
जालोर, 22 अगस्त।
बच्चों को पेट के कीड़ों और कृमि संक्रमण से बचाने के लिए आज राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, प्रताप चौक, जालोर में हुए इस समारोह का शुभारंभ जिला कलेक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे ने बच्चों को कृमि नाशक दवा एलबेंडाजोल खिलाकर किया।
बच्चों के लिए क्यों जरूरी है यह दवा?
कार्यक्रम में डॉ. गावंडे ने कहा –
“कृमि संक्रमण बच्चों के शारीरिक, पोषण और बौद्धिक विकास पर बुरा असर डालता है। एलबेंडाजोल दवा पेट के कीड़ों को खत्म कर बच्चों को कुपोषण और बीमारियों से बचाती है।”
उन्होंने इसे बच्चों के स्वस्थ भविष्य के लिए बेहद अहम कदम बताया।
जिलेभर के बच्चों को मिलेगी दवा
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर गजराज ने जानकारी दी कि इस मौके पर जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को एलबेंडाजोल की गोली दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि –
- दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं है।
- जो बच्चे बीमार या अनुपस्थित रहने से आज दवा नहीं ले पाएंगे, उन्हें 29 अगस्त 2025 को “मोप-अप दिवस” पर यह दवा दी जाएगी।
साथ ही उन्होंने बच्चों को नाखून साफ रखने, शौचालय की स्वच्छता, खाने से पहले और बाद में हाथ धोने व शुद्ध पानी पीने की आदत डालने की सलाह दी।
कैसे दी जाती है दवा?
- 1–2 साल के बच्चों को आधी गोली पीसकर पानी के साथ।
- 2–3 साल तक के बच्चों को पूरी गोली पीसकर पानी के साथ।
- 3–19 साल तक के बच्चों को पूरी गोली चबाकर पानी के साथ खिलाई जाती है।
कार्यक्रम का संचालन और मौजूद लोग
शुभारंभ समारोह का मंच संचालन जिला कार्यक्रम प्रबंधक चरण सिंह ने किया। इस अवसर पर कार्यवाहक प्रधानाचार्य जुगलकिशोर दवे, नरपत लाल, ईश्वर लाल शर्मा, हरफुल घिंटाला (शहरी कार्यक्रम प्रबंधक), इमरान बेग (जिला समन्वयक), कविता राणावत, सोनिया चौधरी, लता मुकेश, रेनू माथुर समेत कई शिक्षक व स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।