JALORE NEWS मानवता का हित चिंतन साधु का कर्तव्य:जैनाचार्य
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JALORE NEWS मानवता का हित चिंतन साधु का कर्तव्य:जैनाचार्य
जालौर ( 31 जुलाई 2023 ) JALORE NEWS जालौर शहर के श्री नंदीश्वर जैन तीर्थ में भंडारी परिवार द्वारा आयोजित चातुर्मास के अंतर्गत सोमवार को धर्म सभा को संबोधित करते हुए आचार्य श्री विजय हार्दिक रत्न सूरिश्वर ने कहा कि साधु -सन्यासी का जीवन राष्ट्र एवं मानवता के लिए समर्पित होता है। एक साधु अपने जीवन के दौरान कम से कम संसाधनों का उपयोग करते हुए अपने जीवन को जीता है।
उसका जीवन मानवता के लिए समर्पित होता है। चिंतन में मानव धर्म और राष्ट्र सेवा सर्वोपरि होती है। एक साधु पंथ संप्रदाय और चित्र की सीमाओं से परे इंसानियत के लिए काम करता है। मानवता हर धर्म का मूल तत्व है। हर धर्म हमें इंसान -इंसान से प्रेम करना सिखाता है। कोई भी धर्म वैर एवं नफरत की बात नहीं करता। शुद्ध आचार एवं समयबद्ध दिनश्चर्या साधु का प्रथम कर्तव्य है।जो प्रतिकूलताओं में भी अनुकूलता का अहसास करें वहीं साधु होता है।
उन्होंने जैन समुदाय संतों के गौरवशाली दृष्टांतों को याद करते हुए कहा कि अतीत में अनेक ज्ञानी भगवंतो ने समाज सुधार के अनेक कार्य किए। अकबर प्रतिबोधक हीरसूरी जी जजिया कर रूकवाया।और अनेक लोगों को सद् राह दिखाई।और प्रभु महावीर की वाणी से जोड़ा
बालमुनि हम सबके गौरव:
उन्होंने जैन समुदाय में हो रही बाल दीक्षाओं की चर्चा करते हुए कहा कि बाल्यकाल में दीक्षा होना बहुत अच्छी और गर्व की बात है।बालक को शुरू से धर्म की उत्कृष्ट आराधना से जोड़ने सर्वोत्तम मार्ग दीक्षा है।बाल मन पर धार्मिक शिक्षा का अच्छा असर पड़ता है। और धार्मिक संस्कार स्थायी हो जाते है।
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