ऊर्जा, ईंधन और आर्थिक संकट से गुजर रहा पाकिस्तान : भ्रष्ट नीतियों के कारण पाकिस्तान अँधेरे में डूबा - JALORE NEWS
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ऊर्जा, ईंधन और आर्थिक संकट से गुजर रहा पाकिस्तान : भ्रष्ट नीतियों के कारण पाकिस्तान अँधेरे में डूबा - JALORE NEWS
नई दिल्ली ( 12 जुन 2022 ) पाकिस्तान में अर्थव्यवस्था की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है. इस बीच महंगाई इतनी बढ़ रही है कि तमाम लोग गरीबी की गर्त में जा रहे हैं.
पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने बजट पेश करने के एक दिन बाद देश के आर्थिक हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए देश के हालात को लेकर आगाह किया. उन्होंने कहा पिछली सरकार ने मुद्दों को हल करने के लिए कुछ भी नहीं किया.
डान ने पाकिस्तान के वित्त मंत्री के हवाले से कहा मैंने पिछले 30 वर्षों में इससे अधिक कठिन समय कभी नहीं देखा है, एक तरफ जहां अंतरराष्ट्रीय माहौल बहुत चुनौतीपूर्ण है, वहीं हमारे देश में सरकार या प्रशासन की स्थिति खराब हो गई है. पिछली सरकार ने मुद्दों को हल करने के लिए कुछ भी नहीं किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान खराब प्रशासन के कारण महंगी दरों पर बिजली का उत्पादन कर रहा है. देश भर में लम्बी बिजली कटोती से अवाम हैरान परेशान हैं.
की खबर के अनुसार भीषण बिजली संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान ने बिजली की खपत को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं और अब इस्लामाबाद में रात 10 बजे के बाद विवाह समारोहों पर पाबंदी रहेगी जो 8 जून से प्रभावी है.
इसके अलावा साढ़े 8 बजे तक सभी बाजार बंद रहने का आदेश दिया गया है.
बढ़ती महंगाई और बिगड़ती अर्थव्यवस्था के शहबाज सरकार ने बिजली की कीमतों में 7.9 रुपये प्रति यूनिट तक की बढ़ोतरी करेगी. जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्तमान में बिजली की कीमत 16.91 रुपये प्रति यूनिट है और 7.9 रुपये प्रति यूनिट की वृद्धि के साथ यह 24 रुपये प्रति यूनिट से अधिक हो जाएगी.
विदित हो कि पाकिस्तान के ग्रामीण इलाकों में 12-12 घंटे तक बिजली गायब रहती है.
पाकिस्तान में 6,500 मेगावाट की बिजली की कमी देखी गई है. आर्य न्यूज के मुताबिक, 26 हजार मेगावाट की मांग के मुकाबले पाकिस्तान में बिजली की आपूर्ति 19,500 मेगावाट पर ही रही. लाहौर में 800 मेगावाट बिजली की कमी देखी गई
कुल जमा पाकिस्तान वर्तमान में गंभीर ऊर्जा, ईंधन और आर्थिक संकट से गुजर रहा है. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के मुताबिक, बीते सप्ताह के दौरान देश का विदेशी मुद्रा भंडार बहुत खराब हालात में पहुंच गया. पाकिस्तान के सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने बताया कि देश इन दिनों गंभीर संकट से गुजर रहा है इसलिए बिजली बचाने के लिए कुछ कदम उठाने होंगे.पाकिस्तान में बिजली की कमी की वजह से कई-कई घंटों के पावर कट लग रहे हैं. इस वक्त गर्मी की वजह से बिजली की डिमांड ज्यादा है तो दिक्कत हो रही है. वहीं तेल की कीमत में भी उबाल आया हुआ है.
बता दे कि शुक्रवार को वित्त मंत्री इस्माइल ने देश की संसद के निचले सदन में जुलाई 2022 से जून 2023 तक शुरू होने वाले आगामी वित्तीय वर्ष के लिए 9.5 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया था. संसद में अपने भाषण में मंत्री ने कहा कि कुल 9.5 ट्रिलियन रुपये के बजट में से 3.95 ट्रिलियन रुपये की राशि कर्ज चुकाने के लिए आवंटित की गई है, जबकि 800 अरब रुपये अगले साल के सार्वजनिक क्षेत्र के विकास कार्यक्रम के लिए निर्धारित किए गए हैं.
ज्ञात हो की पाकिस्तान पर कर्ज का बोझ बढ़ रहा है और विदेशी मुद्रा भंडार खाली होता जा रहा है. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 328 मिलियन अमेरिकी डॉलर गिरकर 10.558 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया. इतने कम विदेशी मुद्रा भंडार से पाकिस्तान कम से कम दो महीने तक अपना काम चला सकता है. पाकिस्तान सरकार आर्थिक संकट हल करने के लिए जो उपाय कर रही है वो नाकाफी हैं, पाकिस्तानी करंसी डॉलर के मुकाबले अभी और कमजोर हो गई हैं.
राजनीतिक एक्सपर्ट्स का मानना है कि पाकिस्तान में अगर आर्थिक संकट बढ़ गया तो एक बार फिर वहां राजनीतिक अस्थिरता आ सकती है. इसी बीच शाहबाज शरीफ की सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के आगे घुटने तक दिए हैं। उधर पाकिस्तान का कर्ज बढ़ रहा. यह दिसंबर 2021 में 51 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया था। इस कर्ज में करीब 21 लाख करोड़ रुपया विदेशी कर्ज है, और आईएमएफ के मुताबिक पाकिस्तान के उपर अपनी जीडीपी का 74 फीसदी कर्ज हैं.
पाकिस्तानी रुपया अपने रिकॉर्ड गिरावट पर पहुंच गया है. हाल ही में पाकिस्तानी रूपया डॉलर के मुकाबले 200 के स्तर पर पहुंच गया है. यानी एक डॉलर की कीमत 200 रुपये हो गई है. पाकिस्तानी रूपये की रिकॉर्ड गिरावट से महंगाई और बढ़ने का डर है. ट्रेडिंग इकोनॉमिस्क की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में थोक महंगाई दर 13 साल के उच्चतम स्तर पहुंच गई है. अप्रैल में थोक महंगाई दर 28.2 फीसदी पर पहुंच गई है. इसी तरह रिटेल महंगाई दर 13.4 फीसदी पर पहुंच गई है। जो कि जनवरी 2021 के बाद सबसे उच्च स्तर पर है.।
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