मोदी के बाद अब गहलोत ने कोराना को बताया बहुरूपिया: गहलोत बोले- कोरोना बहुरूपिया की तरह रूप बदलता है - JALORE NEWS
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मोदी के बाद अब गहलोत ने कोराना को बताया बहुरूपिया: गहलोत बोले- कोरोना बहुरूपिया की तरह रूप बदलता है - JALORE NEWS
जयपुर ( 24 may 2021 ) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कोरोना को बहुरूपिया बताया है। गहलोत ने कहा- कोरोना बहुरूपिया की तरह है, यह रूप बदलता है, जिसने भी इसके बारे में कहा है वह सही कहा है। इस पर हरदम चौकन्न रहना जरूरी है। हम गांवों में डोर टू डोर सर्वे कर रहे हैं। लॉकडाउन भी बढ़ाया है अब जनता की सजगता जरूरी है। कोरोना महामारी बच्चों में भी पहुंच गई है। कई जिलों में बड़ी संख्सा में बच्चे कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं, मैंने आज सुबह ही आंकड़े लिए हैं। गहलोत विराटनगर क्षेत्र में 30 किलोमीटर सड़क निर्माण के काम के वर्चुअल शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे।
गहलोत ने कहा, अब तक देश में वैक्सीनेशन फ्री हुआ है लेकिन इस बार भारत सरकार ने राज्यों पर इसका जिम्म डाल दिया। भारत सरकार को बहुत पहले वैक्सीनेशन का रोडमैप बनाना चाहिए था लेकिन नहीं बना पाए। हमारे यहां 15-20 कंपनियां वैक्सीन बनाती है, समय रहते वैक्सीन मंगवाने और देश में बनाने पर जोर नहीं दिया। सोनिया गांधी और पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन ने भी वैक्सीनेशन पर फोकस करने के लिए पीएम को पत्र लिखा लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया। वैक्सीन समय पर लग जाती तो आज दूसरी लहर में बच जाते। दूसरी लहर में नौजवानों की मौतें ज्यादा हो रही हैं क्योंकि बुजर्गों के वैक्सीन लग चुकी । अब तीसरी लहर से बच्चे ज्यादा प्रभावित होंगे। वैक्सीनेशन पर हमारा सबसे ज्यादा फोकस होना चाहिए।
अस्पतालों में इलाज से कोरोना नहीं जाएगा, असली लड़ाई फील्ड में जीती जाएगी
गहलोत ने कहा, खाली अस्पतालों में इलाज से कोरोना नहीं जाएगा। असली जंग मैदान में जीती जाएगी, जिसमेंं कोरोना प्रोटोकॉल का पालन और सावधानी रखना जरूरी है। कोरोना प्रोटोकॉल के साथ वैक्सीन बहुत जरूरी है। मैं खुद कोरोना पॉजिटिव् आया लेकिन मेरे दो वैक्सीन लगी थी इसलिए माइल्ड आया, बच गया। इसलिए इस वक्त धर्म केवल इंसानियत होना चाहिए।
गंगा किनारे लाशें बहाने और दफनाने से दुनिया में देश की बदनामी
कोरोना से इस बार मौतें बहुत हो रही है। राजस्थान सरकार ने कोरेाना से मृतकों के अंतिम संस्कर का खर्च उठाने की व्यवस्था की है। उधर यूपी बिहार में गंगा किनारे लाशों को बहाया जा रहा हैं, दुनिया में देश की बदनामी हो रही है। राजस्थान में दाह संस्कार का खर्च सरकार उठा रही है, शहरी निकायों को इसके लिए 35 करोड़ का बजट दिया है। मोक्ष कलश यात्रा की बसें फिर से चलनी शुरु हुई हैं।
कोरोना से सरकार का 80 फीसदी रेवेन्यू कम, लॉकडाउन के बाद कोरोना मामलों में कमी
गहलोत ने कहा, कोरोना की वजह से सरकार का 80 फीसदी रेवेन्यू कम हो गया है। लॉकडाउन चल रहा हैं। काम बंद है तो रेवेन्यू कम हो गया है, लेकिन वित्त प्रबंधन ऐसा करेंगे कि विकास के काम होते रहेंगे। हमने एमएलए फंड बढ़ा कर 5 करोड़ कर दिया। इस बार तो एमएलए फंड वैक्सीन की भेंट चढ गया, लेकिन आगे पूरा मिलेगा। कोरोना की जंग हम सब मिलकर लड़ें। एक भी जान क्यों जाए। हम समर्पित होकर कोरोना के खिलाफ लड़ रहे हैं। लॉकडान की वजह से कोरोना केसों की संख्या कम हुई हैं उम्मीद है सैेकंड लॉकडाउन के बाद और कम होगी। अब जनता को सहयोग करना है, आगे और सहयोग करेंगे तो मामले और कम होंगे।
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