वीकेंड कर्फ्यू का पहला रविवार, कही पालना तो कही घोर लापरवाही - JALORE NEWS
महिला के मास्क पहनने निकाला रही है , जबकि पुलिस वालें बिना मास्क के खडा है । 👉👉कैमरामैन श्रवण कुमार औड़ |
जालोर में वीकेंड कर्फ्यू का दिखा असर, जनता ने दिखाई सतर्कता तो यातायात प्रशासन ही दिखा लापरवाही करते - The effect of weekend curfew was visible in Jalore, the public showed vigilance, only the traffic administration showed negligence
जालौर ( 17 जनवरी 2022 ) जिले में रविवार को वीकेंड कर्फ्यू का पहला दिन था। शहर के मोहल्लों की बात करते तो वहा जनरल स्टोर, डेयरी की शॉप खुली नजर आई वही चौराहों यातायत पुलिस भी बिना मास्क के दिखाई दी, शहर के मुख्य चौरायो पर हथियारबंद पुलिस के जवान खड़े नजर आए। बिना मास्क नजर आने वाले वाहन चालकों के चालान काटने एवं किसी काम से जा रहे हैं। । जालौर में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर सेे आमजन बचाव के चलते राजस्थान सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार जालौर में रविवार को कर्फ्यू के दौरान बाजार बंद रहे।
हालांकि दूध, सब्जी, खाद्य पदार्थ, डेयरी , शराब का ठेका और आपातकालीन सेवाओं को बंद में छूट दी गई थी । कोरोना वायरस संक्रमण मामलों की वृद्धि को देखते हुए राज्य सरकार ने 9 जनवरी को दिशानिर्देश जारी करके राज्य में शनिवार रात 11 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू के साथ ही संक्रमण को रोकने के उपायों की घोषणा की थी। कोरोना वायरस की तीसरी लहर का रविवार को पहला साप्ताहिक कर्फ्यू था , और उसका प्रभाव बाजारों में दिखाई दिया । दूसरी तरफ, सड़कों पर बेवजह घूमने वाले लोगों की आवाजाही रोकने के लिए शहर में कई जगहों पर नाकाबंदी की गई ।
पुलिस की गाड़ियां भी बाजारों और अपने इलाको में गश्त करते हुए लोगों से वीकेंड कर्फ्यू की पालना करते हुए नजर आई । भीड़भाड़ वाले इलाके परकोटे के बाजार में कर्फ्यू का असर रहा । हरिदेव जोशी सर्कल तिलक द्वार, अस्तपाल चौराहा, गांधी चौक, मैन बाजार में सभी दुकानें पूरी तरह से बंद नजर आई । वीकेंड कर्फ्यू में रविवार को सडको पर सन्नाटा दिखाई दिया. सिर्फ मुख्य मार्गों पर आवश्यक कार्य के लिए इक्का-दुक्का वाहन सवार दिखाई दिए. जो भी बेवजह बाहर निकले उनके खिलाफ पुलिस ने चालान काटकर कार्रवाई की. नियमों का पालन नहीं करने पर कुछ युवकों को थाने भी ले जाया गया. राज्य सरकार से जारी आदेश के अनुसार जरूरी वस्तुओं की दुकानें खुली रहने की वजह से किसी को कोई परेशानी नहीं हुई.।
पुलिस के जावान तैनात दिखाई
रविवार को सुबह से शाम तक सड़कों पर सन्नाटा सा छा गया वही जगह-जगह पुलिस जवान तैनात दिखाई दिया, जो घर से बिना वजह से बाहर घुमा रहे थे उनके खिलाफ कार्रवाई की गई चलना बनाते नज़र आए, हालांकि जालौर में पुलिस के जवान को तैनात किया गली मौहल्लै, नुक्कड़ , हरिदेव जोशी सर्किट, अस्पताल चौराहे, पचायत समिति, बागौडा रोड, आहोर चौराहे, बाईपास चौराहे पर पुलिस का जाब्ता तैनात किया गया था जिसके कारण पुलिस और प्रशासन पल पल पर रख रहे थे नज़रों में रहा था!
