संविधान में 125 बार संशोधन, हिंदू राष्ट्र के नाम पर एक और सही; धीरेंद्र शास्त्री ने की मांग
![]() |
Hanuman-Katha-of-Pandit-Dhirendra-Shastri-in-Sanchore |
संविधान में 125 बार संशोधन, हिंदू राष्ट्र के नाम पर एक और सही; धीरेंद्र शास्त्री ने की मांग
सांचौर ( 11 मई 2024 ) राजस्थान के सांचौर में पांच दिवसीय हनुमंत कथा कार्यक्रम को लेकर बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सांचौर पहुंचे. यहां उन्होंने पांच दिवसीय हनुमंत कथा और पांच दिवसीय कार्यक्रम को लेकर प्रेस वार्ता की. पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पांच दिवसीय हनुमंत कथा कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हनुमंत कथा के दौरान दिव्या दरबार का आयोजन किया जाएगा.
इसमें आम जनमानस की समस्याओं का रास्ता निकला जाएगा. बागेश्वर धाम सरकार ने इस दौरान उनके ‘पागल’ शब्द के बार-बार प्रयोग को लेकर कहा कि पागल का मतलब मेंटल नहीं है. उन्होंने कहा की किसी काम के पीछे लगन के साथ लग जाना भी एक तरह का पागलपन ही है. इसलिए दुनिया के लिए पागल मेंटल हो सकता है लेकिन भगवान के लिए पागल उनके भक्त होते हैं, जो पूरी लगन के साथ उनकी भक्ति करते हैं.
हिंदू राष्ट्र को लेकर दिया बड़ा बयान
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने प्रेस वार्ता के दौरान हिंदू राष्ट्र को लेकर एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि हिंदू राष्ट्र बनाना उनकी एकमात्र टिप्पणी ही नहीं उनका संकल्प है. हर हालत में हिंदू राष्ट्र बनकर ही रहेगा और बनाना है यह हमारा संकल्प है. उन्होंने कहा कि यदि देश और राजस्थान का युवा और राजस्थान के वीर जाग गए तो भारत हर दिलों के अंदर हिंदू राष्ट्र बनेगा. उन्होंने कहां की देश के अंदर 125 से ज्यादा बार संविधान में संशोधन हुआ है और एक बार हिंदू राष्ट्र के लिए संविधान में संशोधन हो जाए तो इसमें कोई बुराई नहीं है.
‘मीरा कृष्ण के प्रेम में पागल थी मेंटल नहीं’
उन्होंने आगे कहा कि मीरा भी कृष्ण के प्रेम में पागल थी मेंटल नहीं थीं. देश में हो रहे लोकसभा चुनावों को लेकर उन्होंने कहा कि भारत लोकतांत्रिक देश है और अलग-अलग चरण में चुनाव हो रहे हैं, तो सिर्फ इतना कहना चाहुंगा की पहले मतदान फिर जलपान. इसके अलावा राजनीतिक विषय में कुछ नहीं कह सकता. कांग्रेस की ओर से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बीजेपी समर्थक होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अपनी-अपनी भावना है. कहने में कोई कुछ भी कह सकता है. हम सिर्फ हनुमान जी की जय जयकार में विश्वास रखते हैं ।
बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री जी ने शुक्रवार से राजस्थान के सांचौर में हनुमंत कथा शुरू की। पांच दिवसीय हनुमंत कथा के दौरान वह दिव्य दरबार भी लगाएंगे। इस मौके के लिए 90 बीघे जमीन पर जर्मन तकनीक से पंडाल बनाया गया है, जिसमें एक लाख लोगों के लिए गेस्ट प्लान है
कार्यक्रम में जाने के लिए धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शुक्रवार दोपहर करीब 1 बजे बागेश्वर धाम (मध्य प्रदेश) से स्वीकृत विमान से बाड़मेर पहुंचे। इसके बाद सड़क मार्ग से बाड़मेर से सांचौर पहुंचेंगे। रास्ते में कई स्थानों पर उन्हें आमंत्रित किया गया। इसके बाद वह शाम करीब 6:45 बजे कथा का चित्रण करने के लिए पंडाल में आये. धीरेंद्र शास्त्री अगले पांच दिनों तक सांचौर की एक जागीर में रहेंगे.
कथा शुरू होने से पहले पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने प्रश्नोत्तरी सत्र रखा और सांचौर में अपने पूरे कार्यक्रम की जानकारी दी.
