियमित रूप से होते रहें ताकि समाज में सामूहिक एकता और आध्यात्मिक जागरूकता बढ़े।
सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करता है ऐसा आयोजन
मीडिया प्रभारी माणकमल भंडारी ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन से न केवल हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत मजबूत होती है, बल्कि समाज को भी सकारात्मक दिशा मिलती है।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।