Reporter Shravan Kumar Od Jalore
जालोर ( 16 सितम्बर 2025 ) भाजपा नगर मंडल जालोर की कार्यशाला आयोजित । भाजपा जिला कार्यालय में नगर मंडल की कार्यशाला मुख्य सचेतक केबिनेट मंत्री जोगेश्वर गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित हुई। कार्यशाला में आत्मनिर्भर भारत , सेवा पखवाड़ा , जीएसटी रिफॉर्म के संबंध में विस्तृत जानकारी साझा करते हुए आमजन तक इसका लाभ पहुंचने की बात की ।
नगर मंत्री एवं सहसंयोजक महेन्द्र राठौड़ ने बताया कि कार्यशाला को संबोधित करते हुए जोगेश्वर गर्ग ने बताया कि अभियान की शुरुआत 17 सितंबर को रक्तदान शिविरों के साथ होगी। इसके बाद 18 सितंबर से 2 अक्टूबर तक पस्वच्छता अभियान, स्वास्थ्य जांच शिविर, पर्यावरण संरक्षण, दिव्यांगजनों को सहायता, और ‘मोदी विकास मैराथन’ जैसे कार्यक्रम आयोजित होंगे। स्कूलों, अस्पतालों, रेलवे स्टेशनों, मंदिरों, और विरासत स्थलों पर स्वच्छता अभियान चलाए जाएंगे ।
आत्मनिर्भर भारत एक वाक्यांश है जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार ने देश की आर्थिक विकास योजनाओं के संबंध में उपयोग किया और लोकप्रिय बनाया। यह वाक्यांश मोदी सरकार की विश्व अर्थव्यवस्था में बड़ी भूमिका निभाने और इसे और अधिक कुशल, प्रतिस्पर्धी और लचीला बनाने के लिए मोदी सरकार की योजनाओं के लिए एक अध्यर्थक अवधारणा है।
आत्मनिर्भर भारत अभियान का प्रथम लोकप्रिय उपयोग 2020 में भारत के कोविड-19-महामारी से सम्बन्धित आर्थिक पैकेज की घोषणा के दौरान हुआ था। तब से, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालय द्वारा इस वाक्यांश का उपयोग किया गया है। और प्रेस विज्ञप्तियों, बयानों और नीतियों में रक्षा मंत्रालय। सरकार ने भारत की नूतन राष्ट्रीय शिक्षा नीति और भारत के 2021 के केन्द्रीय बजट के सम्बन्ध में भी इस वाक्यांश का उपयोग किया है।

स्वदेशी आन्दोलन भारत के सबसे सफल पूर्व-स्वतंत्रता आंदोलनों में से एक था। 1947 और 2014 के बीच कई पंचवर्षीय योजनाओं में देश के पूर्व योजना आयोग द्वारा आत्मनिर्भर की अवधारणा का उपयोग किया गया है।
टिप्पणीकारों ने उल्लेख किया है कि भारत स्वतंत्रता के बाद से ऐसी नीतियाँ बना रहा है और संस्थानों का निर्माण कर रहा है जो आत्मनिर्भर की वृद्धि करते हैं। निजी कम्पनियों और उनके उत्पादों को पेय पदार्थ, ऑटोमोबाइल्स, सहकारी समितियों, वित्तीय सेवाओं और बैंकिंग, औषध निर्माण और जैव प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में आत्मनिर्भर के उदाहरण के रूप में माना गया है।
कहा कि 2014 से पहले देश में टैक्स व्यवस्था इतनी जटिल थी कि हर वस्तु पर अलग-अलग कर लगते थे. एक साधारण परिवार के लिए रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करना मुश्किल होता जा रहा था. बहुस्तरीय कर प्रणाली आम आदमी और खासतौर पर मध्यम वर्ग के लिए भारी बोझ बन चुकी थी. मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद टैक्स सुधारों को प्राथमिकता दी और पहले आयकर संरचना को सरल बनाकर 12 लाख रुपये तक की आय वाले मध्यम वर्गीय परिवारों को राहत दी. अब उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए जीएसटी में व्यापक सुधार किए गए हैं हालिया सुधारों से आम परिवार की सबसे जरूरी जरूरतें रोटी, कपड़ा और मकान सस्ती होंगी.
