श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन की केंद्रीय परिषद, केंद्रीय कार्यसमिति और जिला समितियों का गठन - JALORE NEWS
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क्षत्रिय युवक संघ का अनुषांगिक संगठन है क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन - Kshatriya Yuvak Sangh's subsidiary organization is Kshatriya Purusharth Foundation
जालौर ( 15 जनवरी 2022 ) श्री क्षत्रिय युवक संघ के संघ प्रमुख लक्ष्मणसिंह बैण्याकावास ने केंद्रीय कार्यकारी(अनुषांगिक संगठन) रेवंतसिंह पाटोदा से चर्चा के बाद प्रदेश में क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन का कार्य करने के लिए 1 वर्ष की अवधि के लिए केंद्रीय परिषद, केंद्रीय कार्य समिति व जिला समितियों का गठन किया है।
संभाग प्रमुख अर्जुनसिंह देलदरी ने बताया कि 50 सदस्यों की केंद्रीय परिषद का प्रदेश के युवाओं में सकारात्मक कार्य करने के लिए फाउंडेशन के चतुर्थ स्थापना दिवस पर संघ प्रमुख ने यह दायित्व सौंपा है। वर्ष पर्यंत क्षत्रिय युवाओं में विभिन्न तरह के क्रियाकलाप, लोकतांत्रिक प्रणाली, संविधान व आज के समाज की आवश्यकता, राजनीतिक विषय आदि को लेकर प्रदेश में केंद्रीय परिषद द्वारा कार्य किया जाएगा। 50 सदस्य केंद्रीय समिति में जिले से भैरुपालसिंह दासपां, गणपतसिंह भवरानी व फूलसिंह जाखड़ी को दायित्व दिया गया है।
भवरानी को केंद्रीय कार्यसमिति का दायित्व- भीनमाल प्रांत प्रमुख नाहरसिंह जाखड़ी के अनुसार केंद्रीय परिषद के सभी सदस्यों से समन्वय स्थापित कर संगठन के कार्य के समुचित प्रबंधन हेतु 5 सदस्य की कार्य समिति का गठन किया गया है। केंद्रीय कार्यसमिति में यशवर्धनसिंह झेरली, महेंद्रसिंह तारातरा, जुगलसिंह बेलासर, जयसिंह सांगुबड़ी के साथ जालोर जिले से गणपतसिंह भवरानी को यह दायित्व दिया गया है। क्षत्रिय समाज के युवाओं को संघ के प्रति परिचय करवाने तथा युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मकता की तरफ लगाने के लिए माननीय संघ प्रमुख श्री ने सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह हेतु संदेश का वाहक बनने के लिए सभी को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए नियमित व निरंतर क्रियाशील रहने की अपेक्षा की है।
जालौर जिला कार्य समिति क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन के उद्देश्य को लेकर क्षत्रिय समाज में काम करने के लिए सभी जिलों मे 10 सदस्यों की समिति बनाई गई है। जिसमें संघ प्रमुख ने केंद्रीय कार्यकारी अनुषांगिक संगठन के मार्फत चक्रवर्तीसिंह देसु, दलपतसिंह तुरा, दीपसिंह दुधवा, देरावरसिंह उचमत, देवीसिंह प्रतापगढ़, हीरसिंह कीलवा, किरणसिंह कुशलापुरा, पूर्णसिंह जोडवास, राजेंद्रसिंह आकोली व रैंवतसिंह राऊता को जिम्मेदारी निभाने का दायित्व दिया गया है।
फाउंडेशन के कार्य -श्री क्षत्रिय युवक संघ के अनुषांगिक संगठन के रूप में क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन समाज के युवाओं में व्यवस्था के प्रति व्याप्त नकारात्मक तत्वों को दूर कर उनके सकारात्मक सामाजिक भाव को समाज हित में उपयोगी बनाने के लिए कार्य करता है। 3 वर्ष से युवाओं में कार्य कर रहे संगठन के मुख्य उद्देश्य समाज में सामाजिक भाव वाले युवाओं को सकारात्मक काम के लिए संयोजित करना, समाज में संवैधानिक मूल्यों के प्रति आदर भाव जागृत करना, समय अनुकूल संवैधानिक साधनों एवं सरकारी योजनाओं के प्रति समाज में जागरूकता पैदा करना, राजनीतिक व प्रशासनिक व्यवस्था एवं अन्य क्षेत्रों में कार्यरत युवा नेतृत्व के बीच संपर्क सामंजस्य एवं सहयोग बढ़ाकर उन्हें समाज के लिए अधिकतम उपयोगी बनाने का कार्य कर रहा है। साथ ही फाउंडेशन द्वारा अन्य समाज के प्रति सम्मान का भाव पैदा करने के लिए विभिन्न क्रियाकलाप, समाज के संभावनाशील युवा नेतृत्व को उभरते हुए सहयोग करने के लिए उपयुक्त वातावरण तैयार करना व इन सभी उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए फाउंडेशन द्वारा सोशल मीडिया, संपर्क, कार्यशाला आदी का कार्य किया जाता है।
आज पुष्कर में बनेगी वार्षिक कार्य योजना- केंद्रीय कार्यसमिति के सदस्य गणपतसिंह भवरानी ने बताया कि प्रदेश में कार्य करने वाली 50 सदस्यों कि समिति का एक दिवसीय विचार विमर्श शिविर पुष्कर में रखा गया है। आज रविवार को पुष्कर में प्रदेश कार्यसमिति द्वारा वर्ष पर्यंत कार्यों की योजना बनाकर राजपूत समाज में स्वाभाविक कर्म व पूर्वजों के मानवीय मूल्यों पर सकारात्मक कार्य करने के लिए रूपरेखा तय करेगी।
हीरक जयंती के बाद समाज में अपेक्षा श्री क्षत्रिय युवक संघ के स्थापना दिवस को 75 वर्ष पुरे होने पर 22 दिसंबर को भवानी निकेतन जयपुर में अनुशासित तरीके से हीरक जयंती का लाखों की संख्या में क्षत्रिय और क्षत्राणियों की गौरवमयी उपस्थिति वाला ऐतिहासिक कार्यक्रम होने के बाद राजपूत समाज ने अपने परंपरागत गुण को प्रदर्शित करने का कार्य किया है। समाज के युवाओं में संघ के प्रति आस्था और अपेक्षा बढ़ी है। इसे लेकर राजपूत समाज के युवा संघ के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने हेतु नवीन ऊर्जा से आतुर है।
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