अयोध्या से पूजित अक्षत कलश पहुंचे जालोर: शहर में शोभायात्रा निकालकर किया स्वागत, घर-घर जाकर देंगे प्राण प्रतिष्ठा का न्योता - JALORE NEWS
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अयोध्या से पूजित अक्षत कलश पहुंचे जालोर: शहर में शोभायात्रा निकालकर किया स्वागत, घर-घर जाकर देंगे प्राण प्रतिष्ठा का न्योता - JALORE NEWS
जालौर ( 17 दिसंबर 2023 ) JALORE NEWS अयोध्या श्री राम मन्दिर में 22 जनवरी 2024 को होने वाले श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के लिए हिंदू परिषद् संगठनों की ओर से पीले चावल के साथ निमंत्रण दिया जा रहा है।
अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जिला मुख्यालय पर रविवार को अयोध्या से आए अक्षत कलश का विश्व हिंदू परिषद द्वारा भैरूनाथ अखाडें की धर्मशाला में भैरूनाथ अखाड़े के महंत गंगानाथ महाराज और विष्णु भारती महराज मांडवला के सानिध्य में पंडित राकेश शास्त्री के द्वारा विधि विधान से पूजा कि गई। जिसके बाद अक्षत कलश को सर पर रखकर अखाड़ें से आखरीयों हनुमान मंदिर तक बैंड बाजे और ढोल नगाडों के साथ, नाचते गाते और भगवान श्री राम के जयकारे लगाते हुए शोभा यात्रा निकाली। अयोध्या में भगवान श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में 22 जनवरी को राम लला मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी। जिसको लेकर जिले भर में गांव-गांव और घर-घर जाकर आमजन को आमंत्रित किया जायेगा।
विभाग सेवा प्रमुख दिनेश जीनगर ने बताया की इस अवसर पर अयोध्या में अभूतपूर्व आनंद का वातावरण होगा। जिसको लेकर जिले के सभी गांव नगर में प्राण प्रतिष्ठा के दिन पूर्व 11:00 बजे से अपरांत 1:00 बजे के मध्य अपने गांव नगर मोहल्लों में स्थित किसी भी मंदिर में आस पड़ोस में राम भक्तों को एकत्र करके भजन कीर्तन कर टेलीविजन अथवा कोई पर्दा एलसीडी स्क्रीन लगाकर प्रांत प्रतिष्ठा समारोह को दिखाया जाएगा। संघ ध्वनि घंटा नाथ आरती प्रसाद का वितरण भी किया जायेगा।
साथ की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर प्रत्येक गांव की समितियां बनाई जाएगी। जो घर-घर जाकर मंदिरों एव घरों के ऊपर दीपक एवं रोशनी लगाकर यह प्राण प्रतिष्ठा उत्सव मनाया जायेगा। इस लिए प्रखंड, खंड उप खंड मंडल गांव, नगर मोहल्ला स्तर की समितियां बना कर राम भक्त 1 जनवरी से 7 जनवरी तक घर-घर अक्षत, आमंत्रण एवं रामलाल का चित्र लेकर घर-घर पहुंचेंगे और आमजन को आंमत्रित करेगें।
इस दौरान कार्यक्रम में संघ के विभाग प्रसारक संजीव भाई, विश्व हिंदू परिषद विभाग सहमंत्री शिवलाल सुथार, जिला अध्यक्ष शिवनारायण शर्मा, सेविका समिति प्रांत से नीलम दीदी, विभाग धर्म प्रचार प्रसार प्रमुख प्रवीण सिंह नाथावत, मातृशक्ति विभाग से जगह अनीता बालोत, कार्यक्रम संयोजक सोहन अग्रवाल, जिला सह मंत्री रतन सिंह, जिला सत्संग प्रमुख सत्यनारायण रामावत, बजरंग दल संयोजक रामकुमार, जिला सेवा प्रमुख जीतू भाई सोनी, मातृशक्ति जिला सयोजिका रेनू खत्री, नगर कार्यवाह गोविंद सेन, जिला गौ रक्षा प्रमुख प्रकाश रावल, जिला समरसता प्रमुख नरेंद्र यादव,
जिला संपर्क प्रमुख शक्ति सिंह रामा, दुर्गा वाहिनी जिला सयोजिका सिमरन भट्ट, सायला प्रखंड अध्यक्ष जोगराज पुरोहित, जालौर नगर सयोजिका भावना, सायला प्रखंड मंत्री लालाराम माली, बागरा प्रखंड अध्यक्ष विक्रम सिंह, बागरा प्रखंड संयोजक रणजीतसिंह, आहोर प्रखंड मंत्री सुरेश पुरोहित, नगर सत्संग प्रमुख भारत घांची व भामाशाह सुरेश जैन कपड़ा वाले, भाजपा नगर अध्यक्ष सुरेश सोलंकी, दिलीप भट्ट, भरत घांची सहित कई कार्यक्रतों व आमजन मौजूद रहे।
।। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का विवरण मतलब इस प्रकार से मंदिर निर्माण किया गया है ।।
5 मंदिर परम्परागत नागर शैली में निर्मित। 卐 मंदिर की लम्बाई (पूर्व-पश्चिम) 380 फीट चौड़ाई 250 फीट एवं ऊँचाई 161 फीट।
5 तीन मंजिला मंदिर, प्रत्येक मंजिल की ऊँचाई 20 फीट, कुल 392 खम्भे, 44 दरवाजे ।
ॐ भूतल गर्भगृह-प्रभु श्रीराम के बाल रूप (श्रीरामलला) का विग्रह, प्रथम तल गर्भगृह-श्रीराम दरबार।
कुल पांच मंडप-नृत्य मंडप, रंग मंडप, गूढ़ मंडप (सभा मंडप), प्रार्थना मंडप, कीर्तन मंडप।
* खम्भे, दीवारों में देवी-देवता तथा देवांगनाओं की मूर्तियाँ। प्रवेश पूर्व से, 32 सीढ़ियाँ (ऊँचाई 16.5 फीट) चढ़कर सिंहद्वार से होगा।
卐 दिव्यांगजन तथा वृद्धों के लिए रैम्प एवं लिफ्ट की व्यवस्था।
चारों ओर आयताकार परकोटा (प्राकार) लम्बाई 732 मीटर, चौड़ाई 4.25 मीटर, परकोटा के चार कोनों पर चार मंदिर- भगवान सूर्य, शंकर, गणपति, देवी भगवती, परकोटे की दक्षिणी भुजा में हनुमान एवं उत्तरी भुजा में अन्नपूर्णा माता का मंदिर।
ॐ मंदिर के दक्षिणी भाग में पौराणिक सीताकूप।
परकोटा के बाहर दक्षिणी दिशा में प्रस्तावित मन्दिर-महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वसिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, , माता शबरी एवं देवी अहिल्या।
निषादराज ॐ दक्षिणी-पश्चिमी भाग में नवरत्न कुबेर टीले पर स्थित शिव मंदिर का जीर्णोद्धार एवं रामभक्त जटायु राज प्रतिमा की स्थापना।
।। विश्व के राम भक्तों से निवेदन अपील किया 22 जनवरी को सभी राम मन्दिर में इस प्रकार से मनाया जाएगा ।।
माता, बहनों एवं भाइयों, आगामी पौष शुक्ल, द्वादशी, विक्रम संवत् 2080, "सोमवार (दिनांक 22 जनवरी, 2024) के शुभदिन, प्रभु श्रीराम के बाल रूप नूतन विग्रह को, श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे नवीन मंदिर भूतल के गर्भगृह में विराजित करके प्राण-प्रतिष्ठा की जायेगी।
इस अवसर पर अयोध्या में अभूतपूर्व आनन्द का वातावरण होगा। आप भी प्राण-प्रतिष्ठा के दिन (पूर्वाह्न 11:00 बजे से अपराहन 01:00 बजे के मध्य) अपने ग्राम, मोहल्ले, कॉलोनी में स्थित किसी मंदिर में आस-पड़ोस के राम भक्तों को एकत्रित करके, भजन-कीर्तन करें, टेलीविजन अथवा कोई पर्दा (L.E.D., स्क्रीन) लगाकर अयोध्या के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह समाज को दिखायें, शंखध्वनि, घंटानाद, आरती करें, प्रसाद वितरण करें।
कार्यक्रम का स्वरूप मंदिर केन्द्रित रहे, अपने मदिर में स्थित देवी-देवता का भजन-कीर्तन-आरती-पूजा तथा "श्रीराम जय राम जय जय राम" इस विजय मंत्र का 108 बार सामूहिक जाप करें। इसके साथ हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, रामरक्षा स्तोत्र आदि का सामूहिक पाठ भी कर सकते हैं। सभी देवी-देवता प्रसन्न होंगे, सम्पूर्ण भारत का वातावरण सात्विक एवं राममय हो जायेगा। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह दूरदर्शन द्वारा सीधे प्रसारित किया जायेगा, अनेक चैनलों के माध्यम से भी प्रसारण किया जायेगा।
प्राण-प्रतिष्ठा के दिन सायंकाल सूर्यास्त के बाद अपने घर के सामने देवताओं की प्रसन्नता के लिए दीपक जलाएँ; दीपमालिका सजायें, विश्व के करोड़ों घरों में दीपोत्सव मनाया जाये।
आपसे निवेदन है कि प्राण-प्रतिष्ठा दिन के उपरान्त प्रभु श्रीरामलला तथा नवनिर्मित मंदिर के दर्शन हेतु अपने अनुकूल समयानुसार अयोध्याजी में परिवार सहित पधारें। श्रीराम जी की कृपा प्राप्त करें। निवेदक श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र
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