दैनिक उपभोग की वस्तुओं के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे मोबाइल फोन और सोलर पैनल पर टैक्स बोझ कम किया गया है. इससे न केवल उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी बल्कि पर्यावरण हितैषी उत्पादों के उपयोग को भी बढ़ावा मिलेगा.
सरकार का कहना है कि यह राहत 22 सितंबर से लागू होगी, जो नवरात्रि का पहला दिन भी है. इसे प्रतीकात्मक तौर पर देश के 140 करोड़ नागरिकों के लिए “नई खुशी की शुरुआत” बताया जा रहा है यह फैसला करोड़ों परिवारों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने और उपभोग क्षमता को बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम है.भारत की मौजूदा जीडीपी 330 लाख करोड़ रुपये है, जिसमें से 202 लाख करोड़ रुपये का उपभोग होता है. अनुमान है कि जीएसटी सुधारों से उपभोग में 10% की वृद्धि हो सकती है.
इसका अर्थ है कि करीब 20 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त उपभोग देश की अर्थव्यवस्था में जुड़ेगा. विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ता उपभोग सीधे तौर पर रोजगार सृजन और औद्योगिक गतिविधियों में तेजी लाएगा.
इसका सकारात्मक प्रभाव विभिन्न क्षेत्रों जैसे उत्पादन, सेवा और व्यापार पर दिखेगा । प्रधानमंत्री मोदी की प्राथमिकता हमेशा से मध्यम वर्गीय परिवार रहे हैं. आयकर में छूट के बाद जीएसटी सुधार उनकी उस प्रतिबद्धता को फिर से मजबूत करते हैं. मध्यम वर्ग (जो देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है) अब खर्च करने में अपेक्षाकृत अधिक सक्षम होगा मोदी सरकार का यह कदम लाल किले से प्रधानमंत्री द्वारा किए गए उस वादे की याद दिलाता है, जिसमें उन्होंने कर व्यवस्था को सरल और पारदर्शी बनाने की बात कही थी.
आज जीएसटी सुधारों के जरिए उस संकल्प को पूरा किया गया है । कार्यशाला में मंच का संचालन महामंत्री सुरेश सुन्देशा ने किया । नगर अध्यक्ष रवि सोलंकी द्वारा सभी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए इसका अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कर आमजन को लाभ दिलवाने की बात कही।
इस दौरान जिला कार्यक्रम संयोजक जिला महामंत्री बंशीलाल सुथार, जिला महामंत्री गजेन्द्र सिंह सिसोदिया , जिला प्रवक्ता दिनेश महावर,जिला सहसंयोजक अमन मेहता,महामंत्री महेश भट्ट, छगन रामावत, अंबालाल व्यास, सुरेश सोलंकी , अचल सिंह परिहार ,अशोक गुर्जर , रतन सुथार , राजेंद्र टांक , संगीता जैन , चतराराम , बाबूलाल मेघवाल , मुकेश राजपुरोहित , राजकुमार चौहान , जोगाराम मीणा, मनोहर राणा, भूरसिंह ,दिलीप सोलंकी,लक्ष्मी कंवर,अंतिमा माथुर,हेमेंद्र बिगेडिया,रामेश्वर कुमावत,दिनेश बारोट सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।

श्रवण कुमार ओड़ जालोर जिले के सक्रिय पत्रकार और सामाजिक विषयों पर लिखने वाले लेखक हैं। वे “जालोर न्यूज़” के माध्यम से जनहित, संस्कृति और स्थानीय मुद्दों को उजागर करते हैं। उनकी पत्रकारिता का उद्देश्य है—सच दिखाना और समाज की आवाज़ बनना।