Reporter Shravan Kumar Od Jalore
जालोर ( 08 सितंबर 2025 ) जालोर जिला ओलम्पिक संघ ने हाल ही में देखा है कि कई खेल संघ बिना अनुमति के ओलम्पिक लोगो का उपयोग कर रहे हैं यह ओलम्पिक चार्टर और मूवमेंट का खुला उल्लंघन है |
जालोर जिला ओलम्पिक संघ के सेक्रेटरी जनरल लाल सिंह सांखला ने जानकारी उपलब्ध करवाकर बताया कि ओलम्पिक लोगो, जिसमें पाँच रिंग और विशिष्ट रंग (आसमानी, काला, लाल, पीला और हरा) शामिल हैं, ओलम्पिक संघ की निजी संपत्ति है इसका उपयोग ओलम्पिक संघ के अधिकृत पदाधिकारियों द्वारा ही ओलम्पिक मूल्यों और सिद्धांतों के अनुरूप ही किया जा सकता हैं अन्य खेल संघों द्वारा लोगो का उपयोग सबंधित ओलम्पिक संघ की अनुमति से ही किया जा सकता है |

ओलम्पिक संघ ऐसे मामलों पर कड़ी नजर रख रहा है और अनाधिकृत उपयोग करने वालो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी हम सभी खेल संघों से आग्रह करते हैं कि वे ओलम्पिक लोगो का उपयोग करने से पहले अनुमति प्राप्त करें ओलम्पिक संघ अपने बौद्धिक संपदा अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और अनाधिकृत उपयोग करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने से नहीं हिचकिचाएगा |
जालोर जिला ओलम्पिक संघ के महासचिव लाल सिंह सांखला ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर स्पष्ट किया कि—
➡️ कई खेल संघ बिना अनुमति ओलम्पिक लोगो का उपयोग कर रहे हैं, जो ओलम्पिक चार्टर और मूवमेंट का खुला उल्लंघन है।
➡️ संघ ऐसे मामलों पर कड़ी नजर रख रहा है और अनाधिकृत उपयोग करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
➡️ सभी खेल संघों से आग्रह किया गया है कि लोगो का उपयोग करने से पूर्व अनिवार्य रूप से अनुमति प्राप्त करें।
संघ ने यह भी कहा कि वह अपने बौद्धिक संपदा अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और उल्लंघन करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
संपर्क हेतु:
लाल सिंह सांखला, महासचिव
जालोर जिला ओलम्पिक संघ
olympicjalore@gmail.com
9414301271

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।