जब पंडित धीरेंद्र शास्त्री पथमेड़ा पहुंचे तो पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया गया।
कथा प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक होगी
शुक्रवार को कथा से पहले हजारों महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। सांचौर के व्यापारिक क्षेत्रों से होते हुए कथा स्थल पर पहुंची। कई स्थानों पर पुष्प देकर आमंत्रित किया गया। संयोजकों के अनुसार बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शाम चार बजे से लगातार हनुमान कथा पर चर्चा करेंगे। इसे सुनने के लिए सांचौर व आसपास के क्षेत्रों से एक लाख से अधिक लोगों की भीड़ जुटेगी।
देश को हिंदू राष्ट्र बनाना संकल्प है’
वहीं कांग्रेस की तरफ बीजेपी समर्थक होने के आरोप पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा अपनी-अपनी भावना है कहने में कोई कुछ भी कह सकता है. लेकिन हम सिर्फ हनुमान जी की जय जयकार में विश्वास रखते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि देश को हिंदू राष्ट्र बनाना उनका संकल्प है. भारत हर हाल में हिंदू राष्ट्र बनकर ही रहेगा और बनाना है यह हमारा संकल्प है. ना कोई टिप्पणी है यह संकल्प है.
बागेश्वर धाम सरकार ने आगे कहा कि यदि देश और राजस्थान का युवा और राजस्थान के वीर जाग गए तो भारत हर दिलों के अंदर हिंदू राष्ट्र बनेगा. उन्होंने कहा की देश अंदर 125 बार से अधिक बार संविधान में संशोधन हुआ है और एक बार हिंदू राष्ट्र के लिए संविधान में संशोधन हो जाए तो इसमें कोई बुराई नहीं है.
एक हजार से अधिक महिलाओं ने सिर पर कलश लेकर यात्रा निकाली।
पंडाल ने जर्मन इनोवेशन के साथ तीन लाख वर्ग फीट में काम किया
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा के उत्सव पर विशेष ध्यान देने के लिए, 90 बीघे हवाई पट्टी मैदान 300×1000 फीट (3,00,000 वर्ग फीट) का एक विशाल पंडाल जर्मन नवाचार के साथ बनाया गया है। इसके अलावा गंभीर तीव्रता को देखते हुए पंडाल में 300 पंखे और 130 कूलर भी लगाए गए हैं. महाराजा के बैठने के लिए एक अलग मंच बनाया गया है।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा का वीडियो रिकार्ड करती महिलाएं।
पार्किंग क्षेत्र दो किलोमीटर दूर स्टीयर मेला मैदान में काम करता है
बागेश्वर धाम की कथा में लोगों की भीड़ की संभावना को देखते हुए संगठन भी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. लोगों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए सभा स्थल से दो किमी दूर गो मेला मैदान में वाहनों की व्यवस्था की गई है, जिसके बाद लोगों को वहां से पैदल चलकर पंडाल तक आना होगा।
150 पुलिसकर्मी और 200 बाउंसर कार्रवाई संभालेंगे
इस मौके पर लोगों की भीड़ को देखते हुए एसपी हरि शंकर ने पाली रेंज के विभिन्न क्षेत्रों से 150 पुलिसकर्मी बुलाए हैं. इसके अलावा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सांचौर क्षेत्र के पुलिस मुख्यालय के कर्मचारी भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे. इसके अलावा, समन्वयकों ने पंडाल के गेम प्लान के लिए 200 बाउंसर भी नियुक्त किए हैं।
1 लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था
इस टेंट की सबसे खास बात तो यह है कि यहां एक साथ करीब 1 लाख लोग बैठ सकते हैं। यदि तेज बारिश भी होती है तो भी इस टेंट का कुछ नहीं बिगड़ने वाला है। आपको बता दे कि कथा का समय दोपहर 2 से 5 बजे तक का है।
पांडाल में लगे 500 कूलर पंखें
इस गर्मी के सीजन को देखते हुए इस टेंट के अंदर बैठने वाले किसी भी व्यक्ति को परेशानी नहीं हो इसके लिए हवा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। पंडाल में करीब 350 पंखे और 150 कूलर लगाए गए हैं। वही पंडित धीरेंद्र शास्त्री के लिए जो मंच तैयार किया गया है उस पर भी हाईटेक कूलर लगाए गए हैं।
2 किमी चलना पड़ेगा पैदल
कथा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए करीब 150 पुलिसकर्मी और 252 कर व्यवस्था में लगे हुए हैं। इस कथा में आने के लिए 2 किलोमीटर पहले ही पार्किंग बनाई गई है। पार्किंग स्थल से कथा स्थल तक करीब दो किलोमीटर पैदल चलकर श्रद्धालु पांडाल में पहुंच सकेंगे।
JALORE NEWS
खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें
एक टिप्पणी भेजें