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जालोर में मानसून का कहर: सुकड़ी नदी में दो की मौत, जवाई बांध 50 फीट के पार, बस पानी में फंसी

By Shravan Kumar Oad

Updated on:

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जालोर।
मानसून ने इस बार राजस्थान के जालोर जिले में राहत और आफत दोनों साथ ला दी हैं। लगातार हो रही बारिश से जहां किसानों के खेत पानी से लबालब हैं और उम्मीदें जागी हैं, वहीं नदियों के उफान ने लोगों की जान मुश्किल में डाल दी है। मंगलवार शाम को सायला उपखंड के बागरा क्षेत्र में बड़ा हादसा हुआ, जिसमें सुकड़ी नदी पार करते समय दो लोगों की मौत हो गई।

सुकड़ी नदी ने ली दो जिंदगियां

साथू गांव के पास नदी पार कर रहे तीन लोग अचानक तेज बहाव में फंस गए। मौके पर एनडीआरएफ की टीम तुरंत पहुंची और कटूआ देवी (30) को अचेत अवस्था में बचा लिया गया। लेकिन पसिया देवी (32) और छोटाराम (34) को बचाया नहीं जा सका। देर शाम करीब 6:30 बजे दोनों के शव नदी से बरामद किए गए।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह हादसा बजरी माफियाओं द्वारा नदी में खोदे गए गहरे गड्ढों की वजह से हुआ, जो तेज बारिश में और भी खतरनाक बन जाते हैं।

पानी में फंसी बस, रास्ता हुआ बंद

सोमवार देर रात जवाई नदी का पानी जालोर तक पहुंच गया। भैसवाड़ा डाइवर्जन पर भराव इतना बढ़ गया कि एक निजी बस बीच पानी में फंस गई। बस में बैठे यात्रियों को घंटों दहशत का सामना करना पड़ा। हादसे के बाद जालोर-आहोर-जोधपुर मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया।
वाहनों को डेढ़ किमी लंबा चक्कर लगाकर भैसवाड़ा गांव से होकर निकाला गया। इधर, लगातार बारिश से बांकली बांध भी ओवरफ्लो हो गया, जिससे आसपास के इलाकों में पानी फैल गया।

जवाई बांध का जलस्तर खतरनाक स्तर पर

पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा जलस्रोत जवाई बांध अब लगातार पानी से भर रहा है। मंगलवार सुबह 8 बजे तक बांध का गेज 50.15 फीट दर्ज किया गया।
विशेषज्ञों के अनुसार, पिछले दो दिनों से कैचमेंट एरिया में हो रही भारी बारिश के चलते तेज आवक बनी हुई है। अगर पानी का स्तर और बढ़ता है तो बांध से गेट खोलने की नौबत भी आ सकती है।

जिले में औसत 8.1 मिमी बारिश, अलर्ट जारी

पिछले 24 घंटों में जिले में औसतन 8.1 मिमी बारिश दर्ज की गई।

  • सबसे ज्यादा बारिश भाद्राजून में 35 मिमी और जालोर में 24 मिमी दर्ज हुई।
  • भीनमाल में सिर्फ 2 मिमी, जबकि जसवंतपुरा, रानीवाड़ा, चितलवाना और सांचौर में हल्की बूंदाबांदी हुई।

मौसम विभाग ने जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं 27 और 28 अगस्त को येलो अलर्ट रहेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले दो दिनों तक भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।

किसान खुश, आमजन परेशान

इस बारिश से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं क्योंकि खेतों को पर्याप्त पानी मिल गया है। लेकिन दूसरी ओर, नदियों का उफान, हादसे और सड़कों पर बाधित यातायात ने आमजन को मुश्किल में डाल दिया है।
लोगों में दहशत है कि अगर बारिश इसी तरह जारी रही तो बाढ़ जैसी स्थिति भी पैदा हो सकती है।

राजस्थान में बड़ा हादसा; आसाना नदी में छह युवक बहे, तलाशी के लिए शुरू किया रेस्क्यू

जालोर जिले के सायला थाना क्षेत्र के आसाना गांव के निकट मंगलवार शाम नदी में 6 युवक तेज बहाव में बह गए। यह सभी नहाने के लिए शाम 6 बजे नदी की रपट पर गए थे। तभी तेज बहाव आया और सभी को बहा ले गया। सूचना पर एनडीआरएफ टीम और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू शुरू कर दिया। हालांकि देर शाम तक किसी का पता नहीं चला।

प्रत्यक्षदर्शी ने पुलिस को बताया कि आसाना गांव के 6 युवक कार लेकर नदी पर आए थे। वे नहाने के लिए नदी की रपट पर पहुंचे तभी पानी का तेज बहाव आया और सभी को बहा ले गया। सभी के शूज एवं चप्पलें कार के पास खुले हैं।

ग्रामीणों की मदद से नदी और किनारों पर शुरू की तलाशी
सूचना पर सायला उपखंड अधिकारी सूरजभान विश्नोई, तहसीलदार लक्ष्मी चौधरी मौके पर पहुंचे और युवकों के पानी में बहने की आशंका में ग्रामीणों की मदद से नदी और नदी के किनारों पर रेस्क्यू शुरू कर दिया।

हालांकि देर शाम तक किसी का पता नहीं चला। भीनमाल से रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई। उपखंड अधिकारी विश्नोई ने बताया कि सभी के तलाशी के प्रयास शुरू कर दिए गए।

राजस्थान में बड़ा हादसा; आसाना नदी में छह युवक बहे, तलाशी के लिए शुरू किया रेस्क्यू

जालोर जिले के सायला थाना क्षेत्र के आसाना गांव के निकट मंगलवार शाम नदी में 6 युवक तेज बहाव में बह गए। यह सभी नहाने के लिए शाम 6 बजे नदी की रपट पर गए थे। तभी तेज बहाव आया और सभी को बहा ले गया। सूचना पर एनडीआरएफ टीम और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू शुरू कर दिया। हालांकि देर शाम तक किसी का पता नहीं चला।

प्रत्यक्षदर्शी ने पुलिस को बताया कि आसाना गांव के 6 युवक कार लेकर नदी पर आए थे। वे नहाने के लिए नदी की रपट पर पहुंचे तभी पानी का तेज बहाव आया और सभी को बहा ले गया। सभी के शूज एवं चप्पलें कार के पास खुले हैं।

ग्रामीणों की मदद से नदी और किनारों पर शुरू की तलाशी
सूचना पर सायला उपखंड अधिकारी सूरजभान विश्नोई, तहसीलदार लक्ष्मी चौधरी मौके पर पहुंचे और युवकों के पानी में बहने की आशंका में ग्रामीणों की मदद से नदी और नदी के किनारों पर रेस्क्यू शुरू कर दिया।

हालांकि देर शाम तक किसी का पता नहीं चला। भीनमाल से रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई। उपखंड अधिकारी विश्नोई ने बताया कि सभी के तलाशी के प्रयास शुरू कर दिए गए

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