Monsoon Update Rajasthan : राजस्थान के 16 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, कुछ जिलों में राहत, पढ़ें मौसम का पूरा अपडेट
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Monsoon Update Rajasthan : राजस्थान के 16 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, कुछ जिलों में राहत, पढ़ें मौसम का पूरा अपडेट
जयपुर / जालोर ( 17 जुलाई 2023 ) Monsoon Update Rajasthan: मानसून के बादल छाए हुए हैं, अब इंतजार सिर्फ बरसने का है। मौसम विभाग की ओर से प्रदेश के अधिकांश जिलों के लिए 22 जुलाई तक यलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि सिरोही के माउंट आबू में रविवार को भी हल्की बारिश हुई। वहीं प्रदेश के बारां जिले में आज के लिए ओरेंज अलर्ट है। जिसका अर्थ है वहां मेघ गर्जना के साथ भारी बरसात हो सकती है।
पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर के लिए आगामी दो दिन के लिए कोई चेतावनी नहीं है। वहीं पाली, जोधपुर बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर जिलों में मेघ गर्जन के साथ वज्रपात की संभावना है। उधर, पाली में रविवार को बादलों की आवाजाही रही। गर्मी व उमस के कारण लोग बेहाल रहे। पाली का अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग जानकारी पढ़े यहाँ पर
इन जिलों में ऑरेंज और येल्लो अलर्ट
आज भी मौसम विभाग ने प्रदेश के कई ज़िलों के लिए ऑरेंज और येल्लो अलर्ट जारी करा हुआ है. जयपुर, अलवर, सीकर, चूरू, झुंझुनू, अजमेर, नागौर, हनुमानगढ़ के ज़िलों में ऑरेंज अलर्ट के साथ आकाशीय बिजली, तेज बारिश की चेतावनी जारी करी है. कोटा, बूंदी, झालावाड़, धौलपुर, करौली, चित्तौड़गढ़, टोंक, सवाई माधोपुर जिलों में येल्लो अलर्ट जारी किया है, इन सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. प्रदेश के अन्य ज़िलों के तापमान की बात जाए तो अजमेर जिले का अधिकतम तापमान 32.7 डिग्री दर्ज किया गया. वहीं भीलवाड़ा ज़िले का अधिकतम तापमान 34.0 डिग्री दर्ज हुआ. अलवर ज़िले का अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री दर्ज हुआ.
जयपुर का तापमान
राजधानी जयपुर का अधिकतम तापमान 32.0 डिग्री दर्ज हुआ. सीकर ज़िले का अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री रहा. वहीं कोटा ज़िले का अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री दर्ज किया गया. इसी के साथ चित्तौड़गढ़ ज़िले का अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री रहा. धौलपुर ज़िले का अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री रहा. डूंगरपुर ज़िले का अधिकतम तापमान 33.0 डिग्री दर्ज किया गया. सिरोही ज़िले का अधिकतम तापमान 31.8 डिग्री दर्ज किया गया. सवाई माधोपुर ज़िले का अधिकतम तापमान 32.5 डिग्री दर्ज हुआ. करौली ज़िले का अधिकतम तापमान 32.3 डिग्री दर्ज हुआ. बांसवाड़ा ज़िले का अधिकतम तापमान 32.0 डिग्री दर्ज किया गया.
पश्चिमी राजस्थान का हाल
वहीं पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर जिले का अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री दर्ज किया गया. जैसलमेर जिले का अधिकतम तापमान 38.3 डिग्री दर्ज किया गया. जोधपुर ज़िले का अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री दर्ज किया गया. बीकानेर जिले का अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री दर्ज किया गया. चूरू ज़िले का अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री दर्ज हुआ. गंगानगर ज़िले का अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री दर्ज किया गया. वही जालौर का अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के अधिकांश जिलों में तापमान में 1 से 2 डिग्री उतार चढ़ाव होने के संकेत बने हुए हैं.
