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"सीजफायर के 3 घंटे बाद ही धमाकों से दहला जम्मू-कश्मीर – क्या पाकिस्तान ने फिर किया भरोसे का खून?"
दिल्ली ( 10 मई 2025 ) जहां एक ओर देश सीजफायर के ऐलान को एक शांति की उम्मीद के रूप में देख रहा था, वहीं दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में धमाकों की गूंज और सायरनों की चीख ने इस उम्मीद को चकनाचूर कर दिया।
सरकार ने शुक्रवार को दोपहर बाद LOC और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीजफायर की घोषणा की थी। लेकिन शाम होते-होते श्रीनगर, बडगाम और पुंछ जैसे इलाकों से विस्फोटों और फायरिंग की खबरें आने लगीं। स्थानीय लोगों में दहशत है, और पूरे कश्मीर घाटी में एक बार फिर तनाव का माहौल बन गया है।
क्या यह पाकिस्तान की सोची-समझी साजिश है?
हर बार की तरह इस बार भी शक की सुई पाकिस्तान की ओर उठ रही है। सवाल ये है कि क्या सीजफायर का ऐलान होते ही पाकिस्तान ने अपनी पुरानी चालों पर लौटना शुरू कर दिया?
सूत्रों के मुताबिक LOC पर कुछ सेक्टरों में घुसपैठ की कोशिशें, फायरिंग, और घरेलू बस्तियों को निशाना बनाए जाने की घटनाएं सामने आई हैं। यह सब महज तीन घंटे के भीतर हुआ – यानी या तो यह सब पहले से प्लान था, या फिर पाकिस्तान सीजफायर को सिर्फ एक दिखावा मानता है।
श्रीनगर में क्या हुआ?
शाम 6 बजे के करीब श्रीनगर के बाहरी इलाकों में तेज धमाके सुने गए।
सायरन बजने लगे, और सेना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पूरे क्षेत्र को घेर लिया।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह धमाके इतने तीव्र थे कि कई घरों की खिड़कियां तक हिल गईं।
अब तक किसी आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को पाक समर्थित गतिविधियों पर शक है।
सियासी बयानबाज़ी तेज
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा:
> "सीजफायर का मतलब क्या सिर्फ दिखावा है? अगर तीन घंटे भी शांति न टिके, तो फिर ये फैसला क्यों?"
उन्होंने आगे कहा कि जनता अब सिर्फ घोषणा नहीं, अमल चाहती है।
क्या कहती हैं सुरक्षा एजेंसियां?
गृह मंत्रालय और सेना सतर्क हो चुकी है। बॉर्डर के कई हिस्सों पर चौकसी बढ़ा दी गई है। यह आशंका जताई जा रही है कि धमाकों की आड़ में घुसपैठ की साजिश भी रची जा सकती है।
जनता का सवाल – कब तक सहेंगे धोखा?
हर बार सीजफायर होता है, हर बार पाकिस्तान वादा तोड़ता है। लेकिन इस बार सब्र की सीमा टूट रही है।
क्या भारत को अब अपनी रणनीति पर कठोरता से पुनर्विचार नहीं करना चाहिए?
क्या केवल शांति की भाषा बोलना ही काफी है, जब पड़ोसी आग उगल रहा हो?
यहां हुए सीजफायर का उल्लंघन
सूत्रों के मुताबिक जम्मू कश्मीर के उधमपुर, अखनूर, नौशेरा, पूंछ राजौरी, मेंधार, जम्मू, आर एस पुरा सेक्टर, सुंदरबनी, अर्निया और कठुआ में सीजफायर का उल्लंघन किया गया. इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पुष्टि की है कि कश्मीर के श्रीनगर में कई विस्फोट हुए हैं.
बीएसएफ दे रही जवाब
बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर जम्मू, आरएसपुरा सेक्टर में पाकिस्तान की क्रॉस बॉर्डर फायरिंग का बीएसएफ जवाब दे रही है. एलओसी के अखनूर सेक्टर में भी फायरिंग की घटनाएं सामने आई हैं. सेना इसके बारे में लोकल फॉर्मेशन से जानकारी इकठ्ठा करने में जुटी है.
वहीं इन हालात को देखते हुए श्रीनगर में पूरी तरह से ब्लैकआउट कर दिया गया है. साथ ही कारगिल में भी ब्लैकआउट किया गया है. जानकारी के मुताबिक 8.50 पर धमाकों की आवाज सुनाई दी गई. इसके गोलीबारी शुरू हुई, बाद में हवा में ड्रोन देखे गए.
सीजफायर पर क्या बोले थे सीएम अब्दुल्ला?
इससे पहले सीजफायर को लेकर सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा था, "अभी हाल ही में थोड़ी देर पहले दुबारा सीजफायर को कायन करने का ऐलान हुआ उसका मैं दिल की गहराईयों से खैरमकदम करता हूं. आखिरकार पाकिस्तान के डीजीएमओ ने हमारे डीजीएमओ को फोन उठाकर बात किया। देर आए दुरूस्त आए. जहां जहां लोग जख्मी हैं उनका सही इलाज हो. जहां जहां जान गई है उन लोगों की भरपाई करें."
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