माता-पिता, पुत्र-पुत्री, भाई-बहन, सास-बहू आदि रिश्ते कैसे निभाने चाहिए यह संदेश देने के लिए प्रभु श्री राम इस धरती पर आए , संत कृपाराम महाराज - JALORE NEWS
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माता-पिता, पुत्र-पुत्री, भाई-बहन, सास-बहू आदि रिश्ते कैसे निभाने चाहिए यह संदेश देने के लिए प्रभु श्री राम इस धरती पर आए , संत कृपाराम महाराज - JALORE NEWS
जालोर ( 13 जुन 2022 ) भीनमाल के समीपवर्ती वियो का गोलियां गांव में विष्णु महायज्ञ के अवसर पर राजाराम महाराज के सानिध्य व संत कृपाराम महाराज के मुखारविंद से चल रही श्री राम कथा के दूसरे दिन संत श्री ने कहा की माता-पिता, पुत्र-पुत्री, भाई-बहन, सास-बहू आदि रिश्ते कैसे निभाने चाहिए यह संदेश देने के लिए प्रभु श्री राम इस धरती पर आए | क्यों की कलयुग में इन सब रिश्तों में दरारें आ गायी है, रिश्तों को निभाना नहीं आ रहा है, त्रेता युग की राम कथा कलयुग के प्राणियों के लिए बहुत ही उपयोगी है, क्योंकी जो समस्या आज कल रिश्ते निभाने में आती है उस समस्या का समाधान उस युग में श्री राम ने दे दिया था ।
कथा में तीन वचन
1-पति-पत्नी शुभ कार्य करें तो वो साथ में मिलकर करना चाहिए, ताकि जिससे घर परिवार में लड़ाई झगडे नहीं हो, मन का मिलना जरूरी है, विचार अलग होना ही घर में लड़ाई का मुख्य कारण है
2- संत श्री ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के विषय पर जोर देते हुए कहा की आज कल लोगों की सोच बहुत छोटी हो गई है आज भी कई घरों में लोग बेटियों को जन्म नहीं देते और कई जन्म दे देते है तो कई उनको अपनी छोटी सोच के कारण पढ़ाते नहीं है अपनी छोटी सोच को बड़ी करना होगा और बेटियों को पढ़ना लिखा कर एसे संस्कार दे जिससे वो आपका नाम समाज-परिवार, देश-दुनिया में रोशन कर दे |
3- आज की कथा में संत कृपाराम महाराज ने कुम्भज ऋषि द्वारा शिव जी को राम कथा सुनाने की कथा का वर्णन किया व पार्वती के पूर्व जन्म सती की कथा का संक्षिप्त रूप से वर्णन किया और बड़े धूम धाम से कथा के दूसरे दिन शिव विवाह प्रसंग संत श्री ने रोचकता से वर्णन किया
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