Jalore News: जालोर जिले के चितलवाना उपखंड स्थित टांपी गांव में मंगलवार देर रात अचानक भयंकर आग फैल गई। इस आग ने मुख्य बाजार की चार बड़ी दुकानों को पूरी तरह नष्ट कर दिया। इनमें दो कपड़ों की दुकानें और दो मणिहारी और प्लास्टिक के सामान की दुकानें शामिल थीं। सभी दुकानें होलसेल स्तर की थीं, जिससे शुरुआती अनुमान के अनुसार करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, आग की लपटें इतनी तेज थीं कि कई किलोमीटर दूर से भी उन्हें देखा जा सकता था। घटना की सूचना मिलते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई और लोग अपनी दुकानें छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागे।

दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं
दमकल विभाग को आग पर काबू पाने में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। सांचौर नगर परिषद से दो दमकल गाड़ियां मौके पर भेजी गईं, लेकिन उफनती लूणी नदी के कारण उन्हें लंबा चक्कर लगाना पड़ा। पानी का तेज बहाव दमकल गाड़ियों की गति को धीमा कर रहा था, जिससे आग बुझाने की प्रक्रिया में देरी हुई।

स्थानीय लोग भी आग बुझाने में जुटे
स्थानीय लोग भी आग पर काबू पाने की कोशिश में जुट गए। उन्होंने बाल्टियों और पाइपों की मदद से आग पर पानी डालने का प्रयास किया, लेकिन आग की तीव्र लपटों के सामने उनकी कोशिशें काफी हद तक असफल रहीं। कई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दमकलकर्मी आग पर नियंत्रण पाने में सफल हुए।




मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी नुकसान का आकलन कर रहे हैं। आग की वजह से न केवल दुकानों का सामान जलकर राख हुआ, बल्कि स्थानीय व्यापारियों की आर्थिक स्थिति पर भी गंभीर असर पड़ा है। इस घटना ने टांपी बाजार की सुरक्षा व अग्नि सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।