16 जिलों में येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने अभी- अभी येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के मुताबिक चुरू, झुंझुनू, सीकर, हनुमानगढ़, बीकानेर, नागौर, भीलवाड़ा, कोटा, बाराँ, झालवाड़, चित्तोडगढ़, अलवर, जयपुर, सवाईमाधोपुर, करौली, धोलपुर जिलों में मेघगर्जन, आकाशीय बिजली के साथ हल्की से माध्यम बारिश की संभावना है।इन जिलों के आसपास के इलाकों में कहीं-कहीं मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर एक-दो बार भारी बारिश होने की भी संभावना है। तेज हवाओं के कारण कमजोर कच्चे मकानों की दीवारें गिर सकती हैं। साथ ही बिजली लाइनों, पेड़ों आदि को भी नुकसान पहुंच सकता है । कुछ जगहों पर जल भराव भी हो सकता है।
मौसम विभाग ने अगले 3-4 दिनों में पूर्वी राजस्थान के जिलों में भारी बारिश की आशंका जताई है। अगले तीन से चार दिनों तक प्रदेश के पूर्वी इलाकों में मानसून की सक्रियता ज्यादा रहने वाला है। हालांकि पश्चिमी राजस्थान में मानसून फिर से सक्रिय है लेकिन यहां हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है। मानसून इस बार उत्तर पश्चिम क्षेत्र में जमकर उत्पात मचाएगा। मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले दो-तीन दिन में पूर्वी राजस्थान के एक-दो इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
18 और 19 जुलाई को होगी तेज बारिश
मौसम केंद्र जयपुर की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश में एक सप्ताह मानसून सक्रिय फेज में रहेगा। ज्यादातर जिलों में तेज बरसात के आसार है। 18 और 19 जुलाई को जयपुर, अजमेर, कोटा, उदयपुर और भरतपुर संभाग के जिलों में तेज बरसात हो सकती है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि कमजोर संरचनाएं,कच्चे घरों, दीवारों, हल्की व ढीली बंधी वस्तुएं, बिजली की लाइनों, पेड़ो आदि को नुकसान हो सकता हैं। कहीं-कहीं पर पर जल भराव हो सकता है। मेघगर्जन के समय सुरक्षित स्थान पर शरण लेवे, पेड़ों के नीचे शरण ना लें। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें। जल भराव स्थान से दूर रहें। मौसम सामान्य होने की प्रतीक्षा करें।
मानसून का नया चरण 19 से 25 तक
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग के कुछ भागों में आगामी दिनों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। जोधपुर व बीकानेर संभाग के अधिकतर भागों में 19 से 25 जुलाई के दौरान मानसून सक्रिय होने से बारिश की गतिविधियों बढ़ोतरी होगी। इस दौरान अधिकतर भागों में हल्के से मध्यम बारिश व कहीं-कहीं तेज/भारी बारिश होने की संभावना है।
Jawai dam: जवाई बांध का पानी पहुंचे इतना
पश्चिमी राजस्थान के मरूसागर जवाईबांध का जलस्तर मानसून की शुरुआत में ही 50.60 फीट को पार कर गया। 61.25 फीट की भराव क्षमता का यह बांध आठ बार ओवरफ्लो हुआ है। सेई बांध से जारी जल आवक के साथ ही मानसून की बारिश अभी शेष होने से जिलेवासियों को इस बार भी जवाई बांध के छलकने की आस बनी हुई है। जवाई का जलस्तर सोमवार दिनांक 17 जुलाई को शाम पांच बजे 50.60 फीट के साथ 4699.80 एमसीएफटी दर्ज किया गया।
जवाई बांध पाली जिले के 583 गांवों व 9 शहरों के साथ ही सिरोही जिले के शिवगंज के लोगों की प्यास बुझाता है। वहीं जवाई बांध की मुख्य नहर से पाली जिले के 33 व जालोर जिले के 24 गांवों में स्थित कमाण्ड क्षेत्र के 57 गांवों की 38 हजार 671 हैक्टेयर भूमि में सिंचाई की जाती हैं। बांध में निरंतर आवक जारी रहने से किसानों के साथ ही व्यापारियों के भी चेहरे खिले हुए हैं। एक जून से 15 जुलाई तक कुल 767 एमएम बारिश हो चुकी है। इसके अलावा सेई बांध से टनल के माध्यम से पानी अपवर्तित करने से बांध में आवक जारी है।
38 हजार 671 हैक्टेयर भूमि सिंचित
जल संसाधन विभाग के आंकड़ों की माने तो जवाईबांध के मुख्य नहर की लम्बाई 23 किमी व 21 वितरिकाओं समेत माइनर की लम्बाई 234 किलोमीटर हैं। इन नहरों के माध्यम से पाली जिले के 33 व जालोर जिले के 24 गांवों में स्थित कमाण्ड क्षेत्र के 57 गांवों की 38 हजार 671 हैक्टेयर भूमि में सिंचाई की जाती हैं।
अब तक आठ बार ओवरफ्लो
जवाईबांध की भराव क्षमता 61.25 फीट है। यह बांध वर्ष 1973-74 में 61.05 फीट भर गया था। उस समय बांध के कैचमेंट एरिया में 1924.05 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई थी। इसके बाद वर्ष 1990-91 में 61.25 फीट पूर्ण रूप से भर गया था। वर्ष 1992-93, 1993-94, 1994-95 में लगातार तीन साल तक ओवरफ्लो हुआ। वर्ष 2006-07 में भी 61.25 फीट तक पहुंचा था। दस साल बाद 2016-17 व 2017-18 भी 61.25 फीट तक पहुंचा था। इसके बाद बांध के गेट खोलने पडे थे।
जवाई के गेट खुले तो नदी किनारे कुएं होंगे रिचार्ज
हालांकि, इस बार मानसून की शुरुआत में ही जवाई नदी बहने लगी है। वर्तमान में भी नदी धीमी गति से बह रही है। इससे नदी किनारे स्थित कृषि कुएं रिचार्ज हो रहे हैं। उधर जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने जवाई जल वितरण कमेटी अध्यक्ष एवं संभागीय आयुक्त समेत जल संसाधन विभाग के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर जवाईबांध का जलस्तर 50 फीट पार होने के कारण बांध के गेट खोलने की मांग की है। जिससे कि नदी में पानी की तेज आवक के बाद नदी किनारे स्थित कृषि कुएं रिचार्ज हो सके।
JALORE NEWS
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