कोरोना के खिलाफ हम जरूर जीतेंगे, Omicron नई चुनौती बनकर सामने आया :मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में PM - JALORE NEWS
PM-in-meeting-with-Chief-Ministers |
कोरोना के खिलाफ हम जरूर जीतेंगे, Omicron नई चुनौती बनकर सामने आया :मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में PM - JALORE NEWS
नई दिल्ली ( 14 जनवरी 2022 ) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि ओमिक्रॉन नई चुनौती बनकर सामने आया है लेकन कोरोना के खिलाफ जंग में हम जरूर जीतेंगे. उन्होंने कहा कि Omicron को लेकर जो संशय की स्थिति थी वह अब नहीं है. अमेरिका में 14 lakh नए मामले हर रोज सामने आ रहे हैं, ऐसे में हमें सतर्क रहना है सावधान रहना है. लेकन इसके साथ ही यह भी घबराए नहीं,इसका भी हमें ध्यान रखना होगा. त्योहारों के इस मौसम में राज्य सरकारों की अलर्टनेस कम नहीं होनी चाहिए.मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में पीएम मोदी ने यह विचार व्यक्त किए.
पीएम ने कहा कि हमें कोरोना के किसी भी नए वेरिएंट के आने से पहले उसकी तैयारी करनी होगी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐहतियाती डोज (Precautionary Dose) जितनी जल्दी होगा हेल्थ केयर सिस्टम उतना ही मजबूत होगा. टीकाकरण के खिलाफ किसी भी भ्रम की स्थिति को उत्पन्न नहीं होने देना है. हमारे पास कोरोनावायरस लड़ने का 2 साल का अनुभव है. लोगों की आजीविका का कम से कम नुकसान हो और अर्थव्यवस्था की गति बनी रहे.
उन्होंने कहा कि कोई भी रणनीति बनाते समय हम इन बातों को जरूर ध्यान में रखें यह बहुत आवश्यक है. लोकल कंटेनमेंट पर ज्यादा फोकस करना बेहतर होगा. जहां से ज्यादा कोविड के मामले आ रहे हैं, वहां ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग हो यह सुनिश्चित करने की भी आवश्यकता है. पीएम मोदी ने कहा कि इसके साथ ही होम आइसोलेशन में ही ज्यादा से ज्यादा ट्रीटमेंट हो सके, यह भी जरूरी है. होम आइसोलेशन की गाइडलाइन और प्रोटोकॉल को फॉलो करना जरूरी होगा.
PM Modi Meeting with CMs: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार शाम सभी मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों समेत केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों के साथ एक बड़ी उच्च स्तरीय बैठक की. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस मीटिंग में COVID-19 से निपटने की तैयारियों और वैक्सीनेशन प्रोग्राम की समीक्षा की गई.
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि पिछले वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन तेजी से फैल रहा है. यह अधिक ट्रांसमिसिबल है. हमारे स्वास्थ्य विशेषज्ञ स्थिति का आकलन कर रहे हैं. यह स्पष्ट है कि हमें सतर्क रहना है, लेकिन घबराहट से बचना भी सुनिश्चित करना है.
प्रधानमंत्री के संबोधन की 5 बड़ी बातें...
कड़ी मेहनत ही हमारा एकमात्र रास्ता है और जीत ही हमारा एकमात्र विकल्प है.
- केंद्र द्वारा राज्यों को आवंटित 23,000 करोड़ रुपये के पैकेज का अच्छी तरह से उपयोग किया गया है, कई राज्यों ने अपने स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत किया है. जिस तरह से केंद्र और राज्य सरकारों ने प्री- इम्पटिव, प्रो-एक्टिव और कलेक्टिव अप्रोच दृष्टिकोण अपनाया था, वही इस बार भी जीत का मंत्र है.
- भारत में लगभग 92 प्रतिशत वयस्क आबादी को पहली खुराक दी जा चुकी है. दूसरी डोज का कवरेज भी लगभग 70 प्रतिशत तक पहुंच गया है."
अर्थव्यवस्था की गति को बनाए रखा जाना चाहिए, इसलिए बेहतर होगा कि लोकल कंटेनमेंट पर ज्यादा ध्यान दिया जाए.
- नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बावजूद, महामारी से निपटने के लिए टीकाकरण सबसे शक्तिशाली तरीका है. कोरोना को हराने के लिए हमें अपनी तैयारी हर प्रकार से आगे रखने की जरूरत है. ओमिक्रॉन से निपटने के साथ-साथ हमें भविष्य के किसी भी वैरिएंट के लिए अभी से तैयारी शुरू करने की जरूरत है.
बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा के अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देव, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा सहित अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने हिस्सा लिया.गौरतलब है कि संक्रमण के तेजी से बढ़ रहे मामलों को देखते हुए देश के विभिन्न हिस्सों में राज्यों द्वारा तरह-तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं.प्रधानमंत्री ने रविवार को देश में कोविड-19 महामारी के हालात, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे और आपूर्ति व्यवस्था की चल रही तैयारियों, देश में टीकाकरण अभियान की स्थिति, ओमीक्रोन के प्रसार और इसके जन स्वास्थ्य प्रभाव की समीक्षा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी
आपको बता दें कि देश में कोरोना वायरस के मामले 2 लाख के पार हो चुके हैं. साथ ही 300 जिलों में संक्रमण दर 5 फीसदी से ज्यादा हो चुकी है. इस दौरान भारत में 12 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं.
एक टिप्पणी भेजें