
जयपुर।
राजस्थान की सोलहवीं विधानसभा का चतुर्थ सत्र आगामी 1 सितंबर 2025 से शुरू होगा। इसे प्रभावी और सुचारू बनाने के लिए विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने ऐतिहासिक पहल करते हुए 28 अगस्त को दोपहर 12.30 बजे विधानसभा भवन में सर्वदलीय बैठक बुलाने का निर्णय लिया है।
बैठक में शामिल होंगे प्रमुख नेता
इस बैठक में हिस्सा लेंगे:
- मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
- नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली
- संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल
- सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग
- प्रतिपक्ष के मुख्य सचेतक रफीक खान
- बसपा विधायक मनोज कुमार
- भारत आदिवासी पार्टी के थावर चन्द
- रालोद के डॉ. सुभाष गर्ग
अध्यक्ष देवनानी का मानना है कि ऐसी बैठकों से सभी दलों को सदन की कार्यवाही को सुचारू बनाने में योगदान देने का मौका मिलता है।
यह पहल क्यों महत्वपूर्ण है?
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि राजस्थान विधान सभा प्रदेश की 8 करोड़ जनता की आवाज़ और प्रतिनिधित्व करती है।
- सदन की कार्यवाही आम जनता की अपेक्षाओं का दर्पण होती है।
- सर्वदलीय बैठकों के जरिए सभी दलों से सुझाव लिए जाते हैं, जिससे लोकतंत्र मजबूत होता है।
गौरतलब है कि यह सर्वदलीय बैठक परंपरा देवनानी की पहल पर शुरू हुई थी और अब चौथी बार आयोजित की जा रही है।
लोकतंत्र और सत्र की गंभीरता
विधान सभा अध्यक्ष ने बताया कि लोकसभा की तर्ज पर इस तरह की बैठकें लोकतंत्र की मजबूती और सदन की कार्यवाही की गंभीरता सुनिश्चित करती हैं। इससे सदस्यों के बीच संवाद और सहयोग बढ़ता है, जिससे सत्र अधिक उत्पादक और संतुलित तरीके से चल सके।
अब सभी की निगाहें 28 अगस्त को होने वाली सर्वदलीय बैठक पर हैं, जो आगामी सत्र की तैयारियों और सदन की कार्यवाही की दिशा तय करेगी।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।