इतना खूंखार है भंवरीदेवी हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार , 68 FIR दर्ज, एक लाख रुपए का इनाम घोषित था
![]() |
So-dreadful-is-the-main-accused-of-Bhanwaridevi-murder-case-arrested |
इतना खूंखार है भंवरीदेवी हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार , 68 FIR दर्ज, एक लाख रुपए का इनाम घोषित था
जोधपुर ( 20 अगस्त 2023 ) बहुचर्चित भंवरीदेवी प्रकरण में मुख्य आरोपी और दो साल से फरार एक लाख रुपए के हार्डकोर विशनाराम जांगू को जोधपुर ग्रामीण व फलोदी पुलिस ने शनिवार रात दयाकोर क्षेत्र में पकड़ लिया। पुलिस की घेराबंदी के चलते उसने एसयूवी से उतरकर भागने का प्रयास किया, लेकिन तारबंदी व पत्थर के खूंटों में उलझकर गिरने से दोनों पांव में फ्रैक्चर हो गए। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) धर्मेन्द्रसिंह यादव ने बताया कि लोहावट थानान्तर्गत जालोड़ा गांव निवासी विशनाराम पुत्र मोहनराम जांगू हार्डकोर व हिस्ट्रीशीटर है। भंवरीदेवी प्रकरण में जमानत पर छूटने के बाद से वह दो साल से फरार था। उस पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित था। जिला विशेष टीम के हेड कांस्टेबल चिमनाराम व कांस्टेबल राकेश को उसके दयाकोर व पीलवा गांव के आस-पास सुनसान जगह छुपे होने का पता लगा।
पुलिस अधीक्षक फलोदी विनीत कुमार बंसल की मॉनिटरिंग में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक फलोदी सौरभ तिवाड़ी के नेतृत्व में डीएसटी ग्रामीण के प्रभारी एसआइ लाखाराम, लोहावट थाना प्रभारी बद्रीप्रसाद, एएसआइ अमानाराम, श्रवण कुमार, चिमनाराम, प्रदीप कुमार, कमाण्डो मोहन व वीरेन्द्र ने रात को दयाकोर में तलाश शुरू की। विशनाराम के एसयूवी में सवार होने का पता लगा। रेतीले क्षेत्र में पुलिस ने एसयूवी का पीछा किया। आरोपी ने पुलिस के वाहन को टक्कर मारी। जवाब में पुलिस ने भी उसकी एसयूवी को टक्कर मारी और घेर लिया। तब वह एसयूवी से उतरकर पैदल ही भागने लगा। पुलिस ने पीछा किया तो वह अंधेरे में खेत की तारबंदी में उलझकर पत्थर के खूंटों से टकरा गया। उसके दोनों पांव में चोट आई। पुलिस ने उसे दबोच लिया और कड़ी सुरक्षा में लोहावट के सरकारी अस्पताल लेकर आई, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल रैफर किया गया। उपचार के बाद उसे गिरफ्तार किया जाएगा। विशनाराम के साथ बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी निवासी गोपीराम बिश्नोई को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने उससे हथियार मिलने से इनकार किया है।
भंवरी की हत्या का आरोपी, 68 एफआइआर दर्ज
फलोदी एसपी विनीत बंसल ने बताया कि जालोड़ा निवासी विशनाराम जांगू पर अब तक 68 एफआइआर दर्ज है। उसे पकड़ने के दौरान राजकार्य में बाधा डालने व जानलेवा हमला करने का एक और मामला दर्ज किया गया है। गत 10 अगस्त को एडीजी दिनेश एमन ने उस पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। वह बहुचर्चित भंवरेदेवी प्रकरण का आरोपी है और जमानत पर छूटा हुआ है।
ऐसे बिछाया पुलिस ने जाल
विशनाराम को पहले भी पुलिस ने तीन बार पकड़ने की कोशिश की, लेकिन हर बार वह पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरार हो जाता। ऐसे में डीएसपी की टीम ने अपने मुखबिर तंत्र को इतना एक्टिव कर दिया था कि पिछले कुछ दिनों से उसकी हर एक्टिविटी को ट्रैस किया जा रहा था।
