
जालौर, 5 सितम्बर 2025।
ईद मिलादुन्नबी के मौके पर इस बार जालौर में समाज ने कुछ अलग करने की पहल की। पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन और जश्ने ईद मिलादुन्नबी के 1500 साल पूरे होने पर जामा मस्जिद परिसर में मुस्लिम समाज ने रक्तदान शिविर का आयोजन कर इसे ‘अमन दिवस’ के रूप में मनाया।
कार्यक्रम के संयोजक महबूब खान मुल्तानी ने बताया कि ऐसे अवसरों पर फिजूलखर्ची से बचकर समाज को फायदा पहुंचाने वाले कार्य करना ही सही मायने में जश्न है। उन्होंने कहा – “रक्तदान महादान है। आपका एक यूनिट रक्त किसी की जान बचा सकता है, इसलिए सभी को बढ़-चढ़कर इसमें हिस्सा लेना चाहिए।”
55 रक्तवीरों ने दिया जीवनदान
इस शिविर में 55 रक्त वीरों ने रक्तदान कर समाज को जागरूक संदेश दिया। रक्तदान करने वाले सभी दाताओं को मुस्लिम समाज की ओर से प्रमाण पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया गया।
ब्लड बैंक टीम की अहम भूमिका
शिविर में जालौर जिला चिकित्सालय ब्लड बैंक की मेडिकल टीम मौजूद रही। टीम में डॉ. रोहिताश, विनोद वैष्णव, लक्ष्मण कुमार, जावेद जोया, सुरेश कुमार, धर्मेंद्र, अरबाज खान, राकेश, महेंद्र कुमार, सुनिल और हीरसिंह शामिल थे।
समाज के युवाओं की बड़ी भागीदारी
शिविर को सफल बनाने में समाज के कई युवाओं ने अहम योगदान दिया। इनमें आसिफ़ खोखर, नाहिद अली, जावेद शेख, नदीम अली, साहिल, कलीम नागौरी, अब्दुल मजीद, सोनू सैय्यद, सरफराज सैय्यद, रमज़ान खान, शहज़ाद खान जी सिलावट, नूर मोहम्मद, असलम खान बिशनगढ़, माजिद मलिक, जहांगीर खान सिलावट, शकील खान, फिरोज खान, जानशेर खान सहित अन्य लोग शामिल रहे।
संदेश साफ: “फिजूलखर्ची नहीं, समाजसेवा ही सच्चा जश्न”
इस आयोजन ने साबित कर दिया कि जश्न मनाने का असली तरीका समाज और इंसानियत के काम आना है। मुस्लिम समाज की इस पहल की शहरभर में चर्चा रही और लोगों ने इसे सराहनीय कदम बताया।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।