लुम्बाराम या वैभव जिसका राजयोग लिखा है उसको जनता से वोट मिलेंगे , वोट मोदी को या तरक्की को यह पता चलेगा 4 जून को - JALORE NEWS
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लुम्बाराम या वैभव जिसका राजयोग लिखा है उसको जनता से वोट मिलेंगे , वोट मोदी को या तरक्की को यह पता चलेगा 4 जून को - JALORE NEWS
पत्रकार माणकमल भंडारी भीनमाल
भीनमाल ( 26 अप्रैल 2024 ) JALORE NEWS जालोर क्षेत्र से लोकसभा चुनाव हेतु लुम्बाराम चौधरी व वैभव गहलोत का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया । अब जब 4 जून को ईवीएम खुलेंगे तब पता चलेगा की किसका भाग्य बलवान रहा।
तब तक अपनी अपनी गणित व समीकरण जनता के सामने विषय को जानने व समझने वाले विश्लेषक व मीडिया के लोग रखते रहेगे।
कांग्रेस को कांग्रेसी ही हराते है, लेकिन तीनो जिलो में कांग्रेस पहली बार एक जूट दिखाई दी है और कोई भीतरघात कांग्रेस में कोई भी नेता नही करता दिख रहा है । यह सब पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के फील्ड में रहने व हर कार्यकर्ता से सीधा संवाद करने के कारण सम्भव हुआ ।
यह चुनाव अशोक गहलोत के भविष्य की राजनीति का निधारण करेगा । साथ ही तीनो जिलो में कांग्रेस के जीते व हारे हुए विधायको का कितना वजूद है यह भी बताएगा ओर कांग्रेस तीनो जिलो में कितनी मजबूत है यह भी बताएगा ।
यह चुनाव बीजेपी के जीते व पराजित सांसद व विधायको का भी कितना वजूद व पकड़ है, उसका भी गणित बताएगा। मोदी की सभा के बावजूद भी यदि बीजेपी पीछे रहती है तो उसकी गहनता से समीक्षा होगी और यदि बीजेपी जीत जाती है तो उसको जिताने में किन किन नेताओ की भूमिका रही और कितने कितने वोटों से कहा कहा बीजेपी आगे या पीछे रही उसकी भी समीक्षा होगी और उसी के अनुसार उनको सत्ता में स्थान मिलेगा । बीजेपी ने इस सीट को जीतने का खास लक्ष्य रखा है और खास लोगो को इसकी जिम्मेदारी दी है। इस चुनाव में लोकल व बाहरी कोई मुद्दा नही बन पाया और बीजेपी ने मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने व विकसित भारत के लिए मोदी को वोट दो ओर अबकी बार 400 पार के नारे के साथ यह चुनाव लड़ा ।
कांग्रेस के वैभव गहलोत ने क्षेत्र की तरक्की को मुद्दा बनाकर व देवजी पटेल की ओर से 15 साल तक कोई काम नही करवाने का मुद्दा घर घर तक अपना तरक्की का वचन पत्र के साथ पहुचा कर यह चुनाव लड़ा है।
इस चुनाव में जीत का समीकरण बदलने में जातिगत मतों का हस्तांतरण का भी एक अहम रोल होगा, पहली बार माली, राजपूत व देवासी समाज के वोट यदि बीजेपी से खिसक गए तो कांग्रेस इस सीट पर काबिज होगी। इसके लिए खास रणनीति अशोक गहलोत ने तैयार कर उस पर काम किया व प्रभावशाली समाज बंधुओं को इसके लिए फील्ड में उतारा है।
अब 4 जून को पता चलेगा कि जनता ने मोदी के नाम या तरक्की के नाम पर वोट दिया है।
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