
जयपुर।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार (2 सितंबर) को मनाई जा रही रामदेव जयंती और तेजा दशमी के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा कि बाबा रामदेवजी और वीर तेजाजी ने अपना संपूर्ण जीवन लोककल्याण के लिए समर्पित कर दिया।
- बाबा रामदेवजी ने समाज में फैली जाति प्रथा और छुआछूत जैसी कुरीतियों को मिटाने का काम किया और मानव सेवा को सर्वोपरि माना।
- वहीं वीर तेजाजी ने गायों की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। उनका बलिदान हमें पशु-पक्षियों और प्रकृति की रक्षा करने की प्रेरणा देता है।
धार्मिक स्थलों के विकास पर भी बोले मुख्यमंत्री
सीएम शर्मा ने बताया कि राज्य सरकार लोक देवताओं और संतों से जुड़े धार्मिक स्थलों का जीर्णोद्धार कर रही है। इन्हें धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में भी लगातार प्रयास हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस पहल से न सिर्फ हमारी नई पीढ़ी लोक देवताओं के जीवन और कार्यों से जुड़ पाएगी, बल्कि प्रदेश आने वाले देश-विदेश के पर्यटकों को भी राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को जानने का मौका मिलेगा।
“आदर्शों को आत्मसात करने का संकल्प लें”
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों से अपील की कि वे बाबा रामदेवजी और वीर तेजाजी की शिक्षाओं और आदर्शों को जीवन में अपनाएं।
उन्होंने कहा –
“अगर हम सामाजिक समरसता और भाईचारे की राह पर चलें, तो राजस्थान प्रगति और विकास के नए शिखर पर पहुंचेगा।”

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।