JALORE NEWS तप जीवन का सच्चा श्रृंगार:जैनाचार्य
True-makeup-of-penance-life-Jainacharya |
JALORE NEWS तप जीवन का सच्चा श्रृंगार:जैनाचार्य
जालौर ( 3 अगस्त 2023 ) JALORE NEWS जालौर शहर के श्री नंदीश्वर जैन तीर्थ में भंडारी परिवार द्वारा आयोजित चातुर्मास के अंतर्गत गुरूवार को धर्म सभा को संबोधित करते हुए आचार्य श्री विजय हार्दिक रत्न सूरिश्वर ने कहा कि भौतिकवाद एक छलावा है। जहां सुख दिखता जरूर है। मगर वास्तव में दुख ही दुख है।
आध्यात्मिक चातुर्मास के मीडिया प्रभारी हीराचंद भंडारी ने बताया कि आचार्य श्री ने कहा कि यह संसार दुःखमय है । हर वह भौतिक वस्तु जो हमें सुखद एवं सुख देने वाली प्रतीत होती हैं उसके साथ कहीं ना कहीं दुख जुड़ा हुआ है। महंगी से महंगी वस्तु आपको एक दिन सुख देगी मगर धीरे-धीरे वह दुख का कारण बनेगी। सांसारिक सुख क्षणिक है। तप एवं संयम साधना से जो आनंद एवं सुख मिलता है वह शाश्वत हैं।वह सुख उत्तरोत्तर बढ़ता ही जाता है। इसलिए परमात्मा की शरण में रहकर तप आराधना ही जीवन का सच्चा सुख है। जो व्यक्ति परमात्मा की शरण में आ जाता है उसके जीवन में कभी दुख और भटकाव नहीं आता। श्रमण भगवान महावीर महाराजा की वाणी पर अगाध श्रद्धा ही सच्चा धर्म है। और यही भाव हमें मोक्ष प्रदान करने वाला है।
उपस्थित श्रावक श्राविका को संबोधित करते हुए आचार्य श्री ने कहा कि भौतिक वस्तुओं के पीछे भागना हमारी सबसे बड़ी भूल है। संसार में सार नहीं है। भौतिकता एक छलावा है। भौतिकता तन से जुड़ी हुई है ।यह मन को अशांत ही करती हैं। मन की शांति के लिए हमें धर्म एवं अध्यात्म का ही सहारा लेना होगा। अध्यात्म हमारी हर शंका का समाधान करता है।
धर्म सभा को मुनिराज श्री ज्ञान कलश विजय जी ने संबोधित करते हुए कहा कि ने श्रमण भगवान महावीर महाराजा ने अपने जीवन में सभी प्रकार के उपसर्ग सहन किए। मगर सबकी भलाई ही चाही। सब जीवों को शांति मिले यही प्रभु ने कामना की।
चातुर्मास के तहत शुक्रवार को भंडारी परिवार की ओर से प्रातः 8:00 बजे नंदीश्वर दीप में तपस्विओं का पारणा समारोह आयोजित होगा।
तप से मुक्ति का मार्ग प्रशस्त :
गुरुवार को आयोजित मासक्षमण तपस्वियो के अभिनंदन समारोह में आचार्य श्री ने सभी तपस्या की अनुमोदना करते हुए कहा कि 1 माह तक लगातार उपवास कर आपने जो तक किया है वह सबके लिए अनुकरणीय है। चौबीस तीर्थंकरों में से प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान ने इक्षु रस से वर्षीतप का पारणा किया था । बाकी सभी तीर्थंकरों ने खीर से तप का पारणा किया। वो खीर शुद्ध रूप से दूध में गाय का धी मिलाकर बिना पानी बनाई गई थी।महामृत्युंजय तप अत्यंत कठिन तप साधना है जिससे जीवन के प्रति एक नया विश्वास और जीवन- शक्ति पैदा होती है । एवं मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है। बहुमान समारोह का संचालन तेज सिंह राठौड़ ने किया।
JALORE NEWS
नया अदाजा में
सिरोही जालोर की ताजा खबर
राजस्थान की ताजा खबर
जालोर की तहसील से जुडी खबर
काईम खबर के साथ
today जालोर न्यूज़ आज तक
Job की ताजा खबर अन्य खबर के साथ
देश विदेश की खबर
खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें
एक टिप्पणी भेजें