भोजन तीन प्रकार का होता है, भोजन छोटी घटना नही है, : मां मैत्रयी - JALORE NEWS
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सन टू ह्यूमन शिविर में बताई जीवन जीने की कला - san too hyooman shivir mein bataee jeevan jeene kee kala
पत्रकार माणकमल भंडारी भीनमाल
भीनमाल ( 15 अप्रैल 2023 ) भोजन छोटी घटना नही है, क्यों कि शरीर में गया हुआ भोजन ही हमारी ऊर्जा का निर्माण करता है। हम जैसा अन्न लेंगे, वैसा ही हमारा मन होगा। लेकिन हम भोजन को गम्भीरता से लेते ही नही।
सन टू ह्यूमन के तत्वावधान में शुक्रवार से प्रारंभ हुए छह दिवसीय नए दृष्टिकोण वाले शिविर के दूसरे दिन शनिवार को मां मैत्रयी ने उक्त जानकारी दी । दूसरे दिन भी करीब दो हजार साधकों ने भाग लेकर सम्यक भोजन, सम्यक व्यायाम और सम्यक नींद के सूत्र समझे। मां मैत्रयी ने कहा कि भोजन तीन प्रकार का होता है । सात्विक, राजसी और तामसिक। यह हमे निश्चित करना होता है कि हम हमारा मन किस तरह विकसित करना चाहते है, उसी अनुरूप हमें भोजन लेना चाहिए। प्रकृति ने सभी प्राणियों का भोजन सुनिश्चित कर रखा है ।
लेकिन मनुष्य ही एक ऐसा प्राणी है, जो प्रकृति के अनुसार नही, बल्कि स्वाद और इन्द्रियों के वशीभूत चलता है । बिना कॉम्बिनेशन वाला, समय का ख्याल रखे बिना, कुछ का कुछ शरीर में डालकर बीमारियों को आमंत्रण दे देता है।उन्होंने सन टू ह्यूमन के प्रणेता परम आलय के अपनी साधना और शोध से दिए गए सूत्रों का उल्लेख करते हुए कहा कि सूत्र को समझाने की भाषा अलग होती है और शक्ति जगाने की भाषा अलग। हमनें भौतिक रूप से तो विकास बहुत कर लिया, लेकिन भीतर की शक्तियों को विकसित करने के लिए प्रयोगों के जगत में ही प्रवेश करना होगा। शिविर संयोजक कन्हैयालाल खंडेलवाल ने ऊर्जावान नाश्ते के उपयोग और उसके पोषक तत्वों की जानकारी दी। इस छह दिवसीय शिविर के दूसरे दिन भी करीब दो हजार लोग उपस्थित हुए।
नृत्य पर झूमे लोग
शिविर के दौरान मां मैत्रयी ने ऑक्सीजन बढ़ाने वाले कुछ व्यायाम के प्रयोगों के साथ भक्ति गीतों पर नृत्य करवाया तो लोग झूम उठे। इसी प्रकार नटराज नृत्य करने के लिए लोगों में भारी उत्साह देखा गया । शिविर के पश्चात सभी प्रतिभागी लोगो को बीस आइटम वाला ऊर्जावान अदृश्य नाश्ता भी दिया गया।
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