
जयपुर, 26 अगस्त।
राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने ‘रामजल सेतु लिंक परियोजना’ को भाजपा का चुनावी जुमला बताते हुए केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार पर बड़ा हमला बोला है। जूली ने साफ कहा कि प्रदेश की जीवनरेखा ईआरसीपी (ERCP) का बार-बार नाम बदलने से कुछ हासिल नहीं होगा, सरकार को इसे तुरंत राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलाना चाहिए।
“डबल इंजन सरकार ने किया जनता के साथ अन्याय”
जूली ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी सार्वजनिक मंचों से झूठ बोलते हैं कि कांग्रेस ने ईआरसीपी अटकाई। जबकि सच यह है कि भाजपा की डबल इंजन सरकार ने ही इस महत्वाकांक्षी योजना को “अटकाने, लटकाने और भटकाने” का काम किया।
उन्होंने सवाल उठाया – “क्या राजस्थान के प्यासे नागरिकों और किसानों के हित के लिए ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा नहीं मिलना चाहिए?”
कांग्रेस सरकार में बना था बांध
जूली ने याद दिलाया कि ईआरसीपी योजना के तहत नवनेरा बांध का निर्माण कांग्रेस सरकार के समय ही पूरा हो गया था। लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार पिछले डेढ़ साल से केवल हवाई निरीक्षण में ही व्यस्त रही।
मंत्री–मुख्यमंत्री के बयानों में टकराव
जूली ने वन राज्य मंत्री संजय शर्मा पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा –
“एक ओर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा खुद को भगीरथ बताकर रामजल सेतु लिंक परियोजना का श्रेय ले रहे हैं, दूसरी ओर उनके ही मंत्री कह रहे हैं कि यह योजना 2039 से पहले धरातल पर नहीं आ सकती। ऐसे में डबल इंजन आखिर चल कहां रहा है?”
“मोदी ने 10 साल पहले किया था वादा”
जूली ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने केंद्र से ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने का आग्रह किया था, लेकिन मोदी सरकार ने इसे चुनावी लाभ के लिए रोककर रखा।
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी ने 10 साल पहले अजमेर और जयपुर में मंच से ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना बनाने का वादा किया था, लेकिन आज तक वह वादा पूरा नहीं हुआ।
“नाम बदलने से नहीं, राष्ट्रीय परियोजना से मिलेगा लाभ”
जूली ने चेतावनी दी –
“मुख्यमंत्री जी, इस योजना पर राजनीति करना बंद कीजिए। बार-बार नाम बदलने से जनता को कोई फायदा नहीं होगा। अगर आप दिल्ली जाते हैं, तो वहां से फंड की व्यवस्था भी कीजिए। वरना समय आने पर जनता आपको सबक सिखा देगी।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का शुरू से स्पष्ट मत है – ईआरसीपी को देश की अन्य 16 नदी जल राष्ट्रीय परियोजनाओं की तरह दर्जा दिया जाए। इससे कम किसी भी घोषणा से राजस्थान का भला नहीं होगा।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।