JALORE NEWS महिलाएं धर्म आराधना में सदैव अग्रणी : जैनाचार्य
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JALORE NEWS महिलाएं धर्म आराधना में सदैव अग्रणी : जैनाचार्य
जालौर ( 2 अगस्त 2023 ) JALORE NEWS जालौर शहर के श्री नंदीश्वर जैन तीर्थ में भंडारी परिवार द्वारा आयोजित चातुर्मास के अंतर्गत बुधवार को धर्म सभा को संबोधित करते हुए आचार्य श्री विजय हार्दिक रत्न सूरिश्वर ने कहा कि जैन धर्म में श्री संघ को पच्चीसवां तीर्थंकर कहा गया है।
आध्यात्मिक चातुर्मास के मीडिया प्रभारी हीराचंद भंडारी ने बताया कि आचार्य श्री ने कहा कि प्रभु महावीर ने मानव मात्र के कल्याण के लिए चतुर्विध संघ की स्थापना की।श्री संघ के चारों स्तंभ समान है। चारों स्तंभों का अपना महत्व है। कोई छोटा -बडा नहीं होता है। किसी एक के बिना काम नहीं चलता। यही समानता का भाव श्री संघ को मजबूत, सुरक्षित एवं टिकाऊ बनाता है।साध्वी भगवंत ,बहिनों में धर्म आराधना एवं संस्कारों का बीजारोपण करते हैं। विजय सेन सूरी महाराज अपने एक ग्रंथ में लिखते हैं कि आचार्य भगवंत जितना उपकार करते है उससे कई गुना साध्वी जी भगवंत उपकार करते हैं। धर्म आराधना में श्राविकाएं सदैव अग्रणी रहतीं हैं। महिलाएं त्याग एवं समर्पण की प्रतिमूर्ति होती है। एक स्त्री बहुआयामी व्यक्तित्व की स्वामिनी होती है। इसलिए भारतीय संस्कृति में नारी को नारायणी कहा गया है
धर्म सभा को मुनिराज श्री ज्ञान कलश विजय जी ने संबोधित करते हुए कहा कि परमात्मा की भक्ति के प्रभाव से मानव के जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। जीवन में शुभ ही शुभ घटित होता है
तपस्वी -वरघोडा आज:
चातुर्मास के दौरान मासक्षमण तप की आराधना करने वाले तपस्वियो का ऐतिहासिक वरघोड़ा सूरजपोल स्थित ऋषभदेव मंदिर से 8.00 प्रस्थान करेगा। नंदीश्वर द्वीप तीर्थ पहुंचेगा। जहां धर्म सभा में तपस्वियो का आयोजक भंडारी परिवार की ओर से तप अनुमोदनार्थ भव्य अभिनन्दन किया जायेगा।
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