पुर्व के फोटो 2020 और 2021 के समय कर्फ्यू कि तस्वीर है |
पुर्व में लगता था कर्फ्यू
( 1 ) यहां कर्फ्यू आन - वन राजस्थान में नही पुरे भारत वर्ष में पहला 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के नाम से लगाता था जोकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश को मंत्र, 'जनता कर्फ्यू' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार रात आठ बजे राष्ट्र को संबोधित करते हूआ लगा था । जिसके दौरान जनता कर्फ्यू का मिला जनता का पुर्ण समर्थन और बाजार पुर्णतया बंद रखा गया
( 2 ) राजस्थान सरकार ने दो दिन का कर्फ्यू लगा दिया था । 16 - 17 अप्रैल 2021 जन अनुशासन पखवाड़ा का सख्त कर्फ्यू नाम दिया गया था ।
पेट्रोल पम्प, सब्जी के ठेलों, हॉस्पिटल में देखी भीड़
पेट्रोल पंप सब्जी के ठेलो और अस्पताल में भीड़ दिखाई पड़ी कड़ाके की सर्दी के चलते अस्पताल में भी लोगो की भीड़ दिखाई दी वही कुछ जगहों पर सब्जी बिना मास्क बेचते हुए दिखाई दिए, जालौर शहर में कंचनगिरी धर्मशाला के पास, नया बस स्टैण्ड पर, पंचायत समिति अन्य स्थानों पर बिना मास्क के सब्जी बेचते दिखाई दिए ! बसों में सफर करनें वालों यात्रियों को भी बिना मास्क के सफर करते देखा गया । बस स्टैण्ड पर बिना मास्क के लोगों फिरते रहे जबकि वहां पुलिस के जावान तैनात होने के बावजुद कोई कार्ईवाही नही की गयी ।
सड़कों पर लोगों की आवाजाही, किसी ने हॉस्पिटल जाने का तो किसी ने दवाई खरीदने का बताया बहाना
हरिदेव जोशी सर्कल पर भी बिना मास्क लोगो के द्वारा बाईक पर बिना काम से बहार घूमते दिखाई दिए पूछने पर अस्पताल या दवाई का बहाना करते नजर आये, इसको लेकर पुलिसकर्मी पूछताछ करते नजर आए। कोई हॉस्पिटल जाने की बात कहता नजर आया तो कोई दवाई खरीदने की बात कहता नजर आया। कुछ ऐसी ही स्थित शहर के अस्पताल चोराया, हरिदेव जोड़ी सर्कल, बस स्टॉप, कॉलेज चौराया, अहोरे चौराया पर देखने को मिली। टू व्हीलर, फोर व्हीलर वाहन सवार आ जा रहे थे।
जब यातायात प्रशासन ही बिना मास्क के है तो आम जन से क्या उम्मीद
जालोर शहर की सबसे बड़ी बात तो यहां है कि जालोर में यातायत पुलिस स्वयं जब बिना मास्का दिखाई दे रहे है, जब बिना मास्क दिखाई देना पर आमजनता पर कार्ईवाही हो सकती है तो फिर इन पर क्यों नही हो सकती, सबसे बडी बात यह है कि जब सबको सलाह देना वाले हि नियमो की अवहेलना करे तो फिर आमजनता से क्या उम्मीद की जा सकती है । पुलिस प्रशासन की और बिना मास्का के दिखाई दे रहा है । यह फोटो हॉस्पीटल चौराहे का रविवार दौपहर के समय खिचा गया था । प्रशासन द्वारा यह लापरवाही जनता पर गलत प्रभाव कर सकती है ।
Movement-of-people-on-the-roads-some-told-the-excuse-to-go-to-the-hospital-and-some-told-to-buy-medicines |
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