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गणपतसिंह हत्याकांड: पत्नी ने सरकार को दी चेतावनी, कहा – 15 दिन में खुलासा नहीं हुआ तो बच्चों संग करूंगी भूख हड़ताल

By Shravan Kumar Oad

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Reporter Shravan Kumar Od Jalore

जालोर ( 12 सितंबर 2025 ) माण्डोली निवासी गणपतसिंह हत्याकांड को लेकर परिजनों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को मृतक की पत्नी भारती कंवर ने जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी कि यदि 15 दिनों में हत्याकांड का खुलासा नहीं किया गया तो वह अपने बच्चों सहित कलेक्ट्रेट के सामने भूख हड़ताल पर बैठेंगी।

मीडिया प्रभारी पूरणसिंह काबावत आकोली ने बताया कि ज्ञापन में भारती कंवर ने लिखा – “मेरे पति गणपतसिंह माण्डोली की निर्मम हत्या हुए एक साल से अधिक का समय बीत चुका है। पुलिस आज तक हत्यारों को बेनकाब करने में नाकाम रही है। जांच अधिकारी डीएसपी कांबले ने सबूतों और गवाहों के आधार पर तीन संदिग्धों की पहचान भी की थी और नार्को टेस्ट की सहमति मांगी गई थी। लेकिन उसी बीच जांच अधिकारी का तबादला हो जाने से कार्रवाई अधर में लटक गई।”

ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि पुलिस के ढुलमुल रवैये के कारण हत्याकांड का खुलासा नहीं हो पा रहा है। समाज के लोग अब तक दर्जनों बार पुलिस अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और मंत्रियों को ज्ञापन सौंप चुके हैं, लेकिन नतीजा शून्य रहा।

जनता में आक्रोश

भारती कंवर ने कहा कि “मेरे पति की हत्या को हुए एक साल से ज्यादा हो चुका है, लेकिन हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं। इससे जनता में पुलिस व प्रशासन के प्रति गहरा आक्रोश है। पहले भी 36 कुम्मों के लोग आपेश्वर मंदिर पर सभा कर रामसीन थाने का घेराव कर चुके हैं। उस समय पुलिस ने 10 दिन का समय मांगा, फिर 7 दिन की डेडलाइन दी गई, लेकिन आज तक हत्याकांड का खुलासा नहीं हो सका।


उन्होंने भावुक अपील करते हुए कहा कि “मुख्यमंत्री भी किसी महिला के पति हैं, इसलिए वे एक पत्नी का दर्द समझ सकते हैं। यदि 15 दिन में खुलासा नहीं होता तो मैं अपने बच्चों संग कलेक्ट्रेट पर भूख हड़ताल करने को मजबूर हो जाऊंगी।”

घटनाक्रम

गौरतलब है कि 27 अगस्त 2024 की रात गणपतसिंह अपनी किराने की दुकान से घर लौटते समय लापता हो गए थे। अगले दिन 28 अगस्त को माण्डोली–सिंकवाड़ा मार्ग पर उनकी लाश बरामद हुई थी। हत्या के एक साल बाद भी आरोपियों का पता नहीं चल पाया है।

ज्ञापन देने के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे, जिनमें अबेसिंह माण्डोली, सुरजपालसिंह भागली, ओमकारसिंह रटूजा, पदमसिंह रटूजा, भीखसिंह नरसाणा, तेजसिंह नरसाणा, किशनसिंह नरसाणा, कल्याणसिंह मांडलवा, सुरजसिंह मांडलवा, गजेन्द्रसिंह तेलवाडा, खुशवीरसिंह माण्डोली सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।

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