विद्यार्थी परिषद के 73 वें स्थापना दिवसः पर पौधा रोपण कार्यक्रम आयोजित - JALORE NEWS
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विद्यार्थी परिषद के 73 वें स्थापना दिवसः पर पौधा रोपण कार्यक्रम आयोजित - JALORE NEWS
जालौर ( 9 जुलाई 2021 ) अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई सांचौर के कार्यकर्ताओं द्वारा ABVP के 73 वें स्थापना दिवस व राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस के अवसर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रांत कार्यसमिति सदस्य छगनलाल माली ने सर्वप्रथम विश्व के सभी राष्ट्रप्रेमी बंधु व भगिनीयों को विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 73 वें स्थापना दिवस व "राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस" की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ABVP का कार्यकर्ता होना गर्व की बात है एवं विद्यार्थी परिषद का हर कार्यकर्ता निरन्तर अपने दायित्वों का निर्वहन छात्र छात्राओं तथा समाजहित मे करता रहता है।
इसी क्रम में "राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस" के अवसर पर ABVP कार्यकर्ताओ ने वृक्ष लगाया। ततपश्चात नगर सह मंत्री रोबिन सिंह राव ने वृक्षारोपण के महत्व को बताते हुये कहा कि वृक्षारोपण का शाब्दिक अर्थ है। वृक्ष लगाकर उन्हें उगाना इसका प्रयोजन करना है। प्रकृति के संतुलन को बनाए रखना। मानव के जीवन को सुखी, सम्रद्ध व संतुलित बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण का अपना विशेष महत्व है। मानव सभ्यता का उदय तथा इसका आरंभिक आश्रय भी प्रकृति अर्थात वन व्रक्ष ही रहे हैं। मानव को प्रारम्भ से प्रकृति द्वारा जो कुछ प्राप्त होता रहा है। उसे निरन्तर प्राप्त करते रहने के लिए वृक्षारोपण अती आवश्यक है।
नगर मंत्री ईश्वर देवासी ने बताया कि मानव सभ्यता के उदय के आरंभिक समय में वह वनों में वृक्षों पर या उनसे ढकी कन्दराओं में ही रहा करता था। वह मानव वृक्षों से प्राप्त फल-फूल आदि खाकर या उसकी डालियों को हथियार के रूप में प्रयोग करके पशुओं को मारकर अपना पेट भरा करता था। वृक्षों की छाल की वस्त्रों के रूप में प्रयोग करता था। यहाँ तक कि ग्रन्थ आदि लिखने के लिए जिस सामग्री का प्रयोग किया जाता था। वे भोज–पत्र अर्थात विशेष वृक्षों के पत्ते ही थे। वृक्ष वातावरण को शुद्ध व स्वच्छ बनाते है। इनकी जड़ें भूमि के कटाव को रोकती है। वृक्षों के पत्ते भूमि पर गिरकर सड़ जाते हैं। तथा ये मिट्टी में मिलकर खाद बन जाते है। और भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाते है।इस अवसर पर राजकीय महाविद्यालय इकाई अध्यक्ष महेन्द्र आंजणा, उपाध्यक्ष विशाल शर्मा, इकाई अध्यक्ष गोपाल पुरोहित, जितेश पुरोहित, सतीश पुरोहित, सुरेश बुनकर, पांचाराम दवे, माला राम, जयंती देवासी,हरिश, भावेश सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मोजोद रहें।
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