Jalore Cyclone Biparjoy आज शाम को पहुंचेंगे तूफानी चक्रवात बिपरजॉय, का दिखाने लगाया असर शुरू हुई बारिश जालोर में
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Jalore Cyclone Biparjoy आज शाम को पहुंचेंगे तूफानी चक्रवात बिपरजॉय, का दिखाने लगाया असर शुरू हुई बारिश जालोर में
पत्रकार श्रवण कुमार औड़
जालोर ( 16 जुन 2023 ) Cyclone Biparjoy: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात के तट से टकराने के बाद राजस्थान में प्रवेश करने वाला है। उससे पहले ही राजस्थान में तूफान का असर दिखने लगा है। राजस्थान के जालौर और बाड़मेर में तेज बारिश हो रही है। ऐसे में इन दोनों स्थानों के लिए सरकार ने रेड अलर्ट भी जारी किया है।
चक्रवाती तूफान 'बिपारजॉय'का असर राजस्थान के कुछ इलाकों में भी देखने को मिला जहां जालोर और बाड़मेर जिले में कई जगह भारी बारिश हुई है.
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बृहस्पतिवार रात कुछ स्थानों पर 60-70 मिलीमीटर बारिश हुई है और आज भी इन दोनों जिलों और इनके आसपास के इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश होने का अनुमान है. अधिकारी ने बताया कि जालोर में आज सुबह तक 69 मिमी बारिश हो चुकी है और बारिश जारी है. विभाग ने चक्रवात की तीव्रता को देखते हुए 16 जून को बाड़मेर व जालोर जिले के कुछ इलाकों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी है. इसी के साथ जैसलमेर, जोधपुर, पाली, व सिरोही के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश की संभावना है.
सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में तबाही मचाने वाले चक्रवाती तूफान बिपारजोय’ की तीव्रता गुजरात के तटीय इलाकों में पहुंचने के कुछ घंटों बाद कम होकर बेहद गंभीर’ से गंभीर’ श्रेणी में आ गई है. अधिकारी ने बताया कि चक्रवात उत्तर पूर्व की ओर बढ़ गया है और यह कमजोर पड़ गया है. उन्होंने बताया कि शाम तक यह दक्षिण राजस्थान के ऊपर दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा. चक्रवात के कारण तेज हवाएं चलने और भारी बारिश से बड़ी संख्या में पेड़ तथा बिजली के खंभे उखड़ गए और समुद्र का जल निचले इलाके के गांवों में भर गया.
तेज बारिश के बीच भावनगर में बृहस्पतिवार को एक उफनते नाले में फंसी अपनी बकरियों को बचाते समय एक व्यक्ति और उसके बेटे की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि तेज हवाओं के कारण सैकड़ों पेड़ गिर गए, संचार टावर क्षतिग्रस्त हो गए और धूल भरी आंधी चलने से कुछ क्षेत्रों में दृश्यता शून्य हो गई. अधिकारी ने बताया कि तेज हवाओं से बिजली के तार और खंभे टूट गए जिससे मालिया तहसील के 45 गांवों में बिजली गुल हो गई. अधिकारी ने बताया कि चक्रवात के मद्देनजर कई जिलों में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की कई टीम तैनात हैं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि इस दौरान हवा की गति 115-125 किलोमीटर प्रति घंटे से 140 किलोमीटर प्रति घंटा थी. राज्य प्रशासन ने बताया कि बृहस्पतिवार शाम तक उसने आठ तटीय जिलों में रहने वाले 94,000 से अधिक लोगों को अस्थायी आश्रय स्थलों में भेजा है. अधिकरियों ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के अलावा सेना, वायुसेना, नौसेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को तैनात किया गया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार रात मुख्यमंत्री पटेल से फोन पर बात करके शक्तिशाली चक्रवात 'बिपारजॉय' के आने के बाद राज्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली.
