
जालोर | संवाददाता
जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे की अध्यक्षता में गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में एक अहम बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में उद्योग विभाग की प्रमुख योजनाओं और नीतियों पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक का मुख्य फोकस था –
- राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना
- एमएसएमई नीति-2024
- एक जिला-एक उत्पाद 2024
- राजस्थान निर्यात संवर्धन नीति 2024
- जिला विवाद एवं शिकायत निवारण तंत्र
उद्योग क्षेत्र की समस्याओं पर हुई चर्चा
बैठक में जालोर और भीनमाल के औद्योगिक क्षेत्रों से जुड़े कई मुद्दों पर विचार किया गया। इनमें शामिल थे –
- रीको औद्योगिक क्षेत्र भीनमाल: मीठे पानी और सड़कों की व्यवस्था, रेलवे फाटक पर अंडर ब्रिज/ओवर ब्रिज निर्माण का प्रस्ताव।
- जालोर रीको औद्योगिक क्षेत्र (तृतीय चरण): 33 केवी जीएसएस की मांग, सड़कों और रोडलाइट की व्यवस्था।
- पर्यावरण मुद्दा: स्लरी पाउडर के शत-प्रतिशत उपयोग को देखते हुए इसे पर्यावरण विभाग द्वारा ऑरेंज श्रेणी में लिया जाना।
- हरियाली पहल: उद्यान और बगीचों के विकास पर जोर।
बैठक में मौजूद अधिकारी
बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी और प्रतिनिधि शामिल हुए –
- लीड बैंक अधिकारी रमेश कुमार
- विद्युत विभाग अधीक्षण अभियंता माधाराम
- रीको साइट इंजीनियर लोकेन्द्र सिंह
- नगरपालिका भीनमाल अधिशासी अधिकारी तेजराज भंडारी
- कनिष्ठ अभियंता जसपाल सिंह
- जेएसओ कृषण मीना
- आरओ श्रवणराम
नतीजा क्या निकला?
बैठक में अधिकारियों और विभागों ने अपने-अपने सुझाव और आवश्यकताओं को सामने रखा। जिला कलक्टर ने स्पष्ट कहा कि उद्योगों के विकास और निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।