
(रमेश कुमार, उम्मेदाबाद)
माघ शुक्ल पक्ष की तेरस पर उम्मेदाबाद ग्राम पंचायत परिसर में बाबा रामदेवजी का वार्षिक मेला इस बार भी श्रद्धा और आस्था के रंगों में सराबोर नजर आया। हर साल की तरह इस बार भी दूर-दूर से श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने पहुंचे और गांव का माहौल पूरी तरह से भक्ति मय हो गया।
“एक शाम बाबा रामदेवजी के नाम” भजन संध्या
मेले की शुरुआत परंपरा के अनुसार बाहरस की रात भव्य भजन संध्या से हुई। “एक शाम बाबा रामदेवजी के नाम” कार्यक्रम में भजन कलाकारों ने ऐसी प्रस्तुतियां दीं कि पूरा पंडाल तालियों और जयकारों से गूंज उठा। भक्त भाव-विभोर होकर झूमते और बाबा के भजनों में खो जाते नजर आए।
दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब
तेरस के दिन सुबह से ही श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। आसपास के गांवों और शहरों से लोग पैदल, ट्रैक्टर, गाड़ियों और बसों में भर-भरकर पहुंचे। बाबा रामदेवजी के दर्शन कर भक्तों ने अपने परिवार और क्षेत्र की खुशहाली की कामना की।
महंत आशाभरती महाराज का आशीर्वाद
पूरे मेले का संचालन श्रीश्री 1008 महंत आशाभरती महाराज के सानिध्य में हुआ। भक्तों ने महंत जी से आशीर्वाद लिया और बाबा रामदेवजी की महिमा का गुणगान किया।
बच्चों और बड़ों के लिए खास आकर्षण
मेले में हाट बाजार सजा, जहां खिलौनों और मिठाइयों की दुकानों ने बच्चों का मन मोह लिया। झूलों पर बैठकर बच्चे झूम उठे और बड़े भी बाजार की चहल-पहल में शामिल होकर मेले का आनंद उठाते नजर आए।
प्रशासन की सख्त निगरानी
मेले में सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन ने बखूबी निभाई। चप्पे-चप्पे पर निगरानी रही, जिससे श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के मेले का आनंद ले सके।
जयकारों से गूंज उठा उम्मेदाबाद
पूरा गांव “बाबा रामदेवजी की जय” के नारों से गूंजता रहा। श्रद्धा, आस्था और उत्साह का यह संगम उम्मेदाबाद को भक्ति का केंद्र बना गया।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।