शनिवार को उसके अपने गांव में होने की सूचना मिली, लेकिन थोड़ी देर बाद ही वह किसी मंदिर में दर्शन करने के लिए पीलवा गांव के लिए रवाना हो गया। पुलिस ने रास्ते में दयाकोर गांव के पास दोनों तरफ से घेराबंदी कर उसकी स्कॉर्पियो को टक्कर मार कर उसे रोक लिया।
पुलिस पर हमला करने का आदतन अपराधी विशनाराम फिर से उसी तरह से भागने का प्रयास करने लगा। इस दौरान विशनाराम पत्थरों में गिर गया। उसके दोनों पैर में चोट आई। पुलिस ने उसे दबोच लिया। उसे लोहावट अस्पताल लाया गया। यहां प्राथमिक उपचार के बाद एमडीएम अस्पताल रेफर कर दिया।
फलोदी एसपी विनीत बंसल, एएसपी सौरभ तिवाड़ी भी लोहावट पहुंचे। लोहावट डीवाईएसपी शंकर मेघवाल, सीआई बद्रीप्रसाद मीणा और स्पेशल टीम के अमानाराम भी मौजूद रहे।
पुलिस 6 महीने से कर रही थी पकड़ने का प्रयास जोधपुर ग्रामीण पुलिस की टीम छह महीने से लगातार उसे पकड़ने का प्रयास कर रही थी। सबसे पहले विशनाराम ने लोहावट में पुलिस पर फायरिंग की और भाग निकला। इसके बाद डीएसपी टीम पर बाप में फायरिंग की और भाग गया।
एक हफ्ते पहले शेरगढ़ में भी पुलिस ने विशनाराम को घेर लिया था, लेकिन वहां से भी वह भागने में सफल हो गया था।
10 दिन पहले बढ़ाया था इनाम
2021 में विशनाराम जमानत पर बाहर आया था। उसके बाद फिर से अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया। 6 महीने से पुलिस को उसकी तलाश थी। 19 जून 2023 को जोधपुर ग्रामीण पुलिस ने विशनाराम पर 25 हजार रुपए का इनाम रखा था। 20 जून को पुलिस को सूचना मिली कि विशनाराम फलोदी थाना इलाके के मंडला खुर्द गांव में है। भोजासर थाना पुलिस ने दोपहर 1 बजे नाकाबंदी कर दी । सफेद स्कॉर्पियो मंडला खुर्द नाका से गुजरी। रुकने का इशारा किया तो ड्राइवर ने कार दौड़ा दी। पुलिस ने टायर पर फायर किए। विशनाराम फरार हो गया। उसके ड्राइवर श्रवणराम ( 20 ) का भागने के दौरान पैर फ्रैक्चर हो गया। श्रवणराम को गिरफ्तार कर लिया गया।
11 अगस्त को पुलिस मुख्यालय की ओर से इनामी राशि बढ़ाकर 1 लाख रुपए कर दी गई थी। इसके बाद पुलिस ने विशनाराम को पकड़ने की प्लानिंग भी नए सिरे से की।
भंवरी हत्याकांड में विशनाराम की सबूत मिटाने में भूमिका
विशनाराम सबसे पहले भंवरी देवी हत्याकांड से चर्चा में आया था। उस वक्त वह लोहावट का हिस्ट्रीशीटर था। पुलिस की छानबीन में सामने आया था कि भंवरी देवी के शव को उसी ने ठिकाने लगाया था। उसी ने शव को जलाकर उसकी राख और हड्डियों को राजीव गांधी लिफ्ट कैनाल में बहा दिया था। पुलिस ने 2010 में उसे अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार किया था।
इस मामले में महिपाल मदेरणा, मलखान सिंह समेत 17 लोग 10 साल की जेल काट चुके हैं। 2021 में आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी ।
गोलियां चलवाकर कोर्ट से भागने की कोशिश की थी 2010 में आरोपी विशनाराम और कैलाश जाखड़ भंवरी देवी हत्याकांड में पेशी पर आए थे। इस दौरान विशनाराम ने कोर्ट से भागने के लिए गैंग से फायरिंग कराई थी। हालांकि वह सफल नहीं हो सका था। कैलाश जाखड़ मौके से भाग निकला था।
007 गैंग से दुश्मनी
विशनाराम 0029 गैंग चलाता है। एक और कुख्यात राजू मांजू की 007 गैंग से उसकी दुश्मनी है।
उसके जमानत पर बाहर आने के बाद लोहावट में एक शादी समारोह में दोनों गैंग आपस में भिड़ गई थीं। इसके बाद से ही पुलिस को लगातार गैंगवार होने का अंदेशा था।
JALORE NEWS
खबर और विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें
एक टिप्पणी भेजें