संविधान निर्माता की जयंती पर साहित्य मित्र मंच द्वारा आयोजित हुई लेखन प्रतियोगिता - JALORE NEWS
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संविधान निर्माता की जयंती पर साहित्य मित्र मंच द्वारा आयोजित हुई लेखन प्रतियोगिता - JALORE NEWS
जालौर ( 15 अप्रैल 2022 ) पश्चिमी राजस्थान के साँचोर के डिजिटल साहित्यिक मंच 'साहित्य मित्र' समूह द्वारा 14 अप्रैल को संविधान के शिल्पकार बाबा साहेब डॉ.भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर गद्य विधा में लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
समूह के संस्थापक अरविन्द कालमा भादरूणा,साँचोर (राजस्थान) ने बताया कि ये आयोजन डिजिटल पटल पर ही ऑनलाइन आयोजित किया गया। देश के कुछ हिस्सों से कुल सात कलमकारों ने प्रतियोगिता में भाग लिया। समीक्षक मण्डल ने उन सभी रचनाओं की समीक्षा की एवं तीन शीर्ष कलमकारों को चुना जिन्हें सम्मान पत्र डाक द्वारा उनके पते पर भेज दिए जाएंगे।
शीर्ष तीन कलमकारों जिसमें प्रथम स्थान अर्चना सिंह बौद्ध अलवर(राजस्थान), द्वितीय स्थान ज़ालिम प्रसाद उत्तर प्रदेश एवं तृतीय स्थान नरेश नालिया "राज" नागौर(राजस्थान) ने प्राप्त किया। समीक्षक मण्डल में दिल्ली से सहायक प्रवक्ता डॉ.राजकुमारी , नागौर(राजस्थान) से हिंदी के व्याख्याता दानाराम 'रोज' एवं हिंदी के वरिष्ठ अध्यापक कानाराम पारीक "कल्याण" धानता,साँचोर (राजस्थान) रहे। 14 अप्रैल की शाम को पटल पर सम्मान समारोह रखा गया। कार्यक्रम का आगाज भीम वन्दना के साथ किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रेवाड़ी(हरियाणा) के प्रखर कवि और लेखक भूपसिंह भारती, कार्यक्रम अध्यक्ष बाबू लाल पारेंगी भू-राजस्व अधिकारी साँचोर, पटल अध्यक्ष प्रकाश भारतीय "मस्त" अरणाय,साँचोर (राजस्थान), संरक्षक कृष्ण पाल "मेघ" जोड़वास,रानीवाड़ा (राजस्थान) एवं समीक्षक मण्डल के साथ पटल के सभी कलमकार सदस्य मौजूद रहे। अन्य चार प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि द्वारा सहभागिता सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया जिसमें झंवताराम बामणिया रणोदर,चितलवाना(राजस्थान), ललित बाजक कांटोल,साँचोर(राजस्थान), पवन गोयल नई दिल्ली, मुकेश कुमार बोरावत सीलू,साँचोर प्रमुख थे।
मंच संचालक की भूमिका जाखल(साँचोर) से मास्टर भूताराम ने निर्वहन की। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी के रूप में युवा साहित्यकार नरेंद्र राणावत मूली,चितलवाना (राजस्थान) भी मौजूद रहे। एडमिन पैनल द्वारा मुख्य अतिथि, कार्यक्रम अध्यक्ष एवं संचालक मण्डल को 'साहित्य सत्यपुर सम्मान' से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में बताया कि बाबा साहेब ने सन्देश दिया है हमें भले ही एक वक्त का खाना न मिले पर अपने बच्चों को शिक्षित जरूर करना है शिक्षा वह चीज है जिसे हम बाँट सकते हैं पर कोई चुरा नहीं सकता। कार्यक्रम अध्यक्ष ने सफल आयोजन की सभी को बधाई प्रेषित की एवं संस्थापक और मीडिया प्रभारी ने भी सभी कलमकारों का हौसला अफजाई किया और शुभकामनाएं प्रेषित की।
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