पत्रकार रमेश कुमार उम्मेदाबाद
अवैध बजरी खनन के गड्ढों ने ली 6 युवकों की जान, प्रशासन को 15 दिन का अल्टीमेटम
जालोर ( 28 अगस्त 2025 ) जिले की सुकड़ी नदी में अवैध बजरी खनन से बने गहरे गड्ढों ने हाल ही में 6 मासूम युवकों की जान ले ली। इनमें से 4 शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि 2 की तलाश अब भी जारी है। यह दर्दनाक हादसा किसी प्राकृतिक आपदा का परिणाम नहीं बल्कि प्रशासनिक लापरवाही और बजरी माफियाओं की करतूत का नतीजा है।
यह कोई पहली घटना नहीं है। पिछले वर्ष गुड़ा बालोतान की जवाई नदी में थांवला का एक युवक गहरे गड्ढे में डूब गया था और इस वर्ष भी उसी गड्ढे में दयालपुरा का एक मासूम बच्चा असमय मौत का शिकार हुआ। बावजूद इसके, प्रशासन, पुलिस और माइनिंग विभाग ने सबक नहीं लिया।
विभागों की लापरवाही उजागर
पुलिस विभाग को पूरी जानकारी होती है कि किस नदी क्षेत्र में खतरनाक गड्ढे बने हुए हैं, लेकिन अब तक किसी गड्ढा खोदने वाले या बजरी माफिया पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
इसी तरह माइनिंग विभाग का कर्तव्य है कि अवैध खनन रोकें और ठेकेदारों पर नियंत्रण रखें, लेकिन मिलीभगत के चलते खनन और मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।
शिवसेना यूबीटी की प्रमुख मांगें
शिवसेना यूबीटी ने जिला कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में स्पष्ट चेतावनी दी है कि –
- जिन गड्ढों के कारण मौतें हुई हैं, दोषियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए।
- भविष्य में गड्ढे खोदने वालों पर फ़ौजदारी मुकदमा चलाया जाए।
- नदियों के खतरनाक किनारों पर चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा पिलर लगाए जाएं।
- मृतकों के परिजनों को तुरंत मुआवजा राशि उपलब्ध कराई जाए।
15 दिन का अल्टीमेटम
संगठन ने प्रशासन को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है। यदि तय समय सीमा में कार्रवाई नहीं हुई तो शिवसेना यूबीटी ने चेताया है कि वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन, पुलिस और माइनिंग विभाग की होगी।
ज्ञापन सौंपा गया
यह ज्ञापन शिवसेना यूबीटी जालोर जिला प्रमुख रूपराज पुरोहित के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को सौंपा गया। कलेक्टर की अनुपस्थिति में जालोर तहसीलदार ने ज्ञापन स्वीकार किया।
इस दौरान कोषाध्यक्ष हनुमानराम पटेल, शहर प्रमुख मिश्रीमल परिहार, शहर उपप्रमुख रामसिंहजी, कार्यकारिणी सदस्य महेंद्र राणा, किशोर मेघवाल, सूरज बामणिया, अधिवक्ता एवं समाजसेवी गुणेशसिंह राजपुरोहित (सांकरणा) सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।