जालोर आज शाम को पहुंचेंगे तूफानी चक्रवात बिपरजॉय, असर दिखने शुरू हुआ
तूफानी चक्रवात बिपरजॉय की रात 10 बजे के करीब राजस्थान में एंट्री हो गई। इस तूफान ने गुजरात से बाड़मेर बॉर्डर से प्रदेश में प्रवेश किया गया है । इसके बाद बाड़मेर, सिरोही, पाली, जैसलमेर, जोधपुर और जालोर में मौसम बदल गया और तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। प्रदेश में अब अगले दो दिन तक इसका असर रहने की आशंका है और कई जगहों पर भारी बारिश हो सकती है।
जालोर शहर में सुबह 11 बजे के बाद से तेज हवा चलने के साथ हल्की बारिश शुरू हुई है । इसके बाद पूरी रात रुक रुक कर तेज हवाएं चलती रही। रात को जैसे ही तेज हवाएं चलने शुरू हो गई तो शहर के धोराढाल सहित कई इलाकों में पूरी रात बिजली कटौती भी हो गया है । हालांकि रात में तूफान का कोई खास असर तो नहीं दिखा, लेकिन फिर भी कहीं जगह पर बूंदाबांदी शुक्रवार को सुबह 11 बजे शुरू हुई बारिश । वही शुक्रवार को सुबह से आसमान में सवेरे बादल छाए नजर आए। वही भीनमाल, रानीवाड़ा, बागौडा, साचौर, आहोर सहित अन्य क्षेत्रों में सुबह जल्दी से इसका असर दिखाई देने शुरू हो गया था।
तीन दिन तक रह सकता है असर
प्रदेश के गुजरात से लगते जिलों समेत जोधपुर, नागौर, चूरू और अजमेर जिलों में तूफान का असर 16 व 17 जून को दिखाई दे सकता है। सैटेलाइट रिमोट सेंसिंग डेटा के अनुसार शुक्रवार, शनिवार और रविवार को तीन दिन तक इसका असर रह सकता है। इस दौरान भारी बारिश हो सकती है। यह तूफान अरावली की पहाड़ियों से टकराएगा, जिसके बाद इन क्षेत्रों में अच्छी बारिश हो सकती है।
नई दिल्ली में भी दिख सकता है असर
गुजरात में अभी तक 1,148 प्रेगनेंट महिलाओं को रेस्क्यू करके अस्पतालों में पहुंचाया जा चुका है। इसके साथ ही 680 महिलाओं ने सफलतापूर्वक डिलीवरी भी की है। 8 तटीय जिलों में 3 हजार 851 बेड तैयार किए गए हैं। वहीं, जानकारी मिल रही है कि लैंड की तरफ मुड़कर अब तूफान दिल्ली में भी असर दिखा सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, नई दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी बिपरजॉय का असर दिखने की संभावना जान लें कि गुजरात के तट से टकराने के बाद बिपरजॉय ने भारी तबाही मचाई। तूफान की चपेट में आने से करीब 3 हजार 700 बिजली के पुल गिर गए और 527 पेड़ भी उखड़ गए। इस दौरान सौराष्ट्र-कच्छ के करीब 1 लाख वर्ग किमी के क्षेत्र में भारी नुकसान पहुंचा। इससे पहले करीब 1 लाख लोगों को 1500 शेल्टर होम में स्थानांतरित किया गया था।
द्वारका में दो लोगों को बचाया
गुजरात के विभिन्न क्षेत्रों में एनडीआरएफ की टीमें बचाव कार्य में जुटी है। इसी क्रम में टीम ने द्वारका के रुपेन बंदर के निचले इलाके में फंसे दो लोगों को सुरक्षित बचाया। इससे पहले शुक्रवार सुबह को कच्छ और सौराष्ट्र के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय जखाऊ पोर्ट से 70 किमी पूर्व में था। इसके अलावा, इस भयानक तूफान में दो लोगों की मौत हो गई और 23 लोग घायल हो गए हैं।
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