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क्षतिग्रस्त सड़क का मरम्मत कार्य अधूरा, हादसे का खतरा बढ़ा

By Shravan Kumar Oad

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रसियावास खुर्द प्याऊ से पावटा कॉलोनी तक अधूरा छोड़ा सड़क मरम्मत कार्य

पावटा ( 25 अगस्त 2025 ) ग्राम पंचायत पावटा क्षेत्र में सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से स्वीकृत सड़क मरम्मत कार्य अधूरा छोड़े जाने से हादसों का खतरा मंडराने लगा है। रसियावास खुर्द प्याऊ से पावटा कॉलोनी तक की सड़क पर जगह-जगह बने खड्डों को भरने के लिए ठेकेदार ने केवल कंकरीट बिछा दी है, लेकिन डामरीकरण का कार्य अब तक अधूरा है।

ग्रामीणों का कहना है कि पत्थर उछलकर राहगीरों पर गिरते हैं, जिससे कभी भी गंभीर दुर्घटना हो सकती है। रात्रि के समय स्थिति और विकट हो जाती है। वहीं सड़क के बीच डाले गए बड़े सीवरेज पाइप स्कूली विद्यार्थियों के लिए भी परेशानी का कारण बने हुए हैं।

पूर्व में बारिश व अन्य कारणों से यह सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। ग्रामीणों की मांग पर आहोर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने जयपुर में सानिवि मंत्री दिया कुमारी से मुलाकात कर बजट स्वीकृत करवाया था। लेकिन अधूरे कार्य ने अब राहत की बजाय समस्या बढ़ा दी है।


कंटीली झाड़ियों ने बढ़ाई मुश्किल

सड़क के दोनों ओर बबूल की घनी कंटीली झाड़ियां उगी हुई हैं। इनकी समय पर कटाई नहीं होने से दुर्घटनाओं का खतरा और बढ़ गया है। मोड़ अधिक होने पर सामने से आने वाले वाहन भी दिखाई नहीं देते, जिससे आमने-सामने भिड़ंत की घटनाएं आम हो गई हैं। रात के समय मोटरसाइकिल सवार अक्सर झाड़ियों की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं।


ग्रामीणों की आवाज

👉 “बरसात के दिनों में सड़क पर बने गड्ढों में पानी भर जाता है। रात को इनमें गिरकर कई लोग घायल हो चुके हैं। अगर तुरंत कार्य पूरा नहीं हुआ तो किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता।”
प्रेमाराम, ग्रामीण

👉 “स्कूल जाने वाले बच्चों को रोजाना इन गड्ढों और पाइपों से होकर गुजरना पड़ता है। कई बार बच्चे गिरकर चोटिल हो चुके हैं। विभाग को तुरंत ध्यान देना चाहिए।”
गीता देवी, महिला ग्रामीण

👉 “सड़क के दोनों ओर झाड़ियां इतनी घनी हो चुकी हैं कि सामने से आने वाला वाहन तक नहीं दिखता। कई बार बाइक आपस में टकरा चुकी हैं। यह स्थिति आमजन की जान के लिए खतरा बन गई है।”
रतनाराम, ग्रामीण


इनका कहना है

श्रवण जी, अब यह खबर पूरी तरह सरकारी उदासीनता + ग्रामीण पीड़ा + हादसे की आशंका को सामने रखती है।

क्या चाहेंगे कि मैं इस खबर के लिए एक तेज-तर्रार शीर्षक (हेडलाइन) भी बना दूं ताकि यह और ज्यादा असरदार लगे?

👉 “यह सड़क नॉन पेंचेबल में है, इस सड़क का नवीनीकरण का कार्य किया जा सकता है।”
भंवरलाल प्रजापत, कनिष्ठ अभियंता, सानिवि आहोर

👉 “गांव में सड़क के दोनों तरफ बबूल की बहुत झाड़ियां उगी हुई है, जो हादसे को न्योता दे रही हैं। इसको लेकर विभाग को अवगत भी कराया गया था।”
तेजसिंह बालोत, सरपंच, पावटा


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