
जालोर।
शहर के गणेश चौक स्थित नवनिर्मित (जीर्णोद्वार) गणपति मंदिर में तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का शुभारम्भ आज सोमवार को निकलेगी । इस अवसर पर पूरे शहर में धार्मिक उल्लास का माहौल है।
मंदिर के जीर्णोद्वार और नवनिर्माण कार्य के बाद पहली बार यह भव्य आयोजन किया जा रहा है। महोत्सव का आयोजन ब्रह्मलीन शांतिनाथ महाराज की पावन प्रेरणा और दिव्य आशीर्वाद से किया जा रहा है।
श्री गणपति महोत्सव समिति के अध्यक्ष सत्यप्रकाश रामावत ने बताया कि गणेश चतुर्थी के पावन अवसर (बुधवार) को भगवान श्री गणपति, पद्मावती और वरुणदेव की मूर्ति स्थापना ढोल-धमाकों और तोप गर्जना के बीच की जाएगी।
रविवार को मुख्य यजमान द्वारा प्रायश्चित कर्म और कुटीर हवन का आयोजन किया गया। पंडित प्यारेलाल शर्मा ने मंत्रोच्चारण और पूजा-अर्चना के बीच मूर्तियों की विशेष पूजा करवाई।




तीन दिन का रहेगा विशेष कार्यक्रम
समिति के अनुसार आज सोमवार सुबह 6:19 बजे से मंगलाचरण और कन्या पूजन के साथ महोत्सव की शुरुआत हुई। इसके बाद जलाशय पर वरुण पूजन, कलश पूजन, मार्ग में क्षेत्रपाल पूजन और मंडप में कलश स्थापना की गई।
दिनभर अलग-अलग धार्मिक अनुष्ठान हुए जिनमें गणेश-गौरी के साथ मंडप प्रवेश, षोडश मातृका पूजन, अरणि मंथन से अग्नि स्थापना, ग्रह पूजन, जलाधिवास और धान्याधिवास शामिल रहे। शाम को विशेष पूजन और आरती संपन्न की जाएगी।
151 कन्याओं ने निकालेगी जलयात्रा
महोत्सव का सबसे बड़ा आकर्षण बनी 151 कन्या निकालेगी जलयात्रा । जलयात्रा प्रभारी डॉ. कृष्णा अरोड़ा के नेतृत्व में यह यात्रा गणेश चौक गणपति मंदिर से प्रारंभ हुई। कन्याओं ने सांडबाव पर कलश में जल भरकर इसे शहर की प्रमुख गलियों—सुभाष मार्केट, घांचियों की पिलानी, तिलक द्वार, जालंधरनाथ धर्मशाला, सूरजपोल, पूरा मोहल्ला और गांधी चौक—से गुजारते हुए पुनः 151 कन्या निकालेगी जलयात्रा गणपति मंदिर में विसर्जित किया।
मंदिर को सजाया गया दुल्हन की तरह
भव्य आयोजन के लिए मंदिर को फूलों और आकर्षक लाइटिंग से सजाया गया है। महोत्सव को सफल और यादगार बनाने के लिए समिति ने विभिन्न कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी है और अलग-अलग समितियों का गठन भी किया गया है।
तीन दिन तक चलने वाले इस महोत्सव में शहर भर से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की उम्मीद है।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।